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शांति लौटने के बाद मणिपुर पहुंचे पीएम, पीड़ितों के जख्म पर लगाया मरहम

साल 2023 में मणिपुर में कुकी और मैतेयी के बीच जातीय हिंसा भड़कने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीड़ितों के बीच पहुंचे. पीएम मोदी ने हिंसा के सबसे प्रभावित इलाके चूड़ाचांदपुर का दौरा किया और पीड़ितों के जख्म पर मरहम लगाया. 

इस दौरे की विशेष बात ये रही कि राजधानी इंफाल पहुंचने के बाद तेज बारिश और मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर का उड़ना मुश्किल था. बावजूद इसके पीएम मोदी ने चूड़ाचांदपुर में पीड़ितों से मिलने का कार्यक्रम नहीं टाला और डेढ़ घंटे भारी बारिश के बीच गाड़ी का सफर करते हुए पीड़ितों तक पहुंचे. 

इससे पहले इंफाल में एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने मणिपुर को मां भारती के मुकुट में सजा रत्न कहकर संबोधित किया.

चूड़ाचांदपुर के रिलीफ कैंप में पीएम मोदी ने पीड़ितों से की मुलाकात, 

पीएम मोदी सड़क मार्ग से 65 किलोमीटर सफर कर चूड़ाचांदपुर पहुंचे और मणिपुर हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की. इस दौरान भयानक बारिश थी, बावजूद इसके पीएम मोदी ने अधिकारियों से कहा कि चाहे कितना ही समय क्यों न लगे, पीड़ितों से जरूर मिलने जाएंगे.

चूड़ाचांदपुर कुकी बाहुल्य इलाका है. वहीं इंफाल मैतेई समुदाय का गढ़ माना जाता है. हिंसा भड़कने के बाद से इन इलाकों में आवाजाही रोक दी गई थी.

रिलीफ कैंप में मौजूद लोगों ने पीएम मोदी से बाद की और अपनी समस्याएं बताईं. इस दौरान पीएम मोदी ने कई महिलाओं और बच्चियों को पीएम मोदी ने सांत्वना दी.

मणिपुर में हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण, घाटी-पहाड़ी में विश्वास का सेतु बनाना है- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर को मां भारती के मुकुट पर सजा रत्न बताया. पीएम ने कहा, मणिपुर की विकासवादी छवि को मजबूत करना है. यहां किसी भी तरह की हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है. ये हिंसा हमारे पूर्वजों और हमारी भावी पीढ़ी के साथ भी बहुत बड़ा अन्याय है. मणिपुर में सामर्थ्य की कोई कमी नहीं है. संवाद का रास्ता मजबूत करें. हमें पहाड़ी और घाटी के लोगों के बीच विश्वास का एक मजबूत सेतु बनाना है. युवा की पहचान को हिंसा की काली छाया में नहीं डूबने देना चाहिए.

दुर्भाग्य से हिंसा ने खूबसूरत क्षेत्र पर अपनी छाया डाली, लेकिन अब मणिपुर में नया सवेरा उग रहा:  पीएम मोदी

चूड़ाचांदपुर में पीएम मोदी ने कहा, केंद्र सरकार मणिपुर के लोगों के साथ मजबूती के साथ खड़ी है. सरकार संघर्षग्रस्त इस राज्य को शांति और समृद्धि का प्रतीक बनाने के लक्ष्य की दिशा में काम कर रही है.

चूड़ाचांदपुर जिले में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा “दुर्भाग्य से, यहां की हिंसा ने इस खूबसूरत क्षेत्र पर अपनी छाया डाल दी.” कुछ समय पहले, मैंने एक राहत शिविर में कुछ प्रभावित लोगों से मुलाकात की थी. उनसे मिलने के बाद, मैं अब यह कह सकता हूं कि मणिपुर में आशा और विश्वास का एक नया सवेरा उग रहा है.”

मणिपुर में अमन-चैन की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “किसी भी जगह कहीं पर भी विकास की जड़ें जमाने के लिए शांति बेहद जरूरी होता है. पिछले 11 सालों में, पूर्वोत्तर क्षेत्र में कई संघर्षों और विवादों का समाधान किया जा चुका है. यहां के लोगों ने शांति का रास्ता चुना है और क्षेत्र में विकास को प्राथमिकता दी है. मैं यहां के सभी समूहों और संगठनों से शांति का रास्ता चुनने की अपील करता हूं.” 

नेपाल अराजकता की जिक्र, पीएम बोेले, युवाओं ने सड़क पर उतर कर की सफाई

प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर की धरती से नेपाल की अंतरिम पीएम सुशीला कार्की को बधाई दी है. पीएम मोदी ने कहा, “नेपाल भारत का बेहद घनिष्ठ मित्र है और दोनों देशों के बीच संबंधों को जोड़ने वाला साझा इतिहास और संस्कृति है. मुझे विश्वास है कि सुशीला कार्की नेपाल में “शांति, स्थिरता और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेंगी.” 

पीएम मोदी ने सुशीला कार्की के नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने को महिला सशक्तिकरण का उत्कृष्ट उदाहरण बताया. तो नेपाल की जनता की सराहना करते हुए कहा कि “कठिन और अस्थिर हालात में भी वहां के लोगों ने लोकतांत्रिक मूल्यों को सर्वोपरि रखा है.पिछले कुछ दिनों से नेपाल के युवा और युवतियां सड़कों पर उतरकर सफाई और रंग-रोगन का काम कर रहे हैं. यह प्रयास नेपाल की बदलती नई सोच और उज्ज्वल भविष्य की दिशा में मजबूत संकेत है.”

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