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भय बिनु होत न प्रीति…हिंद की सेना का साफ संदेश

शिव तांडव स्त्रोत के बाद राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता और रामचरितमानस की चौपाई के जरिए देश की सशस्त्र सेनाओं ने पाकिस्तान को साफ संदेश दे दिया है.

भारतीय वायुसेना के डायरेक्टर जनरल ऑफ एयर ऑपरेशन्स (डीजी एयर ऑप्स) एयर मार्शल ए के भारती ने ‘याचना नहीं अब रण होगा’ की पंक्ति का उदाहरण देते हुए रामचरित मानस की एक चौपाई पढ़ी.

एयर मार्शल भारती ने कहा, ‘विनय न मानत जलधि जड़, गए तीनि दिन बीति, बोले राम सकोप तब, भय बिनु होइ न प्रीति.’ अर्थ साफ है बिना डर के पाकिस्तान नहीं मानने वाला.

चीन की मिसाइल पीएल- 15 को हमने मार गिराया: एयर मार्शल ए के भारत

पाकिस्तान के डीजीएमओ की बातचीत से पहले थलसेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, “हमारी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ थी. 7 मई को आतंकियों पर अटैक किया, लेकिन पाकिस्तान की सेना ने इसे अपनी लड़ाई बना लिया. इसलिए हमें जवाब देना पड़ा.”

एयर मार्शल एके भारती ने ये जानकारी भी दी कि चीन की मिसाइल पीएल-15 को हमने मार गिराया है. वहीं, पाकिस्तानी ड्रोन्स को लेजर गन से मार गिराया गया है.  क्योंकि पिछले कुछ सालों में सेना का आधुनिकीकरण हुआ है. हमारे एयर डिफेंस सिस्टम को भेदना मुश्किल है.”

पाकिस्तान के पाप का घड़ा भर गया: लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई

तीनों सेनाओं की ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि “हमें ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई को एक कॉन्टेक्ट में समझने की आवश्यकता है. अब सिविलियन और पर्यटकों को निशाना बनाया जा रहा है. पहलगाम तक इस पाप का घड़ा भर चुका था. हमने इस पूरे ऑपरेशन को बिना एलओसी पार किए किया था इसलिए हमें पूरा अंदाजा था कि दुश्मन क्या करेगा इसलिए हमारी एयर डिफेंस की पूरी तैयारी थी.”

राख से राख, धूल से धूल…डीजीएमओ ने दिया विराट कोहली का उदाहरण 

डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, “हमारे एयरफील्ड और लॉजिस्टिक्स को टारगेट बनाना बहुत मुश्किल है. मैंने देखा कि विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया है, वो मेरे पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक हैं. 1970 के दशक में, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज के दौरान, दो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी लाइनअप को नष्ट कर दिया, और तब ऑस्ट्रेलिया ने एक कहावत बनाई – “राख से राख, धूल से धूल, अगर थॉमो तुम्हें नहीं पकड़ता, तो लिली तुम्हें पकड़ लेगा.” अगर आप परतें देखेंगे, तो आप समझ जाएंगे कि मैं क्या कहना चाह रहा हूं. भले ही आप सभी परतों को पार कर लें, इस ग्रिड सिस्टम की परतों में से एक आपको मार देगी.”

भारतीय नौसेना चाहे तो अपनी इच्छानुसार अटैक करने में सक्षम: वाइस एडमिरल एएन प्रमोद

वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने कहा, “प्रभावी ढंग से कई सेंसर और इनपुट का यूज करते हुए, हम खतरों को कम करने या बेअसर करने के लिए निरंतर निगरानी करते हैं. हमने अधिकतम रडार का उपयोग किया और सभी उड़ने वाली वस्तुओं को देखा, चाहे वो ड्रोन हो, लड़ाकू जेट हो.”हमारे पायलट हमारे विमानों में दिन और रात काम करने में सक्षम हैं. किसी भी दुश्मन के विमान को हमारी जमीन के कई किलोमीटर के करीब भी नहीं आने दिया गया. कोई भी विमान सैकड़ों किलोमीटर के भीतर नहीं आ सकता. हमने अपनी एंटी मिसाइल और एंटी एयरक्राफ्ट तकनीक को प्रमाणित किया. हमारा ताकतवर युद्ध समूह दंड से मुक्त होकर काम करने में सक्षम था. प्रभावी रूप से इसने पाकिस्तानी समकक्षों को पीछे हटने के लिए मजबूर किया. इसने पाकिस्तान को सीमा के करीब ही रहने के लिए मजबूर कर दिया.”

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