संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद यानी यूएनएचआरसी के मंच से भारतीय प्रतिनिधि क्षितिज त्यागी ने पाकिस्तान को ऐसा धोया है कि पाकिस्तान बगले झांकने को मजबूर हो गया है. वहीं अल्पसंख्यकों की सुरक्षा मामले में स्विट्जरलैंड को कड़े शब्दों में जवाब दिया है.
हमेशा अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर पर रोने वाले पाकिस्तान के लिए भारत के स्थाई मिशन में काउंसलर क्षितिज त्यागी ने असीम मुनीर के डंप ट्रक वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा, पाकिस्तान बार-बार झूठ और पुराने प्रचार को इस मंच पर दोहराता है, जबकि पाकिस्तान के अपने नेताओं ने उसे डंप ट्रक करार दिया है, जो उसकी साख को दर्शाता है.
वहीं स्विट्जरलैंड के लिए काउंसलर ने कहा, स्विट्जरलैंड जैसे करीबी दोस्त और भागीदार से ऐसी सतही और गलत टिप्पणियां आश्चर्यजनक हैं.
बार-बार पुराना और झूठा प्रोपेगेंडा मंच पर लाता है डंप ट्रक देश: क्षितिज त्यागी
पाकिस्तान द्वारा लगाए गए मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों का भी भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया. भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद का प्रायोजक बताते हुए उसकी बातों पर ध्यान न देने को कहा.
भारतीय काउंसलर क्षितिज त्यागी ने 22 अप्रैल को पहलगाम नरसंहार का उल्लेख करते हुए पाकिस्तान को लताड़ा. भारतीय प्रतिनिधि ने कहा, “9/11की बरसी, जो हाल ही में मनाई गई, हमें आतंकवाद के खिलाफ सतर्क रहने की याद दिलाती है. पाकिस्तान ने ही 9/11के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन को न केवल पनाह दी थी, बल्कि बाद में उसे ‘शहीद’ तक बताया. यह पाकिस्तान की दोहरी नीति को उजागर करता है.”
“पहलगाम हमले पर हमारी संतुलित और उचित प्रतिक्रिया ने स्पष्ट कर दिया है कि हमें किसी आतंकवाद के प्रायोजक से सबक नहीं चाहिए, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करने वाले से उपदेश नहीं चाहिए, और किसी ऐसे देश की सलाह नहीं चाहिए, जिसने अपनी विश्वसनीयता खो दी हो. भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और अपनी संप्रभुता की रक्षा बिना किसी समझौते के करेगा.”
क्षितिज त्यागी ने “पाकिस्तान को अस्थिरता और दान पर जीवित रहने वाला एक विफल राष्ट्र” करार दिया.
अपने देशों की समस्याओं पर ध्यान दे स्विट्जरलैंड: भारतीय काउंसर
भारत के राजनयिक क्षितिज त्यागी ने कहा, “स्विट्जरलैंड जैसे करीबी दोस्त की गलत टिप्पणियां हैरान करने वाली हैं. यूएनएचआरसी की अध्यक्षता करने वाला देश समय बर्बाद करने के बजाय सच्चाई पर आधारित चर्चा करे और झूठे नैरेटिव न फैलाए.” क्षितिज त्यागी ने स्विट्जरलैंड को उसके अपने देश में मौजूद नस्लवाद और भेदभाव जैसी चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया है.
त्यागी ने स्विट्जरलैंड के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि, “ये आरोप तथ्यात्मक रूप से गलत और भारत की वास्तविकता से कोई नाता नहीं हैं.”
स्विट्जलैंड की मदद करने के लिए भारत तैयार: क्षितिज त्यागी
क्षितिज त्यागी ने कहा, “अगर स्विट्जरलैंड सचमुच मानवाधिकार पर चिंतित है तो उसे पहले अपने देश की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए. उसे नस्लवाद, व्यवस्थित भेदभाव और जेनोफोबिया जैसी चुनौतियों से निपटना चाहिए. भारत दुनिया का सबसे बड़ा, सबसे विविध और सबसे जीवंत लोकतंत्र है. हमारी सभ्यता का आधार बहुलवाद और सह-अस्तित्व की परंपरा है. अगर स्विट्जरलैंड चाहे तो भारत इन मुद्दों पर उसकी मदद करने के लिए तैयार है.”
स्विट्जरलैंड ने यूएन के मंच से कहा क्या था, जिससे भड़का भारत
स्विट्जरलैंड ने भारत पर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, मीडिया की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर चिंताएं व्यक्त कीं थीं. स्विट्जरलैंड ने यूएन में कहा था, कि “भारत को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और मीडिया की आजादी सुनिश्चित करनी चाहिए.”
लेकिन स्विट्जरलैंड ने भारत से ऐसे कड़े और स्पष्ट जवाब की अपेक्षा नहीं की होगी. यूएन के मंच ने क्षितिज त्यागी ने साफ कर दिया कि खुद ऐसी समस्याओं से जूझ रहे देश के उपदेश की जरूरत भारत को नहीं है. भारत में सब सही है.