संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण की धन्यवाद चर्चा के दौरान प्रतिपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चीन को लेकर कुछ ऐसा कहा जिससे हंगामा होना शुरु हो गया. चीन के प्रवक्ता की तरह से बोलते हुए राहुल गांधी ने चीन के प्रोडक्ट की चर्चा करते हुए मेक इन इंडिया पर सवाल खड़े किए.
केन्द्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के बार-बार मना करने के बावजूद इतने संवेदनशील मुद्दे पर बोलते रहे. अब जब एलएसी पर चीन की सेना पीछे हटी है, पेट्रोलिंग की जा रही है, चीन के साथ संबंध सुधरे हैं, तो वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन को लेकर राहुल गांधी ने ऐसे सवाल खड़े किए कि लोक सभा स्पीकर ओम बिरला को कहना पड़ा कि ‘सबूत लाइए’.
चीन ने 4000 स्क्वायर किलोमीटर जमीन पर कब्जा किया: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने चीन के भारतीय जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि “पीएम ने इसे खारिज किया लेकिन सेना ने कहा कि चार हजार स्क्वायर किलोमीटर जमीन पर चीन काबिज है.” राहुल गांधी ने कहा, “हमारे सेनाध्यक्ष ने कहा है कि चीन हमारे क्षेत्र के अंदर है. ये एक फैक्ट है. चीन हमारे क्षेत्र में जिस कारण से बैठा वो ये है कि मेक इन इंडिया फेल हो गया है. सरकार कहती है कि हमने चीन को एक इंच जमीन भी नहीं दी है लेकिन फिर भी सेना इस मुद्दे को सुलझाने के लिए चीनियों के साथ कई बैठकें करती रही.”
मेक इन इंडिया फेल, हमनें चीनियों के हाथ सौंपा उत्पादन: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने मेक इन इंडिया पर सवाल खड़े करते हुए संसद में कहा, “भारत उत्पादन करने से इनकार कर रहा है और मुझे चिंता है कि भारत इस क्रांति को एक बार फिर चीन के हाथों सौंपने जा रहा है. जब हम चीन के साथ युद्ध लड़ेंगे, तो हम चीनी इलेक्ट्रिक मोटरों, चीनी बैटरियों से लड़ रहे होंगे और चीनी ऑप्टिक्स और चीनी बैटरी खरीदेंगे. राहुल ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग 60 साल में सबसे निचले स्तर पर है.”
मेक इन इंडिया का जिक्र करते हुए फोन दिखाया और कहा कि “भले ही हम कहें कि ये भारत में बना है, लेकिन इसके पार्ट्स चीन से आए हैं और यहां असेंबल किया गया है. हमने कंजप्शन पर फोकस किया, असमानता बढ़ी है.”
चीन हमसे 10 साल आगे है: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने चीन की तारीफ करते हुए कहा, “यह समझना महत्वपूर्ण है कि एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस)अपने आप में बिल्कुल निरर्थक है क्योंकि एआई डेटा के ऊपर काम करता है. डेटा के बिना एआई का कोई मतलब नहीं है, दुनिया में प्रोडक्शन सिस्टम से निकलने वाला हर एक डेटा, वह डेटा जो इलेक्ट्रिक कारों को बनाने के लिए उपयोग किया जाता है, वह आज चीन के के स्वामित्व में है. वहीं, डेटा की खपत अमेरिका स्वामित्व में है. इस क्षेत्र में चीन के पास भारत पर कम से कम 10 साल की बढ़त है. चीन पिछले 10 वर्षों से बैटरी, रोबोट, मोटर, ऑप्टिक्स पर काम कर रहा है.”
स्पीकर ने मांगे सबूत, किरेन रिजिजू ने कहा, “राहुल ये गंभीर विषय”
राहुल गांधी ने चीन को लेकर जो दावे किए कि भारत के 4000 स्क्वायर किलोमीटर की जमीन चीन के पास है. इस पर बीजेपी के सांसदों ने कड़ी आपत्ति जताई है. स्पीकर ओम बिरला ने भी राहुल गांधी को कहा है कि उन्हें इस दावे के बारे में तथ्य पेश करने होंगे. सामने बैठे संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने आपत्ति जताते हुए राहुल के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि “ये गंभीर विषय है. आप ऐसा मत बोलिए, ये देश के लिए ठीक नहीं है. आपको सीरियस होना पड़ेगा.”