उत्तर कोरिया के तानाशाह की एक तस्वीर ने अमेरिका की नींद उड़ा दी है. उत्तर कोरिया ने पहली बार न्यूक्लियर वेपन इंस्टीट्यूट की तस्वीरें जारी की है. खास बात ये है कि इस इंस्टीट्यूट में खुद किम जोंग उन नजर आर रहे हैं, जिन्होंने नॉर्थ कोरिया की न्यूक्लियर फैसिलिटी का दौरा किया है.
कुछ दिन पहले ही तानाशाह ने अपने परमाणु हथियारों को बढ़ाने की घोषणा की थी और अब खुद न्यूक्लियर वेपन इंस्टीट्यूट में पहुंचकर जायजा लिया है. माना जा रहा है कि नॉर्थ कोरिया एक बार फिर से परमाणु बम बनाकर पश्चिमी देशों को झटका देगा.
किम जोंग ने किया न्यूक्लियर फैसिलिटी का दौरा
किम जोंग उन न्यूक्लियर फैसिलिटी बेस के कंट्रोल रूम और प्रोडक्शन रूम में गए, जहां नॉर्थ कोरिया न्यूक्लियर हथियार बनाने की क्षमता का विस्तार कर रहा है. स्टेट मीडिया की ओर से जारी की गई तस्वीरों में तानाशाह किम जोंग उन को सीढ़ियों पर चढ़ते हुए देखा जा सकता है, इस तस्वीर में उनके पीछे सैकड़ों लंबी ग्रे ट्यूब एक कतार में रखी हुई नजर आ रहीं हैं.
उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन इस यूरेनियम संवर्धन फैक्ट्री का दौरा कब किया है, ये साफ नहीं हैं. पर किम जोंग ने इसे बढ़ावा देने के लिए अधिक हथियार-ग्रेड सामग्री तैयार करने का आदेश दिया है. किम ने न्यूक्लियर फैसिलिटी बेस के अधिकारियों को एक नए तरह के सेंट्रीफ्यूज के प्रोडक्शन को आगे बढ़ाने का आदेश दिया, जो अपने पूर्ण चरण में पहुंच गया है.
किम जोंग की यूरेनियम साइट की तस्वीरें सामने आने से दुनिया में खलबली मच गई है.
अमेरिका ने क्रॉस की रेड लाइन, पलटवार करना जरूरी: किम जोंग
माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया का यह प्रदर्शन अमेरिका और उसके सहयोगी देशों पर दबाव बनाने की कोशिश का हिस्सा है, ताकि अप्रत्यक्षित तौर पर नॉर्थ कोरिया इस तस्वीर के बहाने अपनी ताकत और तैयारी दिखा सके.
साल 2022 से उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया को टारगेट करने वाले न्यूक्लियर मिसाइलों का विस्तार और आधुनिकीकरण करने के लिए हथियार परीक्षण गतिविधियों को तेजी से बढ़ाया है. कहा ये भी जा रहा है कि उत्तर कोरिया नवंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले परमाणु परीक्षण विस्फोट या लंबी दूरी की मिसाइल परीक्षण कर सकता है, ताकि वो अमेरिका को अपनी ताकत दिखा सके.
हाल ही में किम ने कहा था कि “उत्तर कोरिया को अपनी आत्मरक्षा और पलटवार क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता है क्योंकि अमेरिका और उसकी सहयोगी ताकतों का खतरा लगातार बढ़ रहा है. अमेरिकी अपनी रेड लाइन को क्रॉस कर गया है.
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव से पहले किम जोंग दिखा रहे ताकत
उत्तर कोरिया ने पहली बार सार्वजनिक तौर पर यूरेनियम भंडार फैसिलिटी की तस्वीरें जारी की है. इससे पहले साल 2010 में अमेरिकी स्कॉलर्स को योंगब्योन में एक न्यूक्लियर फैसिलिटी दिखाई थी. तब उसने न्यूक्लियर भौतिकी वैज्ञानिक सीगफ्राइड हेकर के नेतृत्व में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के स्कॉलर की एक टीम को अपने सेंट्रीफ्यूज का दौरा करने की मंजूरी दी थी.
उत्तर कोरिया के पास योंगब्योन में यूरेनियम या प्लूटोनियम जिससे परमाणु हथियार बनाए जाते हैं, दोनों का उत्पादन करने की सुविधाएं हैं.हाल के वर्षों में सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि उत्तर कोरिया अपने योंगब्योन परमाणु परिसर में यूरेनियम संवर्धन संयंत्र का विस्तार कर रहा है.
एक अनुमान के मुताबिक उत्तर कोरिया हर साल 6 से लेकर 18 परमाणु बम का प्रोडक्शन करने की क्षमता रखता है. अब खुलेआम तस्वीरें जाकर किम जोंग ने अमेरिका और दूसरे पश्चिम देशों को चिढ़ाने का काम किया है.