इजिप्ट (मिस्र) में चल रही मल्टीनेशनल एक्सरसाइज ‘ब्राइट स्टार’ (28 अगस्त-10 सितंबर) में भारतीय सैनिकों ने सीबीआरएन यानी कैमिकल बायोलॉजिकल रेडिएशन और न्यूक्लियर वॉरफेयर की ड्रिल में हिस्सा लिया है. अमेरिका की सेंट्रल कमांड और मिस्र की सेना द्वारा आयोजित इस युद्धाभ्यास को मोहम्मद नोगिब मिलिट्री बेस में आयोजित किया जा रहा है.
मिस्र में चल रही है ब्राइट स्टार एक्सरसाइज
दो साल में एक बार होने वाले इस युद्धाभ्यास में पहली बार भारत की तीनों अंगों (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) के कुल 700 सैनिक हिस्सा ले रहे हैं. दो वर्ष में एक बार होने वाली इस बार ब्राइट स्टार एक्सरसाइज में 40 देशों के करीब आठ हजार (8000) सैनिक हिस्सा ले रहे हैं. वर्ष 1980 से आयोजित होने वाली इस एक्सरसाइज का इस बार 19वां संस्करण है. वर्ष 1980 में ये इजिप्ट और अमेरिका के बीच होने वाली द्विपक्षीय एक्सरसाइज थी. लेकिन अब ये मल्टीनेशनल एक्सरसाइज में तब्दील हो गई है. मिडिल ईस्ट क्षेत्र की ये सबसे बड़ी मल्टीनेशन एक्सरसाइज है, जिसे जल, थल और आकाश तीनों में एक साथ आयोजित किया जाता है. वर्ष 2023 में ब्राइट स्टार एक्सरसाइज में भारतीय वायुसेना ने हिस्सा लिया था.
सुदर्शन चक्र कोर के कमांडर भी पहुंचे इजिप्ट
इस वर्ष एक्सरसाइज में भारतीय सैनिकों की तैयारियों की समीक्षा के लिए थलसेना की सुदर्शन चक्र कोर (मुख्यालय भोपाल) के कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अरविंद चौहान खुद मिस्र में मौजूद हैं. एक्सरसाइज की जानकारी साझा करते हुए दिल्ली स्थित इंटीग्रेटेड डिफेंस हेडक्वार्टर (आईडीएस) ने कहा कि ब्राइट स्टार के जरिए अलग-अलग देशों की सेनाओं के बीच इंटरऑपरेबिलिटी बढ़ेगी और आपसी सहयोग मजबूत होने के साथ साझा ऑपरेशनल क्षमता का विकास होगा.
आईडीएस के मुताबिक, सीबीआरएन वॉरफेयर के अलावा, भारतीय सैनिकों ने पार्टनर-देशों के सैनिकों के साथ ज्वाइंट फायरिंग और कॉम्बैट मेडिक (मेडिकल) ड्रिल में हिस्सा लिया.
सेंट्रल कमांड के पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर से करीबी संबंध
अमेरिका की ये वही सेंट्रल कमांड है, जिसके फ्लोरिडा स्थित हेडक्वार्टर में हाल ही में, पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर ने दौरा किया था. सेंट्रल कमांड का एरिया ऑफ ऑपरेशन पाकिस्तान से लेकर खाड़ी और पूरा मिडिल-ईस्ट क्षेत्र है. इस सेंट्रल कमांड के पूर्व कमांडर जनरल एरिक कुरीला की असीम मुनीर से नजदीकियों के चलते ही अमेरिका और पाकिस्तान एक बार फिर से साथ हो गए हैं. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इन नजदीकियों के चलते ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का झुकाव पाकिस्तान की तरफ दिखाई पड़ा था.
यही वजह है कि भारत की एक बड़े सैन्य टुकड़ी के साथ ब्राइट स्टार में शिरकत बेहद अहम मानी जा रही है. इजिप्ट के साथ भारत के पहले से ही मजबूत संबंध माने जाते हैं. पिछले साल ही इजिप्ट ब्रिक्स देशों के समूह में शामिल हुआ है, जिसमें भारत, रूस और चीन संस्थापक सदस्य हैं.
1 सितंबर से अलास्का में भारत और अमेरिका का द्विपक्षीय सालाना युद्धाभ्यास
गौरतलब है कि 1 सितंबर से अलास्का में भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच वार्षिक मिलिट्री एक्सरसाइज, युद्ध-अभ्यास (यही नाम है युद्धाभ्यास का) होने रही है. इस एक्सरसाइज में भारत के 400 सैनिक हिस्सा ले रहे हैं, जो अब तक हुए सभी युद्ध-अभ्यास के संस्करणों में सबसे ज्यादा हैं.