जम्मू डिवीजन में पिछले 4 दिनों में 4 आतंकी हमलों के बाद सुरक्षाबलों को एक बेहद ही अहम खुफिया सूचना साझा की गई है. जम्मू कश्मीर पुलिस को पाकिस्तान से सटे भारतीय इलाकों में सुरक्षाबलों, पुलिस कैंप और सैन्य प्रतिष्ठानों पर आत्मघाती हमले की साजिश का इनपुट मिला है. अलर्ट के मुताबिक अगले 48 घंटों में आतंकवादी एक बड़ा हमला कर सकते हैं. चेतावनी जारी करने के बाद सभी प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और एक-एक जवान को चौकस रहने का निर्देश दिया गया है. टीएफए के पास अलर्ट की वो चिट्ठी है जो तमाम जम्मू डिवीजन के सभी जिलों के एसएसपी, सीआरपीएफ के जोनल आईजी और भारतीय सेना के पुंछ स्थित डिवीजन के जीओसी को भेजी गई है.
हर आतंकी साजिश होगी नाकाम, जांबाज देंगे मुंहतोड़ जवाब
जम्मू और कश्मीर पुलिस की पीसीआर रिपोर्ट (12 जून) में कहा गया है कि “आतंकवादी अगले 48 घंटों में विशेष तौर से राजौरी और जम्मू जिलों के सुंदरबनी, नौशेरा, लंबेरी, अखनूर और डोमाना इलाकों में सुरक्षाबलों, पुलिस शिविर और सैन्य प्रतिष्ठानों पर आत्मघाती हमलों की योजना बना रहे हैं.” ऐसे में सभी जवानों और अधिकारियों को सतर्क रहने और आसपास नजर रखने के लिए कहा गया है.
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जम्मू क्षेत्र में ‘अलर्ट एडवाइजरी’ जारी की है. एडवाइजरी में कहा है कि जम्मू और राजौरी के लोगों से आग्रह किया गया है कि वह इंजन चालू करने से पहले अपने वाहनों की अच्छी तरह जांच कर लें. आपके वाहन में आतंकी छिपे हो सकते हैं. संदिग्ध व्यक्तियों, वाहनों और वस्तुओं की आवाजाही के बारे में सतर्क रहें और कुछ भी संदिग्ध देखे जाने पर सूचना दें. पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है.
आतंकियों की सूचना दो, 20 लाख लो
रियासी, कठुआ और डोडा में हुए दो आतंकी हमलों के बाद सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर है. आतंकियों की तलाश की जा रही है, इस बीच जम्मू पुलिस ने चार आतंकियों के स्केच जारी किए हैं, जिन आतंकियों के स्केच जारी किए गए हैं वो आतंकी डोडा जिले के भद्रवाह, थाथरी, गंडोह के ऊपरी इलाकों में सक्रिय हैं. जम्मू कश्मीर पुलिस ने आतंकियों की सूचना देने पर 20 लाख के इनाम का ऐलान किया है. पिछले चार दिनों में जम्मू के अलग-अलग इलाकों में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच एनकाउंटर के मामले सामने आए हैं, 2 आतंकियों को मार गिराया गया है.
आतंकियों के सफाए के बाद ही चैन लेंगे हमारे जांबाज: एलजी
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने का आह्वान किया है. आतंकी वारदातों पर प्रतिक्रिया देते हुए मनोज सिन्हा ने कहा, सभी लोग देश के सुरक्षा बलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साहस पर भरोसा रखें. हम जम्मू-कश्मीर से आतंकवादियों और उनके समर्थकों का सफाया करके ही चैन की सांस लेंगे. श्रीनगर के एक कार्यक्रम में पहुंचे मनोज सिन्हा ने लोगों से जांच एजेंसियों के साथ मिलकर काम करने की अपील की. मनोज सिन्हा ने कहा कि “समाज के लिए यह जरूरी है कि वह आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले आतंकियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करें. हमें उन्हें पहचानने और अलग-थलग करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए. ऐसे में नागरिकों को आतंकवाद को कुचलने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों को कोई भी महत्वपूर्ण जानकारी देनी चाहिए.”
कश्मीर छोड़ अब आतंकियों के निशाने पर जम्मू
हाल ही में हुए आतंकी हमलों के तरीके और क्षेत्र में बदलाव देखा गया है. जिसके बाद माना जा रहा है कि आतंकियों ने अब घाटी की जगह जम्मू में बड़े हमले का प्लान बनाया है. 4 दिनों में हुए चारों हमले जम्मू संभाग में ही हुए हैं. पहला हमला रियासी, फिर कठुआ और फिर दो हमले डोडा में किए गए. चारों हमले जम्मू क्षेत्रों में ही हुए हैं, जिससे ऐसा लग रहा है कि आतंकियों का फोकस अब जम्मू पर है. इसके अलावा आतंकी अब फिदायीन हमलों की जगह अकेले चल रही गाड़ियों पर निशाना बना रहे हों.
पिछले महीने (मई में) एय़रफोर्स के जिस काफिले की गाड़ी को निशाना बनाया, उसमें भी ज्यादा गाड़ियां नहीं थीं तो अब जम्मू के रियासी में श्रद्धालुओं की गाड़ी भी अकेले ही चल रही थी. पिछले साल से आतंकी कुछ ऐसे ही हमलों को अंजाम दे रहे हैं. अब भारतीय सुरक्षाबल आतंकियों का ढूंढ ढूंढकर सफाया कर रहे हैं. काफी हद तक घाटी में शांति लौट आई है. पर्यटन बढ़ा है. लोग बेखौफ हो रहे हैं. यही सारी बातें आतंकियों को कचोट रही हैं. स्थानीय आतंकियों का तो सुरक्षाबलों से सफाया कर दिया है. लिहाजा 70-80 पाकिस्तानी आतंकियों के घुसपैठ की आशंका खुद जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने जताई है.
केन्द्रीय मंत्री ने बताया आतंकियों के टारगेट पर जम्मू क्यों?
जिस दिन से मोदी सरकार ने शपथ ग्रहण की है, जम्मू संभाग में आतंकी हमलों में इजाफा हुआ है. कठुआ में हमले के बाद घायलों से मिलने सरकारी मेडिकल कॉलेज (अस्पताल) पहुंचे केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह. वे खुद जम्मू के उधमपुर सीट से तीन बार से लगातार सांसद हैं. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि “आतंकियों का जम्मू क्षेत्र में हमला करना इस बात का संकेत है कि आतंकी कश्मीर घाटी में दबाव महसूस कर रहे हैं. स्थानीय लोग आतंकियों को सफल नहीं होने देंगे क्योंकि वो पारंपरिक रूप से राष्ट्रवादी और देशभक्त हैं.”