सीरिया के बफर जोन पर कब्जा करने के बाद इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) गोलन हाइट्स के अल-बाथ शहर में दाखिल हो गई है. ये सीरिया का पहला शहर है जिसे इजरायल ने अपने अधिकार में कर लिया है.
अल बाथ शहर, सीरिया की राजधानी दमिश्क से महज 67 किलोमीटर की दूरी पर है. ऐसे में इस बात के कयास हैं कि क्या इजरायल का अगला निशाना दमिश्क है, जहां हाल ही में विद्रोही (आतंकी) संगठनों ने नई सरकार बनाई है.
अल बाथ से आए वीडियो में इजरायली फोर्सेज अपने मिलिट्री गाड़ियों में शहर की सड़कों में दिखाई पड़ रहे हैं. खबर है कि इजरायली सेना ने शहर के सभी सरकारी और प्रशासनिक इमारतों को अपने अधिकार-क्षेत्र में कर लिया है.
इस महीने के शुरुआत में विद्रोही संगठन एचटीएस (हयात तहरीर अल शाम) ने सरकार का तख्तापलट कर दिया था. ऐसे में सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद सत्ता छोड़कर परिवार सहित रूस में शरण ले ली है. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1873766213396099136)
खास बात ये है कि एचटीएस चीफ अबू मोहम्मद अल जिलानी उर्फ अल-गोलानी, इसी गोलान हाइट्स का बाशिंदा है. (नेतन्याहू ने पार किया बफर जोन, सीरिया में जलजला)
बफर जोन पर कब्जा करने के पहले इजरायल ने सीरिया की सेना के सभी मिलिट्री और नेवल बेस को तबाह कर दिया था. साथ ही लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर और मिलिट्री-व्हीक्लस को भी नष्ट कर दिया था ताकि विद्रोहियों के हाथों में ना पड़ जाएं. क्योंकि ऐसा होता तो इजरायल के लिए खतरा हो सकता था.
असद की सत्ता गिरने के तुरंत बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायली सेना को बफर जोन पर कब्जा करने का आदेश दिया था. अब वहां पर इजरायली सैनिकों की तैनाती कर दी गई है. (सीरिया में टैंक पर सब्जी की दुकान, क्या लौट आई शांति)
गोलान हाइट्स का ये है इतिहास
दरअसल इजरायल ने साल 1967 में गोलान हाइट्स के अधिकतर हिस्सों पर कब्जा कर लिया था और साल 1971 में इस पूरे क्षेत्र पर उसका कब्जा हो गया था. ये बफर जोन 1974 में सीरिया के साथ युद्धविराम के तहत स्थापित किया गया था. (गोलन हाइट्स में भारतीय कमांडर की मौत, UN फोर्स के थे हिस्सा)