By Nalini Tewari
पहलगाम नरसंहार और फिर ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय प्रहार के बाद कैदियों की अदला-बदली के लिए भारत-पाकिस्तान के बीच बात हुई है. भारत और पाकिस्तान तनाव के बाद 1 जुलाई को सालाना कैदियों की सूची का आदान-प्रदान किया गया. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, पाकिस्तान की जेलों में 246 भारतीय नागरिक बंद हैं. इनमें से 53 आम नागरिक हैं और 193 मछुआरे हैं, जिनके भारतीय होने का दावा किया जा रहा है.
जिन भारतीयों की सजा पूरी, उन्हें वापस लौटाया जाए: भारत
भारत सरकार ने पाकिस्तान से कहा है कि जिन 159 भारतीयों ने अपनी सजा पूरी कर ली है, उन्हें जल्द से जल्द भारत वापस भेजा जाए. साथ ही 26 कैदियों को फौरन काउंसलर एक्सेस (दूतावासीय संपर्क) दिए जाने की मांग की गई है. ये वो 26 कैदी हैं, जिनसे अब तक संपर्क नहीं किया जा सका है. भारत की ओर से कहा गया है कि सभी भारतीयों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और मूलभूत सुविधाओं की जिम्मेदारी पाकिस्तान निभाए जब तक उन्हें छोड़ा नहीं जाता है.
80 पाकिस्तानी कैदियों के वेरिफिकेशन के लिए कहा गया
भारत की तरफ से भी 80 ऐसे पाकिस्तानी कैदियों को वैरिफाई करने के लिए कहा गया है, जो खुद को पाकिस्तान के बता रहे हैं. जानकारी के मुताबिक ऐसे लोगों की वापसी इसलिए नहीं हो पाई है क्योंकि पाकिस्तान की ओर से ये पुष्टि नहीं की गई है कि वो पाकिस्तानी हैं या नहीं हैं. पाकिस्तान की ओर से पुष्टि होते ही उन 80 लोगों को पाकिस्तान वापस भेज दिया जाएगा.
साल में दो बार भारत-पाकिस्तान सौंपते हैं कैदियों की लिस्ट
भारत और पाकिस्तान के बीच साल 2008 में दूतावास पहुंच समझौता हुआ था. इसके तहत हर साल 1 जनवरी और 1 जुलाई को दोनों देश एक-दूसरे को जानकारी देते हैं कि उनकी जेलों में दूसरे देश के कितने नागरिक बंद हैं. इस प्रक्रिया के तहत ही मंगलवार को भारत और पाकिस्तान ने एक दूसरे को लिस्ट सौंपी है.
भारत और पाकिस्तान ने जो एकदूसरे को लिस्ट दी है, उसके मुताबिक भारतीय जेलों में 382 पाकिस्तानी नागरिक और 81 मछुआरे बंद हैं, वहीं पाकिस्तान की जेलों में 53 आम भारतीय नागरिक, 193 मछुआरे बंद हैं.
राजनीतिक मुद्दों से ज्यादा मानवीयता से संबंधित है कैदियों की अदला-बदली
भारत के मुताबिक कैदियों और मछुआरों के मामले में मानवीयता प्राथमिकता होनी चाहिए, ताकि निर्दोष लोग सालों तक जेल में न सड़ते रहें. भारत सरकार के मुताबिक, 2014 से अब तक कुल 2,661 भारतीय मछुआरे और 71 भारतीय नागरिक पाकिस्तान से रिहा होकर भारत लौट चुके हैं. साल 2023 से अब तक 500 मछुआरे और 13 आम भारतीय नागरिक पाकिस्तान से भारत आ चुके हैं.