यूएनजीए में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूस के साथ व्यापार करने पर भारत को घेरे जाने के बीच रूस के उप प्रधानमंत्री दिमित्री पत्रुशेव ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. रूसी डिप्टी पीएम पत्रुशेव ने रूस और भारत के रिश्ते बहुत खास और मजबूत बताते हुए कहा है नई दिल्ली, मॉस्को का करीबी और भरोसेमंद दोस्त है.
पीएम मोदी और पत्रुशेव के बीच हुई मुलाकात में भारत और यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन (ईएईयू) के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) पर बातचीत हुई. इस दौरान दिमित्री ने कहा, साल 2024 में दोनों देशों के बीच व्यापार अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है.
भारत के साथ हर क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे:रूसी डिप्टी पीएम
पत्रुशेव और पीएम मोदी की यह मुलाकात ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2025’ के दौरान हुई. पत्रुशेव ने कहा, कि रूस भारत के साथ हर क्षेत्र में मिलकर काम करता रहेगा और दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करने की पूरी कोशिश करेगा.
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘रूस के डिप्टी PM दिमित्री पत्रुशेव से मिलकर खुशी हुई. हमने खेती, खाद और फूड प्रोसेसिंग में साथ मिलकर काम कैसे बढ़ाया जाए, इस पर बात की.’
भारत और रूस के बीच कितना बढ़ा व्यापार
आंकड़ों पर गौर किया जाए तो साल 2024 में रूस और भारत के बीच व्यापार 70.6 बिलियन डॉलर तक पहुंचा, जो 2023 की तुलना में 9.2% अधिक है. इसमें रूस से भारत का आयात ही 67.15 बिलियन डॉलर था. जबकि कोविड-19 से पहले यह व्यापार सिर्फ 10 बिलियन डॉलर था. यानि पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच अब तक का सबसे बड़ा व्यापारिक स्तर माना जा रहा है.
अमेरिका के दबाव के बीच बढ़ रहे भारत-रूस के संबंध
पीएम मोदी और रूसी डिप्टी के बीच मुलाकात इसलिए अहम है, क्योंकि भारत पर रूस के साथ व्यापार न करने को लेकर अमेरिका का भारी दबाव है. भारत पर 50 प्रतिशत का टैरिफ थोपा गया है. वहीं अमेरिका की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि भारत रूस के साथ तेल व्यापार करते युद्ध भड़काने में मदद कर रहा है. लेकिन भारत ने इस दबाव को खारिज कर दिया है, और साफ कह दिया है राष्ट्रहित सर्वोपरि है.