हमास के साथ हुई सीजफायर डील के एक सप्ताह बाद इजरायल ने फिलिस्तीनी नागरिकों को गाजा लौटने की मंजूरी दे दी है. 7 अक्टूबर 2023 को हमास के आतंकी हमले और इजरायल के कड़े सैन्य ऑपरेशन के तकरीबन 15 महीने बाद फिलिस्तीनी लोग अब अपने घर लौट रहे हैं.
इजरायल की हामी मिलने के बाद तकरीबन तीन लाख फिलिस्तीनी नागरिक रफा बॉर्डर और साउथ गाजा के इलाके की तरफ लौट चुके हैं. हालांकि, पिछले डेढ़ साल में गाजा का एक बड़ा हिस्सा मलबे में तब्दील हो चुका है.
हमास ने दिखाया रंग, कहा ये इजरायल की हार है
गाजा पट्टी तबाह हो चुकी है. हानिया और याह्या जैसे आतंकी आका मारे जा चुके हैं. हमास की सैन्य सुरंगे तबाह हो चुकी है, लेकिन हमास के जहरीले बोल खत्म नहीं हुए हैं.
समझौता होने के बाद पहले तो हमास आतंकियों ने वर्दी और हथियार के साथ गाजा में खुले वाहनों में बैठकर अपनी ताकर आजमाइश करके इजरायल को चिढ़ाने की कोशिश की तो अब फिलिस्तीन लोगों की वापसी को इजरायल की हार बताया है.
गाजा पट्टी से ही ऑपरेट होने वाले एक और आतंकवादी संगठन ‘इस्लामिक जिहाद’ ने कहा है, “यह उन सभी लोगों के लिए एक जवाब है, जो हमारे लोगों को विस्थापित करने का सपना देखते हैं. गाजा पर इजरायली कब्जे का प्लान फेल हो चुका है, लोगों का घर लौटना इजरायल की हार का संकेत है.”
इजरायल ने खोला नेत्जारिम कॉरिडोर, घर वापसी की लगी होड़
सोमवार को इजरायली सेना ने नेत्जारिम बॉर्डर को खोल दिया. गाजा पट्टी से आई तस्वीरों में फिलीस्तीनी नागरिकों को अपने बोरिया-बिस्तर के साथ नेत्जारिम कॉरिडोर के रास्ते पैदल ही उत्तर की तरफ अपने घरों को लौटते देखा गया. कॉरिडोर के खुलने के कुछ ही घंटों में 2 लाख से ज्यादा लोग अपनी जमीन पर लौटने लगे.
इजरायली हमलों में उत्तरी गाजा पूरी तरह से तबाह हो चुका है. ऑपरेशन के चलते इजरायल ने लोगों को घरों में वापस लौटने से रोक दिया था, लेकिन बंधकों की वापसी और सीजफायर के बाद इजरायल ने नेत्जारिम कॉरिडोर खोलकर लोगों को आने की इजाजत दे दी है. (https://x.com/un/status/1883968470259491169?s=46)
सैनिक अर्बेल येहुद की रिहाई ना होने से इजरायल ने नहीं होने दी थी लोगों के एंट्री
पिछले सप्ताह हमास ने इजरायल की 4 महिला सैनिकों को रिहा किया था लेकिन इजरायल ने मांग की थी कि आतंकियों के कब्जे में पांचवी और आखिरी महिला सैनिक अर्बेल येहुद को भी रिहा किया जाए. ऐन वक्त पर हमास ने अर्बेल का नाम लिस्ट से काट दिया. जिसके बाद इजरायल भड़क गया.
इजरायल ने दो टूक कहा कि जब तक अर्बेल की रिहाई नहीं की जाएगी, वो फिलिस्तीनी लोगों को गाजा में लौटने नहीं देगा. इजरायल ने ऐलान कर दिया, कि वह गाजावासियों को उत्तरी गाजा पट्टी में तब तक प्रवेश नहीं करने देगा, जब तक कि उसके एक नागरिक अर्बेल येहुद की रिहाई के लिए व्यवस्था नहीं हो जाती. हमास ने दावा किया है, कि येहूद जिंदा है, और उसे अगले शनिवार को रिहा किया जाएगा. लंबी बातचीत के बाद विवाद सुलझाया गया जिसके बाद इजरायल ने नेत्जारिम बॉर्डर खोलकर लोगों को आने दिया.
10 लाख लोगों की होगी गाजा में वापसी, इजरायल की बढ़ेगी मुश्किल
दरअसल हमास के खिलाफ जब इजरायल ने जंग शुरु की तो मानवीयता को लेकर दुनिया में इजरायल को कटघरे में खड़ा कर दिया गया. दुनिया के कई देशों और संस्थाओं ने माना कि फिलिस्तीन में हुए एक्शन से सबसे ज्यादा नुकसान आम लोगों को हुआ है. वहीं इजरायल का मानना है हमास आतंकी आम लोगों को ढाल की तरह से इस्तेमाल करते हैं.
अब जब तकरीबन 10 लाख लोग गाजा में वापस लौट रहे हैं तो हमास एक बार फिर से खड़ा होने की कोशिश करेगा. ऐसे में इजरायल के सामने किसी भी तरह का एक्शन लेने के लिए फिर दुविधा होगी, क्योंकि गाजा में आम लोग रह रहे होंगे और उन्हीं के बीच हमास के आतंकी खौफनाक साजिश रच रहे होंगे.
जल्द ट्रंप और नेतन्याहू की होने वाली है मुलाकात
डोनाल्ड ट्रंप और नेतन्याहू के बीच व्हाइट हाउस में मुलाकात होने वाली है. माना जा रहा है कि इजरायली एक्शन को लेकर एक बार फिर से प्लान बनाया जा सकता है, क्योंकि जिस तरह से समझौता होने के बाद हमास के आतंकी खुलेआम जश्न मना रहे हैं, वो इजरायल के साथ-साथ अमेरिका को भी अखर रहा है. ऐसे में ट्रंप और नेतन्याहू दोनों ही मानते हैं कि भविष्य में हमास के आतंकी एक बार फिर से खतरा बन सकते हैं.