हमास और सीरिया के मोर्चे पर जहां इजरायली सेना डटी हुई है वहीं कट्टर दुश्मन ईरान ने इजरायल में सेंध लगा दी है. ईरान ने इजरायली परमाणु वैज्ञानिक और एक पूर्व सेना के अधिकारी को मारने के लिए कई आम यहूदी नागरिकों को ही अपना जासूस बना डाला.
इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद दूसरे देशों में काम करती रही पर अपने ही देश में क्या हो रहा था, ये मोसाद और शिन बेट के एजेंट्स को भनक तक नही लग पाई. पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास के अटैक के बाद इसे इजरायली खुफिया एजेंसियों की एक और नाकामी माना जा रहा है. वहीं ईरान के लिए जासूसी करने वाले यहूदी नागरिकों पर अब एजेंसियों ने नकेल कस दी है.
इजरायल में 30 यहूदी गिरफ्तार, ईरान के लिए करते थे जासूसी
इजरायली खुफिया एजेंसियों और पुलिस ने एक बड़े अभियान के तरह 30 ईरानी जासूसों को गिरफ्तार किया है. हैरानी की बात ये है कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें से अधिकतर लोग यहूदी नागरिक थे.
एजेंसियों के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोग 9 स्लीपर सेल में ईरान के लिए जासूसी कर रहे थे और संवेदनशील जानकारी के बदले ईरान जासूसों को अच्छे पैसे देता था. पूछताछ में इस बात का भी खुलासा हुआ है गिरफ्तार किए गए कुछ जासूसों को ईरान की तरफ से इजरायली लोगों को मारने का भी काम सौंपा गया था.
जासूसों के टारगेट पर थे न्यूक्लियर साइंटिस्ट, सैन्य अफसर
इजरायली सुरक्षा सेना शिन बेट के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए लोगों के टारगेट पर एक इजरायली परमाणु वैज्ञानिक और पूर्व सैन्य अधिकारी थे. वहीं कुछ जासूसों ने इजरायली सैन्य ठिकानों और एयर डिफेंस के बारे में जानकारी जुटाई थी. शिन बेट का दावा है कि पिछले सप्ताह, पिता और पुत्र की टीम ने ईरान को इजरायली सेना की गतिविधियों का विवरण दिया था, जिसमें गोलान हाइट्स भी शामिल है, जहां वे रहते थे.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ईरान पहले हाईप्रोफाइल लोगों को इजरायल की जासूसी के लिए लगाता था जिसमें मंत्री भी शामिल होते थे. पर अब ईरान इजरायल के आम लोगों को अपना जासूस बना लेता है. ये लोग पैसों के लिए ईरान की जासूसी करने लगते हैं.
एजेंसियों ने यहूदी नागरिकों की पहचान छिपाई
इजरायली पुलिस और शिन बेट ने कहा है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में कम से कम दो संदिग्ध इजरायल के अति-रूढ़िवादी समुदाय से थे. जांच एजेंसियों ने यहूदी नागरिकों की पहचान छिपाई है. पर ये बात सामने आई है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में एक अप्रवासी, एक सेना का भगोड़ा और एक यौन अपराधों में शामिल क्रिमिनल है. इन लोगों से एजेंसियों ने पूछताछ की है और पता लगाया है कि ईरान को कौन-कौन सी जानकारियां दी गई हैं.
नेतन्याहू से जुड़ी जानकारियां जासूसों ने की थी साझा
कुछ महीने पहले भी कुछ ईरानी जासूसों को शिन बेट ने गिरफ्तार किया था, जिनके टारगेट पर हाईप्रोफाइल और बड़े नेता थे. चूंकि जासूसों ने नेतन्याहू के बारे में जानकारियां जुटाई थीं तो माना जा रहा है कि वो जासूस नेतन्याहू से जुड़ी जानकारियां ईरान को साझा कर रहे थे. हालांकि इजरायली पुलिस ने इस बात का खुलासा नहीं किया था कि वो नेता कौन थे पर एजेंसियों को शक है कि पीएम नेतन्याहू के घर पर जो ड्रोन अटैक हुआ था, वो जासूसों की जानकारी के बाद ही किया गया था.