सीरिया में तख्तापलट और ईरान समर्थित राष्ट्रपति बशर अल असद के देश छोड़कर भागने से तुर्की के बाद सबसे ज्यादा खुश देश कोई है तो वो है इजरायल. इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने सीरिया में असद सरकार के जाने को मिडिल ईस्ट के लिए ‘ऐतिहासिक दिन’ करार दिया है. मौके का फायदा उठाते हुए इजरायली सेना ने गोलान हाइट्स के बफर जोन पर कब्जा कर लिया है.
आईडीएफ (इजरायली डिफेंस फोर्सेज) ने आधिकारिक बयान जारी करके कहा है कि बफर जोन में अपनी रक्षा के लिए आवश्यक कई अन्य जगहों पर सेना तैनात की गई है. साल 1974 में सैनिकों की वापसी के बाद सीरिया में इजरायल की ये पहली बड़ी तैनाती है.
ईरान के विस्तारवादी नीति पर बड़ा प्रहार: बेंजामिन नेतन्याहू
सीरिया के हालात पर नेतन्याहू ने एक वीडियो मैसेज जारी करके मिडिल ईस्ट में ‘ऐतिहासिक दिन’ बताया है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए इजरायली पीएम ने कहा कि “असद शासन का पतन इजरायल द्वारा हिजबुल्लाह और ईरान पर किए गए हमलों का परिणाम है. इजरायल की रणनीतियों ने सीरिया में ईरान और उसके समर्थित संगठनों की ताकत को कमजोर किया है, जिसकी वजह से असद सरकार गिरने पर मजबूर हो गई. यह सिर्फ एक सरकार का अंत नहीं बल्कि यह ईरानी विस्तारवादी एजेंडे पर एक प्रहार है.”
नेतन्याहू ने अपनी खुफिया एजेंसी की भी तारीफ की है. साथ ही कहा है कि “इजरायल आने वाले वक्त में अपनी सुरक्षा रणनीतियों को और मजबूत करेगा ताकि क्षेत्र में उभरते खतरों से निपटा जा सके. नेतन्याहू ने कहा, असद शासन का पतन महान अवसर प्रदान करता है लेकिन खतरों से भी भरा हुआ है. हम सीरिया में हमारी सीमा से परे कुर्द, ईसाइयों और मुसलमानों के साथ उन सभी लोगों के लिए शांति का हाथ बढ़ाते हैं जो इजरायल के साथ शांति से रहना चाहते हैं.”
शत्रुओं को अपनी सीमा में स्थापित नहीं होने देंगे: नेतन्याहू
बेंजामिन नेतन्याहू के आदेश के बाद आईडीएफ ने इजरायली और सीरियाई नियंत्रित गोलान हाइट्स के बीच यूएन गश्त वाले बफर जोन को जब्त कर लिया है. नेतन्याहू ने कहा है कि, “हम किसी भी शत्रुतापूर्ण ताकत को अपनी सीमा पर स्थापित नहीं होने देंगे. सीरिया के साथ 1974 का सैनिकों की वापसी का समझौता खत्म हो गया है, इसलिए सेना को बफर जोन और पास के कमांडिंग पदों को जब्त करने का निर्देश दिया.”
गोलान हाइट्स में इजरायली सैनिक तैनात
आईडीएफ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है. जिसमें आईडीएफ ने बताया है कि “गोलान हाइट्स में सीरिया सीमा के साथ लगने वाले बफर जोन के भीतर नए स्थानों पर सैन्य तैनाती की गई है. सीरिया में हाल की घटनाओं के बाद स्थिति के आकलन के अनुसार, आईडीएफ ने बफर जोन में और अपनी रक्षा के लिए आवश्यक कई अन्य जगहों पर सेना तैनात की है, ताकि गोलान हाइट्स के लोगों और इजरायल के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.”
दरअसल बफर जोन दो शत्रु देशों को अलग रखने के लिए बनाया जाता है, और वहां सैनिकों की तैनाती नहीं की जाती है.इजरायल और सीरिया के बीच साल 1974 में एक समझौते के तहत दोनों देशों में बफर जोन बनाया गया था. इस बफर जोन में चाहे इजरायल हो या फिर सीरिया दोनों की सेनाएं नहीं जाती थीं. सीरिया से असद सरकार के तख्तापलट के बाद हालांकि, इजरायल ने ये मौका नहीं गंवाया और अब समझौता खत्म करते हुए इजरायली सेना को तैनात कर दिया है. (असद का 24 साल पुराना शासन खत्म, सीरिया पर कंट्टरपंथी विद्रोहियों का कब्जा)