साउथ कोरिया की राजधानी सियोल में छिपे पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के आतंकी की छिपे होने से हड़कंप मच गया है. लश्कर के आतंकी ने सितंबर में पाकिस्तान स्थित साउथ कोरियाई वाणिज्य दूतावास से हासिल वीजा का इस्तेमाल करके दिसंबर 2023 में साउथ कोरिया में प्रवेश किया था. और पहचान छिपा कर एक स्टोर में कर्मचारी के तौर पर काम कर रहा था. दक्षिण कोरियाई एजेंसी ने लश्कर आतंकी हाफिज मोहम्मद सईद को गिरफ्तार कर लिया है.
सियोल तक पहुंची लश्कर की पहुंच, पाकिस्तानी आतंकी गिरफ्तार
साउथ कोरियाई पुलिस ने सियोल के इटावोन जिले में एक पाकिस्तानी शख्स हाफिज को गिरफ्तार किया है, जो पाकिस्तान पोषित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का सक्रिय आतंकी है. यह आतंकी पहचान बदलकर लोकल मार्केट के एक स्टोर में काम कर रहा था. 40 वर्षीय संदिग्ध को आतंकवाद निरोधक अधिनियम और आव्रजन अधिनियम के उल्लंघन में गिरफ्तार किया गया है. आतंकी को सियोल के इटावोन-डोंग में पकड़ा गया, जहां एजेंसियों ने उससे पूछताछ की है.
पाकिस्तान में ली हथियारों और घुसपैठ की ट्रेनिंग:साउथ कोरियाई एजेंसी
जांच में खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकी साल 2020 में लश्कर में शामिल हुआ था. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि उसने पाकिस्तान में ही लश्कर के आतंकी कैंप में हथियार चलाने की ट्रेनिंग ली. वहीं पर आतंकी आकाओं ने उसे घुसपैठ करना सिखाया था.
साउथ कोरियाई एजेंसियां ये पता कर रही हैं कि क्या उसे लश्कर ए तैयबा ने किसी इरादे से भेजा था. क्या लश्कर ने उसे पैसे भेजे या उसने सियोल से आतंकी संगठन को पैसे भेजे. साउथ कोरिया के इतिहास में ये पहली बार है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से आतंकवादी संगठन घोषित किए गए ग्रुप के किसी सदस्य को गिरफ्तार किया है.
जमात उद दावा का नेता भी है गिरफ्तार आतंकी
जांच में पता चला है कि गिरफ्तार हाफिज अल-कायदा और ओसामा बिन लादेन का समर्थन करता रहा है.आतंकी हाफिज मोहम्मद सईद लश्कर का सक्रिय आतंकी होने के साथ-साथ जमात-उद-दावा का नेता भी है. जमात-उद-दावा के जरिए इसने आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग, रसद और इंफ्रास्ट्रक्चर में मदद दी.
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने लश्कर के हेडक्वार्टर को ध्वस्त किया
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए नरसंहार में सीधे तौर पर लश्कर और जैश के आतंकियों का नाम सामने आया था. जिसके बाद 06-07 मई की देर रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके स्थित लश्कर और जैश के हेडक्वार्टर पर एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें 9 आतंकी कैंप ध्वस्त कर दिया गया था. जिन आतंकी कैंप को ध्वस्त किया गया उसमें लश्कर का मुरीदके और जैश का बहावलपुर हेडक्वार्टर भी शामिल था.