सीरिया से लौटने वाले पहले भारतीय ने सुनाई है आपबीती. कैसे खुलेआम हाथों में एके 47 लेकर घूम रहे थे विद्रोही. कैसे कभी भी कहीं भी दमिश्क की सड़कों पर हो रही थी बमबारी. कैसे खुलेआम दमिश्क में लूटपाट की जा रही थी, लोगों को बंधक बनाया जा रहा था. इन सबके चश्मदीद हैं दमिश्क से लौटे भारतीय नागरिक रवि भूषण.
गाजियाबाद के रहने वाले रवि भूषण एक बिजनेस ट्रिप पर सीरिया पहुंचे थे. पर कुछ ही दिनों में हालात ऐसे भयावह हो गए कि उन्हें एक पल तो ऐसा लगा कि शायद वो हिंदुस्तान वापस ना लौट पाएं. पर सीरिया से भारत सुरक्षित घर वापसी पर रवि भूषण भारत सरकार को धन्यवाद देते नहीं थक रहे हैं.
खुलेआम एके 47 लेकर घूम रहे थे विद्रोही
सीरिया से भारत लौटने वाले 75 भारतीयों में से पहले गाजियाबाद के रहने वाले रवि भूषण हैं. भारत लौटने पर रवि ने दमिश्क की भयावह स्थिति के बारे में एक एक बातों को साझा किया है. रवि भूषण ने बताया कि “सीरिया में उनकी बिजनेस मीटिंग थी, वह वहां करीब एक हफ्ते के लिए थे. लेकिन दो दिन बाद ही अचानक अशांति फैल गई. स्थानीय लोग मार्केट और सड़कों पर एके 47 बंदूक लेकर घूम रहे थे, वे गाड़ियों को लूट रहे थे. जिसे देखकर मैं बेहद डर गया था.”
रवि भूषण ने बताया- “दमिश्क में लोग खुलेआम सड़कों पर गोलीबारी कर रहे हैं, बमबारी कर रहे हैं, बैंकों को लूट रहे हैं. एयरपोर्ट को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया है. लोग होटलों और गाड़ियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. मैंने ऐसे कभी खुलेआम लोगों को हथियार लेकर घूमते नहीं देखा था. आने वाले समय में सीरिया की हालत और खराब होने वाली है.”
भारतीय दूतावास ने बढ़ाया उत्साह, भारत सरकार को धन्यवाद
रवि भूषण ने बताया कि भारत ने अपने नागरिकों को वापस घर लाने में मदद के लिए किस तरह के प्रयास किए. रवि भूषण के मुताबिक “भारतीय दूतावास ने हर एक व्यक्ति से संपर्क किया है, उनका उत्साहवर्धन किया साथ ही पूछा कि क्या वो ठीक हैं.”
रवि भूषण ने कहा. “उन्हें हर घंटे संदेश के माध्यम से यह जानकारी दी गई कि बचाव अभियान के संबंध में वो कब और क्या करने जा रहे हैं. अगर किसी को भोजन या किसी अन्य चीज से संबंधित कोई समस्या होती थी, तो दूतावास उसका भी प्रबंध करता था.”
भारत लौटने के बाद रवि भूषण, सरकार का धन्यवाद देते नहीं थक रहे. रवि भूषण ने कहा- “हम भारत सरकार साथ ही लेबनान और सीरिया दोनों स्थानों पर स्थित भारतीय दूतावास के बहुत आभारी हैं.”
दूसरे देश के लोग सीरिया में हैं परेशान- सीरिया से लौटे भारतीय
रवि भूषण ने बताया कि “दूसरे देशों के लोगों का दर्द देखकर महसूस हुआ कि भारत सरकार की ओर से किए गए प्रयास कितने अच्छे हैं. हमने देखा कि दूसरे देशों के लोग किस तरह से परेशान थे. एयरपोर्ट पर छोटे बच्चों और महिलाओं 4-5 डिग्री तापमान में 10-12 घंटे से अधिक समय तक बाहर बैठना पड़ रहा है. पर भारत सरकार की वजह से हमें ऐसी किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा.”
रवि भूषण के मुताबिक सीरिया में अभी 74 भारतीय हैं. जिन्हें लेबनान लाया गया है. सीरिया से लौटने वाले वह पहले शख्स हैं. बाकी लोग अभी भी होटल में हैं. भारत सरकार उनके लिए टिकट का इंतजाम कर रही है. बाकी भारतीय भी जल्द भारत लौटेंगे.