ऑपरेशन सिंदूर के बाद चार महीने बाद पहली बार भारत और पाकिस्तान की सेनाएं एक साथ किसी युद्धाभ्यास में हिस्सा ले जानी जा रही हैं. रूस में चल रही मल्टीनेशन मिलिट्री एक्सरसाइज ‘जैपाड’ (1-17 सितंबर) में भारत और पाकिस्तानी की सेनाएं भी हिस्सा लेने जा रही हैं.
जानकारी के मुताबिक, भारतीय सेना का 70 सदस्य दल 9 सितंबर से इस रूस में चल रही इस मिलिट्री एक्सरसाइज में हिस्सा लेगा. सोमवार को ये दल रूस के लिए रवाना होने जा रहा है. वर्ष 2021 के बाद पहली बार है कि रूस ने किसी मल्टीनेशन मिलिट्री एक्सरसाइज को आयोजित किया है. क्योंकि फरवरी 2022 से रूस की सेना यूक्रेन के खिलाफ जंग में व्यस्त थी.
जानकारी के मुताबिक, रूस के जैपाड युद्धाभ्यास में भारत, पाकिस्तान और रूस सहित कुल 20 देशों की सेनाएं हिस्सा लेने जा रही हैं. इसमें चीन भी शामिल है. माना जा रहा है कि युद्धाभ्यास में एससीओ यानी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन से जुड़े सदस्य-देशों की सेनाएं हिस्सा लेंगी. एससीओ में भारत, पाकिस्तान, चीन और रूस सहित मध्य एशिया के देश शामिल हैं.
अमूमन, रूस में होने वाली इस एक्सरसाइज में दो ग्रुप बनाया जाते हैं. हिस्सा लेने वाले देशों की सेनाओं को दो ग्रुप में बांट दिया जाता है. ऐसे में संभावना है कि भारत और पाकिस्तान को अलग-अलग ग्रुप में रखा जाएगा. भारत को रुस के ग्रुप में रखा जाएगा तो पाकिस्तान को चीन के साथ.
वर्ष 2018 में भी भारत और पाकिस्तान की सेना ने रूस के चेबरकुल (चेल्याबिंस्क प्रांत) में हुई एससीओ एक्सरसाइज में पहली बार एक साथ हिस्सा लिया था. वर्ष 1947 में बंटवारे के बाद पहली बार भारत और पाकिस्तान की सेनाओं ने किसी साझा युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया था. उस दौरान भी सर्जिकल स्ट्राइक (2016) के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही जबरदस्त तनातनी के बीच रूस ने दोनों के संबंधों के बीच जमी बर्फ को पिघलाने का काम किया था.
गौरतलब है कि इन दिनों, भारतीय सेना अमेरिका के साथ दो बड़ी एक्सरसाइज में हिस्सा ले रही है. अलास्का में भारत और अमेरिकी की द्विपक्षीय एक्सरसाइज युद्ध अभ्यास (1-14 सितंबर) चल रही है तो मिस्र में मल्टीनेशन एक्सरसाइज ब्राइट स्टार, जिसमें भारत की सेना के तीनों अंग (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) हिस्सा ले रही हैं. ब्राइट स्टार युद्धाभ्यास को इजिप्ट (मिस्र) और अमेरिका की सेंट्रल मिलिट्री कमांड मिलकर आयोजित करती हैं.