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राजस्थान पहुंची मिस्र की सेना, राफा बॉर्डर पर जारी संकट के बादल

पश्चिम एशिया में आए भूचाल के बीच मिस्र के स्पेशल फोर्सेज इन दिनों राजस्थान के रेगिस्तान में पसीना बहा रहे हैं. मौका है भारतीय सेना के साथ साझा साइक्लोन मिलिट्री एक्सरसाइज का. दोनों देशों के स्पेशल फोर्सेज के बीच साइक्लोन युद्धाभ्यास का ये तीसरा संस्करण है.

राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज (बीकानेर) में दो हफ्ते की साइक्लोन एक्सरसाइज चल रही है (10-23 फरवरी). एक्सरसाइज के दौरान, भारत और मिस्र की सेनाओं की टुकड़ी जबरदस्त कॉम्बैट और टेक्टिकल ट्रेनिंग कर रही हैं ताकि साझा ऑपरेशन्ल क्षमताओं को मजबूत किया जा सके.

भारत और मिस्र के स्पेशल फोर्सेज का साझा युद्धाभ्यास, साइक्लोन 

युद्धाभ्यास के दौरान, भारत और मिस्र, दोनों ही देशों के स्पेशल फोर्सेज अनुकरणीय अनुशासन, टीम-वर्क और परिस्थितियों के अनुकूल ढलने का कड़ा अभ्यास कर रहे हैं ताकि चुनौती-पूर्ण वातावरण में साझा मिशन को अंजाम दे सकें.

भारतीय सेना के मुताबिक, एक्सरसाइज के दौरान क्लोज क्वार्टर बैटल ड्रिल, सर्वाइवल कौशल, डेमोलेशन-ट्रेनिंग और कॉम्बैट मेडिकल स्किल शामिल हैं. स एक्सरसाइज के जरिए दोनों देशों के सैनिक रेगिस्तान और सेमी-रेगिस्तान, दोनों तरह के क्षेत्रों में अपने रण-कौशल को परख रहे हैं.

साझा ट्रेनिंग के दौरान सैनिक रियल-वर्ल्ड बैटलफील्ड के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं.

स्वदेशी हथियारों को भी किया प्रदर्शित

सेना के मुताबिक, युद्धाभ्यास के दौरान मिस्र के स्पेशल फोर्सेज को स्वदेशी हथियार और सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन भी किया जा रहा है.

एक्सरसाइज का उद्देश्य एक दूसरे की टेक्टिकल क्षमताओं को जानना-समझना तो है ही साथ ही राजनयिक और सैन्य संबंधों को भी मजबूत करना है.

भारतीय सेना के मुताबिक, एक्सरसाइज का समापन 48 घंटे के एक खास चरण से होगा, जिसमें काउंटर-टेररिज्म ऑपरेशन्स की ड्रिल को अंजाम दिया जाएगा. आखिरी चरण में युद्धाभ्यास के दौरान सीखे गए रण-कौशल को पूरी तरह से परखा जाएगा.

पिछले कुछ वर्षों में भारत और मिस्र के बीच सामरिक साझेदारी स्थापित हुई है ताकि रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाया जा सके और आतंकवाद का मिलकर मुकाबला करने के साथ ही क्षेत्रीय सुरक्षा में योगदान दिया जा सके.  

गाजा को लेकर अमेरिकी ऑफर से सिनाई प्रायद्वीप में संकट, मिस्र की सेना अलर्ट

पिछले कुछ समय से मिस्र की सेनाएं जबरदस्त युद्धाभ्यास में जुटी हैं. फिलिस्तीन (इजरायल) से सटे सिनाई प्रायद्वीप (इलाके) में मिस्र की लैंड फोर्सेज और वायुसेना जबरदस्त अभ्यास कर रही हैं. ये इसलिए किया जा रहा है क्योंकि अमेरिका ने गाजा से विस्थापित फिलिस्तीनियों को मिस्र और जॉर्डन जैसे देशों में शरण लेने का आह्वान किया है. मिस्र ने हालांकि इस प्रस्ताव को ठुकराया दिया है. ऐसे में बेहद संवेदनशील राफा बॉर्डर पर किसी भी तरह की कोई चुनौती का सामना करने के लिए मिस्र ने बड़ी संख्या में अपने सैनिक, टैंक और आर्मर्ड व्हीकल्स को अपनी सीमा में तैनात कर दिया है. (https://x.com/clashreport/status/1891934028254552219)