भारत की आतंरिक सुरक्षा को लेकर बेहद ही चिंता बढ़ा देने वाली एक सुरंग का वीडियो सामने आया है. अब तक ऐसी सुरंग या तो जम्मू-कश्मीर में देखी गई थी या तो इजरायल हमास के बीच हुई जंग में हमास आतंकियों के ठिकानों पर देखी गई थी. पर जवानों को ऐसी सुरंग छत्तीसगढ़ के बस्तर के पास मिली है. सुरंग बस्तर के अबूझमाड़ में मिली है. जंगलों में करीब 30 मीटर की ऐसी सुरंग बनाई गई थी. जिसका इस्तेमाल नक्सली बंकर की तरह कर रहे थे. रोशनी का खास इंतजाम था, वेंटिलेशन का खास ध्यान रखा गया था. 50 से 60 नक्सली आराम से इस सुरंग में छिप सकते थे.
‘अबूझमाड़’ में नक्सलियों की सुरंग वाली साजिश
बस्तर के अबूझमाड़ को नक्सलियों की अघोषित राजधानी कहा जाता है. अबूझमाड़ नक्सलियों का गढ़ है और वहां नक्सलियों का ऐसा चक्रव्यूह है कि सुरक्षाबलों को अक्सर नक्सली कमांडरों से धोखा खाने को मिल जाता है. पर अब सीआरपीएफ के जवानों ने अबूझमाड़ इलाके में प्रवेश करना शुरु कर दिया है. सुरक्षाबल अब धीरे-धीरे नक्सलियों की राजधानी में एंट्री ले रहे हैं. माना जा रहा है बस्तर में सुरक्षाबलों के एक्शन को देखते हुए नक्सलियों ने अपने कमांडर्स को बचाने और सुरक्षाबलों के खिलाफ साजिश रचने के लिए ऐसी सुरंग बनाई हैं (https://x.com/BastarTalkies/status/1752367021873099136?s=20)
बीजापुर में बड़ा नक्सली अटैक
सुकमा-बीजापुर सीमा कैंप पर मंगलवार को बड़ा नक्सली हमला हुआ. नक्सली अटैक में 3 जवान वीरगति को प्राप्त हो गए हो गए, जबकि 14 जवान घायल हुए. दरअसल सुकमा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती गांव टेकलगुड़ा में एक सुरक्षा कैंप लगाया गया था जहां सीआरपीएफ के जवान तैनात थे. टेकलगुड़ा इलाका नक्सलियों का गढ़ माना जाता है, और वहां सुरक्षाबलों सुरक्षा कैंप बनाए जाने से नक्सली बौखला गए. बीजापुर पुलिस के मुताबिक- कोबरा, एसटीएफ और डीआरजी बल के जवान जोनागुड़ा-अलीगुड़ा क्षेत्र में गश्त कर रहे थे तभी घात लगाए नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की जिसके बाद नक्सली जंगल में भाग गए. घायल जवानों को इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रायपुर भेजा गया.
बीजापुर में अटैक करके सुरंग में छिपे नक्सली
बीजापुर अटैक के बाद नक्सली भागकर दंतेवाड़ा में एक सुरंग में छिपे. ड्रोन की नजर से बचने के लिए नक्सलियों ने एक सुरंग बनाई थी. हालांकि कॉबिंग के दौरान डीआरजी की टीम ने सुरंग को ध्वस्त कर दिया और 6 नक्सलियों को मार गिराया. नक्सलियों ने सुरंग को झाड़ियों से इस तरह से ढका हुआ था, ताकि सर्च ऑपरेशन के दौरान नजर ना पड़े पर डीआरजी की टीम ने सुरंग का खुलासा कर दिया.
आतंकी, नक्सली क्यों बनाते हैं सुरंग?
इजरायल और हमास के बीच जारी जंग में सुरंगों की वजह से ही जंग लंबी खिंच रही है. हमास के आतंकियों ने ना सिर्फ सड़कों बल्कि अस्पतालों तक में सुरंग का निर्माण किया था. इन्हीं सुरंगों के बदौलत इजरायली सेना आतंकियों का खात्मा 4 महीने बाद भी नहीं कर पाई है. सुरंगों की मदद से आतंकी बमबारी और सेना का फायरिंग से बच रहे हैं. सुरंग से भागने में तो मदद मिलती ही है, बल्कि अपने हथियारों और गोला बारूद को भी सुरक्षाबलों की नजरों से छिपाया जा सकता है. जम्मू कश्मीर में आतंकी सुरंगों के जरिए घुसपैठ करते हैं और सुरंग में छिपकर कई कई दिनों तक सेना और बीएसएफ की नजर से भी बचते हैं. और अब नक्सलियों ने भी जवानों को चकमा देने के लिए सुरंग का निर्माण किया है.
सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस को आशंका है कि ऐसी कई सुरंग नक्सलियों ने बनाई हुई है. लिहाजा दंतेवाड़ा- बीजापुर जिलों में संयुक्त ऑपरेशन शुरु किया गया है. ताकि ऐसी सुरंगों को तबाह किया जा सके.
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