एक हफ्ते के भीतर ही भारतीय वायुसेना को दूसरा बड़ा झटका लगा है. गुरूवार को जगुआर फाइटर पायलट की जान गंवाने के बाद आगरा में एक पैरा-जंप इंस्ट्रक्टर की डेमो-ड्रॉप के दौरान मौत हो गई है. जिन पैरा-जंप प्रशिक्षक के डेमो के दौरान मृत्यु हो है, वे वायुसेना की ‘गंगा’ स्काईडाइविंग का हिस्सा थे.
वायुसेना के मुताबिक, शनिवार को डेमो के दौरान पैरा-जंप इंस्ट्रक्टर की प्रशिक्षण के दौरान गंभीर चोट आई थी. बाद में इलाज के दौरान प्रशिक्षक ने दम तोड़ दिया. वायुसेना ने इंस्ट्रक्टर की मौत पर शोक जताते हुए परिवार के साथ खड़े होने का विश्वास दिलाया है.
आकाशगंगा स्काई-डाइविंग टीम का हिस्सा थे इंस्ट्रक्टर
वायुसेना की आकाशगंगा टीम, एक डेमो टीम है जो सैन्य आयोजन के दौरान मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट से पैराशूट के जरिए आसमान से जमीन पर आती है. वायुसेना दिवस और दूसरे आयोजन पर आकाशगंगा टीम, अपने करतबों से लोगों का दिल जीतती आई है. (https://x.com/IAF_MCC/status/1292290033085374466)
गुरुवार को जगुआर क्रैश में चली गई थी फाइटर पायलट की जान
गुरूवार रात को गुजरात के जामनगर में वायुसेना का एक जगुआर फाइटर जेट क्रैश हो गया था. तकनीकी खराबी के कारण हुई दुर्घटना में वायुसेना के फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव की मौत हो गई थी. हालांकि, दूसरे पायलट की जान बच गई थी.
दुर्घटना के वक्त जगुआर लड़ाकू विमान एक ट्रेनिंग सोर्टी पर था. वायुसेना के मुताबिक, तकनीकी खराबी के बाद, फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव और उनके को-पायलट ने इस बात का खास ध्यान रखा कि जगुआर फाइटर जेट से जामनगर एयरबेस या फिर शहर में रहने वाले लोगों को कोई नुकसान न हो. इसलिए अपनी जान की परवाह किए बगैर दोनों पायलट, (ट्रेनर) एयरक्राफ्ट को शहर से दूर खाली जगह पर ले गए और विमान से इजेक्ट हो गए थे. लेकिन दुर्घटना में सिद्धार्थ की मौत हो गई थी.
मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ की 23 मार्च को ही सगाई हुई थी. उनके पिता भी वायुसेना में अपनी सेवाएं देने के बाद रिटायर हुए थे. उनके दादा, भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे चुके थे.