इजरायल को हथियार भेजने की भारत की मदद को स्पेन ने अड़ंगा लगा दिया है. इजरायल भेजे जा रहे भारत के हथियारों स्पेन ने एंट्री देने से मना कर दिया है. भारत ऐसे वक्त में इजरायल को हथियार देकर मदद कर रहा था जब गाजा में चल रही जंग में अमेरिका ने अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं.
अमेरिका ने इजरायल को बम की सप्लाई रोक दी है. लिहाजा गाजा के युद्ध में फंसे इजरायल को हथियार देकर भारत करगिल में किए इजरायली मदद का कर्ज उतार रहा है. भारत ने इजरायल को हथियार भेजा है लेकिन स्पेन ने हथियारों वाले जहाज को अपने बंदरगाह पर रुकने की इजाजत देने से मना कर दिया है. इसके पीछे स्पेन ने तर्क दिया है कि “मिडिल ईस्ट को शांति की जरूरत है न कि और ज्यादा विस्फोटक की.”
स्पेन ने रोका भारत का हथियारों वाला जहाज
भारत से विस्फोटक लेकर इजरायल जा रहे जहाज को स्पेन ने रोक दिया है. स्पेन ने जहाज को अपनी सीमा में आने की परमिशन नहीं दी है. स्पेन के परिवहन मंत्री ऑस्कर पुएंते ने कहा है कि ” मिडिल ईस्ट समय अशांति से गुजर रहा है. ऐसे में मिडिल ईस्ट को हथियार क्यों भेजे जा रहे हैं? यहां पर हथियारों की कोई जरूरत नहीं है. हमने कार्टाजेना के दक्षिण-पूर्वी बंदरगाह पर विस्फोटक लेकर इजरायल जाने वाले जहाज को अनुमति देने से इनकार कर दिया है.”
स्पेन के विदेश मंत्री जोस मैनुअल अल्बेरेस ने भी बयान जारी किया है. स्पेन के विदेश मंत्री ने ब्रुसेल्स में कहा है, कि “यह पहली बार है, जब हमने ऐसा किया है, क्योंकि यह पहली बार है, कि हमने इजरायल को हथियारों की खेप ले जाने वाले एक जहाज का पता लगाया है, जो एक स्पेनिश बंदरगाह पर ठहरना चाह रहा था.” स्पेन के विदेश मंत्री ने कहा है कि “इस वक्त मिडिल ईस्ट को और ज्यादा हथियारों की जरूरत नहीं है, मिडिल ईस्ट को ज्यादा से ज्यादा शांति की जरूरत है. इसलिए इजरायल में हथियार ले जाने वाले किसी भी जहाज को लेकर ये हमारी नीति के तहत फैसला लिया है. विदेश मंत्रालय आगे भी इस नीति के तहत आने वाली किसी कॉल को रोकता रहेगा.”
गाजा पर हमले के विरोध में है स्पेन
इजरायल के लिए हथियार ले जा रहे जहाज को रोके जाने की जानकारी स्पेन के विदेश मंत्री जोस मैनुअल अल्बरेस ने ही शेयर की थी. गाजा में इजरायल के हमले के बाद से स्पेन लगातार इजरायल की आलोचना करता रहा है. स्पेन ने इजरायल के खिलाफ ये कोई पहला एक्शन नहीं लिया है. स्पेन ने बेल्जियम के साथ मिलकर तेल अवीव के हथियार निर्यात पर रोक लगा दी थी.
जिस जहाज को नहीं मिली एंट्री, उसमें हैं 27 टन विस्फोटक
जिस जहाज को स्पेन ने रुकने से मना कर दिया है, उसमें डेनमार्क का झंडा लगा हुआ है. मरिन्ने डेनिका नाम के उस जहाज पर भारत से भेजा गया 27 टन विस्फोटक लदा हुआ था. जहाज 8 अप्रैल को चेन्नई से निकलकर और इजरायल के हाइफा बंदरगाह जा रहा था. मरिन्ने डेनिका जहाज ने स्पेन के कार्टेगेना में 21 मई को रुकने की इजाजत मांगी थी. भारत से इजरायल तक की लंबी यात्रा के दौरान जहाज ने रुकने की परमिशन मांगी थी.
‘जहाज रोका जाना’ भारत में बना चुनावी मुद्दा
एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने हथियारों वाले जहाज को चुनावी मुद्दा बना दिया है, ओवैसी ने एक्स पोस्ट में तंज कसते हुए कहा है कि “इस चुनाव में मोदी ने अपने कई दोस्तों को ठुकरा दिया. पहले अपने यारों पर टैंपू में काला धन वाला आरोप लगाया और अब अपने रोल-मॉडल नेतन्याहू को भी शर्मिंदा कर दिया. ये बताइए कि नेतन्याहू ने आपकी बात क्यों नहीं सुनी? हमें तो लगा था आपकी तमाम विदेशी नेताओं से बहुत करीबी दोस्ती है. मोदी ने हर बार यूएन में सीजफायर के खिलाफ वोट किया. हैदराबाद से अडानी-एल्बिट इजरायल को ड्रोन एक्सपोर्ट कर रही है.”
आपके बता दें कि करगिल युद्ध (1999) के दौरान इजरायल ने भारत को गोला-बारुद सप्लाई किया था. इजरायल ने ऐसे समय में मदद की थी जब भारत परमाणु परीक्षण के चलते भारी प्रतिबंधों के नीचे दबा हुआ था.
इजरायल ने की थी कारगिल युद्ध में हिंदुस्तान की मदद
भारत और इजरायल में बहुंत अच्छी और गहरी दोस्ती है. दोनों देशों में अच्छे सैन्य संबंध हैं. इजरायल के संकट के वक्त भारत ठीक उसी तरह से मदद कर रहा है जब करगिल युद्ध के दौरान इजरायल ने गाइडेड लेजर बम की सप्लाई करके भारत की मदद की थी. सरकारी रक्षा कंपनी म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड ने इजरायल को विस्फोटक की सप्लाई की है.
म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड कंपनी भारत के रक्षा मंत्रालय के तहत काम करती है. इसके अलावा अडानी डिफेंस ने भारत में बने इजरायली मूल के किलर ड्रोन हरमेस को इजरायल को निर्यात किया था. किलर ड्रोन का इजरायल की कंपनी एलबिट सिस्टम के साथ मिलकर बनाया गया है. भारतीय निजी कंपनी प्रिमियर एक्सप्लोसिव लिमिटेड भी इजरायल को साल 2021 से विस्फोटकों की सप्लाई कर रही है.