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अमेरिका के खिलाफ भारत का साथ, श्रीलंका की संसद में उठी आवाज

अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ रूस, चीन के भारत के साथ खड़े होने के बाद पड़ोसी देश श्रीलंका से उठी है भारत के समर्थन की आवाज. श्रीलंका के सांसद ने अपनी सरकार को घेरते हुए भारत के साथ न खड़े होने पर सवाल खड़े किए हैं. 

श्रीलंका के सांसद हरीश डी सिल्वा ने संसद में खड़े होकर अपनी सरकार से कहा है, हमारी सरकार भारत का समर्थन न करके मजाक कर रही है. ये ठीक नहीं है, हमें भारत जैसे देश के पक्ष में खड़े होना चाहिए क्योंकि भारत ने ही मुश्किल वक्त में हमारी मदद की थी.

भारत है श्रीलंका का सच्चा सहयोगी, मजाक के बजाए अमेरिका के खिलाफ दें साथ : हरीश डी सिल्वा

श्रीलंकाई सांसद ने भारत पर अमेरिका के मनमानी टैरिफ थोपे जाने का विरोध किया है. श्रीलंका की पार्लियामेंट अपनी अपनी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए सांसद हरीश डी सिल्वा ने कहा, “हमें ट्रंप के व्यापार शुल्कों के खिलाफ भारत के साहसिक रुख का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए, जैसा सरकार के लोग कर रहे हैं. भारत हमारा सच्चा सहयोगी है, जो हमारे सबसे कठिन समय में हमारे साथ खड़ा रहा. हमें उनके संघर्ष का सम्मान करना चाहिए.”

भारत का साहस एशिया को प्रेरित करता है: श्रीलंकाई सांसद

श्रीलंका के सांसद हरीश डी सिल्वा ने भारत की ताकत की प्रशंसा की है. हरीश डी सिल्वा ने कहा, “भारत, श्रीलंका का पक्का सहयोगी है, भारत का साहस पूरे एशिया को प्रेरित करता है और ताकत देता है.”

संसद में दिए संबोधन में हरीश डी सिल्वा बोले, “श्रीलंका सरकार को अमेरिका से तनातनी के मुद्दे पर भारत के साथ खड़ा होना चाहिए था. इसके बजाय हो ये रहा है कि श्रीलंकाई मंत्री और अधिकारी भारत पर तंज कर रहे हैं. हमें उनके संघर्ष का सम्मान करना चाहिए, हँसना नहीं.हमें नहीं भूलना चाहिए कि किन मुश्किल वक्तों में भारत ने हमारा साथ दिया है. हमारा ये रुख पड़ोसी देश से रिश्ते के लिए अच्छा नहीं है.”

भारत-श्रीलंका में कैसे हैं संबंध?

श्रीलंका, भारत का न सिर्फ पड़ोसी देश है, बल्कि पारंपरिक मित्र भी है. इसी साल अप्रैल के महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका का दौरा किया था, जहां श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा दिसानायके ने कोलंबो में न सिर्फ भव्य स्वागत किया बल्कि श्रीलंका के सबसे बड़े पुरस्कार से भी सम्मानित किया था. पीएम मोदी भी श्रीलंका को भारत के पड़ोसी से ‘ज्यादा बड़ा’ मित्र बता चुके हैं. 

आपको बता दें कि पिछले साल श्रीलंका में सत्ता परिवर्तन के बाद अनुरा दिसानायके की सरकार बनी है. अनुरा को चीन का करीबी बताया जाता है, लेकिन सत्ता संभालने के बाद अनुरा ने सबसे पहला विदेश दौरा भारत का किया था. अनुरा ने परंपरा निभाते हुए अच्छे पड़ोसी का धर्म निभाया था. दिल्ली पहुंचने पर अनुरा ने ये भी कहा था कि श्रीलंका की धरती का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं करने दिया जाएगा.

अमेरिका ने लगाया है भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर का क्रेडिट ने दिए जाने और रूस के साथ व्यापार करने के चलते भारत पर 50 प्रतिशत का टैरिफ थोप दिया है. हालांकि भारत की ओर से इस टैरिफ को असंगत, अविवेकपूर्ण कहा गया है. भारत ने साफ कहा है कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है. 

चीन ने भारत पर लगाए गए टैरिफ के खिलाफ बयान दिया है. चीनी राजदूत ने ट्रंप को बुली (बदमाश) बताते हुए कहा है, “एक इंच देने पर बुली पूरा मील लेना चाहता है,” वहीं रूस ने भी भारत पर लगाए गए टैरिफ को गलत बताया है. खुद राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी से फोन पर बात की है.

अब श्रीलंकाई सांसद ने भी कहा है कि सरकार को भारत के समर्थन में खड़े होकर एकजुटता दिखानी चाहिए.  

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