गाजा में एक बार फिर इजरायली सेना का कहर बरपा है. हमास के चंगुल में फंसे अपने बंधकों को छुड़ाने के लिए इजरायली सेना ने गाजा में पिछले दो दिनों में दो बड़ी एयर स्ट्राइक की है. एक स्ट्राइक पोस्ट ऑफिस पर की गई जिसमें 30 लोग मारे गए और एक स्कूल में की गई जिमें 17 लोगों के मारे जाने की खबर है. दोनों ही इमारतों को शरणार्थी-कैंप के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था.
इजरायल ने दावा किया है कि पोस्ट ऑफिस, स्कूल और नगरपालिका में शरणार्थियों की आड़ में हमास के आतंकी छिपे हुए थे. ऐसे में आतंकियों को टारगेट किया गया था.
स्कूल और नगरपालिका पर इजरायली हमला, कई मौतें
गाजा सिटी के एक स्कूल में इजरायली अटैक के बाद चीखपुकार मच गई. जिसमें कम से कम एक महिला और उसके बच्चे समेत सात लोगों की मौत हो गई. गाजा ने दावा किया है कि स्कूल पर हुए हमले में 12 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. एक दूसरा अटैक गाजापट्टी में नगरपालिका की बैठक में किया गया. दीर अल-बलाह के नगर पालिका परिसर पर चल रही बैठक पर हुए हमले में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए. गाजा ने बेकसूर लोगों के मारे जाने को लेकर इजरायली सेना को घेरा है. तो वहीं इजरायल ने दावा किया है कि शरणार्थियों की आड़ में हमास के आतंकी छिपे हुए थे.
डाकखाने पर भी किया था हमला
शुक्रवार को आईडीएफ ने गाजा के एक डाकखाने पर भी बड़ा हमला किया था. ये हमला नुसरीत इलाके में किया गया था. आईडीएफ के मुताबिक, हमास के कमांडर की तलाश में ये स्ट्राइक की गई थी. इस हमले में 30 लोग मारे गए थे और करीब 50 लोग घायल हुए थे.
अपने बंधकों को मार रही है इजरायली सेना: हमास
हमास के मिलिट्री विंग अल-कस्साम ब्रिगेड प्रवक्ता अबु ओबैदा ने टेलीग्राम पर वीडियो जारी करके इजरायली सेना पर बड़ा आरोप लगाया है. अबु ओबैदा ने कहा है-इजरायली सेना जानबूझकर और बार-बार उन जगहों पर हमला कर रही है, जहां इजरायली बंदी रखे गए हैं. इजरायल सेना ने हाल ही में एक स्थान को निशाना बनाया जहां कुछ दुश्मन बंधक थे. यह सुनिश्चित करने के लिए कि वो मारे जाएं, इजरायली सेना ने कई बार बमबारी की.
इजरायली बंधकों की रिहाई के लिए बड़ा प्रदर्शन
एक बार फिर हजारों प्रदर्शनकारी तेल अवीव की सड़कों पर उतरे हैं. लोगों ने इजरायल की नेतन्याहू सरकार से बंधकों की रिहाई के लिए गाजा में बमबारी रोकने और हमास से तुरंत समझौते की मांग की है. बंधक बनाए गए लोगों के परिवारवालों ने आशंका जताई है कि अगर समझौता नहीं हुआ तो ज्यादा से ज्यादा बंधक मारे जा सकते हैं. तेल अवीव में ये प्रदर्शन ऐसे समय हुआ जब गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन मिडिल ईस्ट के दौरे पर हैं. लोगों ने नेतन्याहू से इस्तीफे की मांग की है. लोगों ने कहा कि पीएम 1 साल से ज्यादा वक्त में अब तक बंधकों को वापस ला पाने में नाकाम रहे हैं.
कतर एक बार फिर इजरायल और हमास में मध्यस्थता के लिए तैयार हो गया है. कतर के प्रवक्ता माजिद बिन मोहम्मद अल अंसारी ने कहा है कि हम दोनों पक्षों को सुन रहे हैं. ये कहना गलत होगी की एक पक्ष पर दबाव डाला जा रहा है. युद्धविराम और बंधकों को छुड़ाने के लिए दोनों पक्षों पर दबाव डालना होगा.