हमास ने गुरुवार को चार बंधकों के शव को इजरायल को सौंप दिया है. ये उस परिवार के शव हैं, जिन्हें हमास के आतंकियों ने 7 अक्टूबर 2023 को अगवा कर लिया था. इनमें जिसमें माता-पिता के अलावा दो छोटे-छोटे बच्चे भी थे. इनमें से एक बच्चा जब अगवा किया गया था, उस समय वह सिर्फ नौ महीने का था.
बिबास परिवार के सदस्यों के शव वापस आने पर इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इससे पूरे इजरायल का दिल टूट गया है. वहीं आईडीएफ ने बंधकों के शवों की वापसी परिवार और इजरायल के लिए बेहद कठिन समय करार दिया है.
हमास ने सौंपा दो बच्चों समेत बिबास परिवार का शव
जिन बंधकों के शव इजरायल को सौंपे गए, उनमें शिरी बिबास (मां), उनके दो बच्चे एरियल और बिबास सहित 85 वर्षीय ओडेड लिफसिट्ज के शव शामिल हैं. जिसने भी तस्वीरें देखीं, गुस्से से भर गया. गाजा पट्टी में एक मंच पर चार काले ताबूत प्रदर्शित किए, ताबूत के चारों ओर बैनर लगाए गए थे. इनमें से एक बड़े बैनर पर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को भूत के रूप में दिखाया गया था. हाथों में हथियार और वर्दी पहने हमास के लड़ाकों ने ताबूतों को रेड क्रॉस के वाहनों तक पहुंचाया जिसके बाद रेड क्रॉस के कर्मियों ने शवों को सफेद चादरों से लपेटकर वाहनों में रखा. शिरी बिबास के बंधक पति यार्डेड बिबास को कुछ दिनों पहले रिहा किया गया था. हमास ने दावा किया गया है कि “ये सभी लोग इजरायली सेना की गोलीबारी में मारे गए हैं.” (https://x.com/sentdefender/status/1892543636006465602)
हमारा दिल टूट गया, बेहद ही कठिन वक्त: इजरायल
इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने बताया, “आईडीएफ और आईएसए बलों ने चार मृत बंधकों के ताबूतों को सीमा पार करके इजरायल में लाया, और उन्हें पहचान प्रक्रिया से गुजरने के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फोरेंसिक मेडिसिन ले जाया जा रहा है. आईडीएफ प्रतिनिधि इस कठिन समय में उनके परिवारों का समर्थन कर रहे हैं.”
बिबास परिवार के सदस्यों के शव वापस आने पर बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “चौंकाने वाला दिन, दुःख का दिन. हम अपने चार प्रिय बंधकों को घर वापस ला रहे हैं. हम उन परिवारों को गले लगाते हैं, और पूरे देश का दिल टूट जाता है. मेरा दिल टूट गया है और पूरे विश्व का दिल चीरने की जरूरत है, क्योंकि यहां हम देखते हैं कि हम किसके साथ व्यवहार कर रहे हैं, हम किससे निपट रहे हैं, हम किन राक्षसों से निपट रहे हैं. हम शोक मनाते हैं, हमें दुख होता है, लेकिन हम यह सुनिश्चित करने के लिए भी दृढ़ संकल्पित हैं कि ऐसी घटना दोबारा न हो.”
पत्रकार का शव भी हमास ने लौटाया
ओडेड लिफशिट्ज, जिनका शव भी आईडीएफ को सौंपा गया, उन्हें और उनकी पत्नी को 7 अक्तूबर 2023 को किबुत्ज नीर ओज से अगवा किया गया था, जब ओडेड को अगवा किया गया था, उस वक्त उनकी उम्र 83 साल थी. ओडेड पत्रकार थे और फिलिस्तीनियों को भी अधिकार देने के पक्षधर थे. ओडेड लिफशिट्ज की बुजुर्ग पत्नी जो कि एक पीस वर्कर थीं, उन्हें शुरुआती दौर में फिलिस्तीनी कैदियों के बदले छोड़ा गया था. इजरायल वापस लौटने के बाद 85 वर्षीय योचेवेद लिफशिट्ज ने एक इंटरव्यू में बताया था, कि “हमास के चंगुल में जब वो फंसी थीं, को याह्या सिनवार बंधकों से मिलने के लिए सुरंग में आया था.”
शनिवार को आखिरी 6 बंधकों की रिहाई होगी
बताया जा रहा है कि इस शनिवार को 6 और बंधकों को रिहा करेगा हमास. ये वो लोग हैं जो जीवित बचे हैं और पहले चरण के युद्धविराम के दौरान जिन्हें छोड़ने पर सहमति जताई गई थी. हमास ने 7 अक्तूबर 2023 के दिन करीब 251 लोगों को बंधक बनाया था. पहले चरण के युद्धविराम के बाद भी हमास की कैद में करीब 60 बंधक रह जाएंगे. जिनको लेकर इजरायल ने दावा किया था, कि इनमें से आधे बंधकों की मौत हो चुकी है.