हरियाणा के पंचकूला में शुक्रवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब वायुसेना का लड़ाकू विमान जगुआर क्रैश हो गया. पंचकूला के मोरनी इलाके में फाइटर जेट अचानक से गिर गया, जबकि फाइटर पायलट को लोगों ने पैराशूट की मदद से सुरक्षित बाहर निकलते देखा.
हादसा इतना भयानक था कि फाइटर जेट के परखच्चे उड़ गए और अलग-अलग इलाकों में बिखर गए. विमान ने प्रशिक्षण उड़ान के लिए अंबाला एयरबेस से उड़ान भरी थी, और थोड़ी ही देर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. वायुसेना ने हादसे के जांच के आदेश दे दिए हैं.
प्रशिक्षण उड़ान के दौरान गिरा जगुआर लड़ाकू विमान
भारतीय वायुसेना के जगुआर लड़ाकू विमान ने प्रशिक्षण उड़ान के लिए अंबाला एयरबेस से उड़ान भरी थी. हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई. गनीमत रही है हादसे के वक्त पायलट ने इजेक्ट होकर अपनी जान बचाई. भारतीय वायुसेना के मुताबिक, “यह जगुआर फाइटर जेट नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान अंबाला में तकनीकी खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हुआ. पायलट ने विमान को सुरक्षित रूप से बाहर निकालने से पहले इसे किसी घनी आबादी से दूर ले जाने में सफलता पाई.”
वायुसेना ने दिए जांच के आदेश
वायुसेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “भारतीय वायुसेना के एक जगुआर विमान के क्रैश का कारण सिस्टम में खराबी थी. इस घटना की सच्चाई जानने के लिए जांच करवाई जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों. अफवाहों पर ध्यान न दें और जांच रिपोर्ट के आने का इंतजार करें.”
दुर्घटनाग्रस्त जगुआर के बारे में जानिए
जगुआर एक हल्का लड़ाकू विमान है, जिन्हें 80 के दशक में वायुसेना में शामिल किया गया था. इस वक्त भारतीय वायुसेना के पास लगभग 120 जगुआर विमान हैं. जगुआर को “स्ट्राइक माउंट” और “हंटर” भी कहा जाता है. ये जमीन और हवा दोनों में ही वार करने में एक्सपर्ट है. ये भारी बम और मिसाइलें ले जा सकता है. इसका प्रयोग बॉर्डर पर हवाई हमले, जहाजों पर अटैक और ट्रेनिंग करने के लिए किया जाता है.