24 घंटे के भीतर दूसरी बार यमन के हूती विद्रोहियों ने अमेरिका के एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस ड्वाइट डी आइजनहावर पर हमला करने का दावा किया है. खास बात ये है कि अमेरिका की तरफ से इन हमलों के दावे पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
हूती विद्रोहियों के प्रवक्ता ने दावा किया है कि लाल सागर और अरब सागर में अमेरिका के निमिट्ज क्लास विमानवाहक युद्धपोत यूएसएस आइजनहावर, एक अन्य युद्धपोत और चार कॉमर्शियल जहाज पर ड्रोन से हमला किया गया है. शुक्रवार (31 मई) की रात को भी हूती विद्रोहियों ने आइजनहावर पर हमला करने का दावा किया था. हूती विद्रोहियों का कहना है कि अमेरिका और इंग्लैंड (यूके) द्वारा यमन में किए गए हवाई हमलों के विरोध में आइजनहावर और दूसरे अमेरिका जहाज को निशाना बनाया गया है. अमेरिका के इन हमलों में यमन में 16 लोगों के मारे जाने की खबर है. यूएसएस आइजनहावर (सीवीएन-69), परमाणु ऊर्जा से संचालित विमानवाहक युद्धपोत है जिस पर दर्जनों एफ-18 एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर तैनात रहते हैं. हाल ही में आइजनहावर की तैनाती लाल सागर में हुई है.
एयरक्राफ्ट कैरियर पर हमले की कुछ धुंधली तस्वीरें और वीडियो भी सामने आए हैं. हालांकि, इन वीडियो की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है.
गाजा में चल रही जंग के विरोध में ईरान समर्थित यमन के हूती विद्रोही लाल सागर में इजरायल और अमेरिका सहित पश्चिमी देशों के युद्धपोत और मर्चेंट वैसल को ड्रोन अटैक से निशाना बना रहे हैं. पिछले साल अक्टूबर से हूती विद्रोहियों ने इजरायल-हमास जंग को लाल सागर तक ले आए हैं. हूती विद्रोहियों के हमलों से डर कर यूरोप से आने वाले कमर्शियल जहाज ने यहां से एशियाई देशों की तरफ जाना बंद कर दिया है. अधिकतर जहाज अब अफ्रीका के केप ऑफ गुड होप के जरिए एक लंबे रास्ते से आवाजाही कर रहे हैं.
हूती विद्रोहियों पर लगाम लगाने के लिए अमेरिका ने लाल सागर में सहयोगी देशों की नौसेनाओं के साथ मिलकर ऑपरेशन प्रोस्पेरिटी गार्डियन शुरु किया है ताकि सी-लाइन्स को सुरक्षित रखा जा सके. लेकिन हूती विद्रोहियों के ड्रोन और मिसाइल अटैक रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं. यहां तक की हूती विद्रोहियों ने इस समुद्री मार्ग से जाने वाले जहाज तक को हाईजैक कर लिया है. हूती विद्रोहियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि अमेरिका के एमक्यू-9 रीपर ड्रोन तक को सोवियत संघ के काल की मिसाइलों से मार गिरा रहे हैं. हाल के कुछ हफ्तों में हूती विद्रोहियों ने अमेरिका के छह रीपर यूएवी गिराने का दावा किया है.
खाड़ी देशों में तैनात अमेरिका की सेंट्रल कमांड की तरफ से हूती विद्रोहियों के दावों पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. हालांकि, इंग्लैंड के रक्षा मंत्रालय ने लड़ाकू विमान के जरिए हूती विद्रोहियों पर हमले की तस्दीक जरूर की थी (https://x.com/DefenceHQ/status/1796295404004196794).
हूती विद्रोहियों के दावों को नकारने के लिए यूएसएस आइजनहावर के कैप्टन ने एयरक्राफ्ट कैरियर पर लड़ाकू विमानों के वीडियो जरुर साझा किए हैं लेकिन वे सभी पुराने बताए जा रहे हैं. आइजनहावर के ऑफिसियल एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर भी 30 मई के बाद कोई गतिविधि नहीं दिखाई पड़ती है (https://x.com/TheCVN69/status/1795903361536995550)
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