बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले के बाद अब कनाडा में हिंदुओं को निशाना बनाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. कनाडा के साथ जारी तनाव के बाद पहली बार पीएम मोदी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि ऐसे कृत्य भारत के संकल्प को कमजोर नहीं करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के मंदिर में हुई घटना की निंदा करते हुए कनाडा से न्याय सुनिश्चित करने की उम्मीद जताई है. पीएम मोदी की ओर से यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जब खालिस्तान समर्थकों ने कनाडा में हिंदू मंदिर पर हमला किया, जमकर बवाल काटा और वहां मंदिर में मौजूद हिंदुओं को घायल कर दिया.
हिंसा के कृत्य भारत के संकल्प को कमजोर नहीं करेंगे- पीएम मोदी
कनाडा में हुए अटैक को लेकर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट में घटना की निंदा की है. पीएम मोदी ने लिखा “मैं कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं. हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी उतनी ही भयावह हैं. हिंसा के ऐसे कृत्य कभी भी भारत के संकल्प को डिगा नहीं सकते. हम कनाडा सरकार से न्याय सुनिश्चित करने और कानून के शासन को बनाए रखने की उम्मीद करते हैं.” (https://x.com/narendramodi/status/1853442198575952031)
लगातार दूसरे दिन भारत विरोधी तत्वों ने मचाया उत्पात
बताया जा रहा है कि रविवार को लगातार दूसरे दिन खालिस्तानी झंडे हाथ में लेकर खालिस्तानी समर्थकों ने हिंदुओं की साथ मारपीट की. पीड़ितों का आरोप है भारत विरोधी तत्व हमला करते रहे. कनाडा की पुलिस मौजूद रही, पर उन्होंने खालिस्तानी समर्थकों को कुछ नहीं कहा.पुलिस मंदिर परिसर के आसपास मौजूद रही. चरमपंथी उत्पात मचाते रहे, पर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की. (खालिस्तानियों का कनाडा के मंदिर पर हमला, Trudeau से मिली है खुली छूट)
बैकफुट पर हैं जस्टिन ट्रूडो
हिंदुओं पर हमले के बाद भारत समेत कनाडा में रह रहे हिंदुओं में आक्रोश व्याप्त है. कुछ कनाडाई सांसदों ने भी घटना की निंदा करते हुए जस्टिन ट्रूडो को घेरा है. हिंदू सांसद ने तो यहां तक कह दिया है कि खालिस्तानी चरमपंथियों ने रेडलाइन क्रॉस कर दी है. वहीं विपक्षी नेता पियरे पोइलवियरे ने कहा है कि अगर वो सत्ता में आते हैं तो वो ऐसी अराजकता को खत्म करेंगे. बहरहाल जस्टिन ट्रूडो अपने ही घर में घिरने के बाद बैकफुट पर हैं. निष्पक्ष जांच की दुहाई दे रहे हैं. पर जो पीएम एक मोस्ट वांटेड खालिस्तानी आतंकी निज्जर के लिए झूठे आरोपों से भारत के साथ रिश्ते खराब करने पर तुला हो, उससे क्या निष्पक्ष न्याय की उम्मीद की जाए.