अमेरिकी धरती से भारत समेत दुनिया को न्यूक्लियर धमकी देने वाले पाकिस्तान के फेल्ड मार्शल असीम मुनीर पर पेंटागन के पूर्व अधिकारी ने जमकर लताड़ा है. इस अमेरिकी अधिकारी ने असीम मुनीर पर अमेरिका में प्रतिबंध लगाने के साथ ही, पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने की मांग की है.
वहीं अमेरिकी सेना के अधिकारियों को भी सवालों के घेरे में लेते हुए कहा, कि जब मुनीर, ये कह रहा था कि अगर इस्लामाबाद को भारत से अस्तित्व का खतरा महसूस हुआ, तो वह आधी दुनिया को अपने साथ ले डूबेगा, तो अमेरिकी अधिकारियों ने वॉकआउट क्यों नहीं किया.
अमेरिकी अधिकारी ने कहा, जब असीम मुनीर धमका रहा था, तो उसे फौरन आधे घंटे के अंदर टैंपा (फ्लोरिडा) अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ले जाया जाना चाहिए था और अमेरिका ने निकाल बाहर करना चाहिए था.
लादेन जैसी है असीम मुनीर की भाषा, अमेरिका सेंट्रल कमांड का सदस्य नहीं होना चाहिए: माइकल रुबिन
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन, अमेरिका की धरती से असीम मुनीर की धमकी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. माइकल रुबिन ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की तुलना ओसामा बिन लादेन से करते हुए कहा, “मुनीर बयानबाजी हमें ओसामा बिन लादेन के भाषणों की याद दिलाती है. असीम मुनीर सूट पहनने वाला ओसामा बिन लादेन है. ऐसी भाषा आईएस की ओर से बोली गई बातों जैसी हैं. पाकिस्तान को प्रमुख गैर-नाटो सहयोगी का दर्जा देना बंद कर देना चाहिए. उसे स्टेट स्पॉन्सर ऑफ टेररिज्म की सूची में डालना चाहिए.”
मुनीर की धमकी के 30 मिनट के अंदर अमेरिका ने निकाल देना चाहिए था: माइकल रुबिन
माइकल रुबिन ने ट्रंप प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए कहा, “पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर की ओर से टिप्पणियां करने के 30 मिनट के भीतर उन्हें बाहर निकाला जाना चाहिए था. उन्हें टैंपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ले जाया जाना चाहिए था और अमेरिका से बाहर भेज दिया जाना चाहिए था. जनरल मुनीर को अवांछित व्यक्ति घोषित किया जाना चाहिए और अमेरिकी वीजा पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए.”
सेंटकॉम के सैन्य अधिकारियों ने विरोध क्यों नहीं किया: माइकल रुबिन
रुबिन ने इस बात पर भी हैरानी जताई कि “जब मुनीर ने अमेरिकी धरती पर ऐसी धमकी दी, तो अमेरिकी जनरल ने उनके साथ हुई किसी भी बैठक से वॉकआउट क्यों नहीं किया? जिन अमेरिकी जनरलों ने ऐसा नहीं किया, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. जब तक पाकिस्तान स्पष्टीकरण नहीं देता और माफी नहीं मांगता, तब तक मुनीर और किसी भी अन्य पाकिस्तानी अधिकारी को अमेरिका में “पर्सोना नॉन ग्रेटा” घोषित कर देना चाहिए और उन्हें अमेरिकी वीजा नहीं मिलना चाहिए.”
न्यूक्लियर धमकी से नहीं डरता भारत, मित्र देश से मुनीर की धमकी शर्मनाक: विदेश मंत्रालय
भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी बयान जारी करके असीम मुनीर के साथ-साथ अमेरिका पर सवाल खड़े किए थे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “पाकिस्तान के आर्मी चीफ के अमेरिकी दौरे के दौरान दिए गए बयान पर हमारा ध्यान गया. परमाणु धमकी देना पाकिस्तान की पुरानी आदत है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान के इस तरह के गैरजिम्मेदाराना बयान पर गौर कर निष्कर्ष निकाल सकता है, जो ऐसे देश में परमाणु कमान और नियंत्रण की अखंडता पर गहरी शंकाओं को और पुष्टि करती हैं, जहां सेना आतंकवादी समूहों के साथ मिली हुई है. पाकिस्तान ना सिर्फ क्षेत्रीय सुरक्षा बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिए भी खतरा है.”
रणधीर जायसवाल ने कहा, “ यह खेदजनक है कि इस तरह के बयान एक मैत्रीपूर्ण राष्ट्र की जमीन से दिए गए. भारत पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि वह न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग को बर्दाश्त नहीं करेगा और हम हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएंगे.”
मुनीर ने कहा क्या था, जिससे अमेरिका की दुनिया में हो रही थू थू
अमेरिका के फ्लोरिडा में आयोजित एक कार्यक्रम में पाकिस्तानी आर्मी चीफ असीम मुनीर ने कहा था कि अगर भविष्य में जंग हुई, तो पाकिस्तान आधी दुनिया खत्म कर देगा.
भारत को गीदड़भभकी देते हुए असीम ने कहा कि “अगर सिंधु नदी पर भारत बांध बनाता है तो वह उस डैम को उड़ाने के लिए एक नहीं 10 मिसाइलें दागेगा. खुद को परमाणु संपन्न देश बताते हुए पूरी दुनिया के लिए कहा कि अगर पाकिस्तान को लगा कि वो डूब रहा है, तो आधी दुनिया को अपने साथ ले डूबेगा.”
बिलावल भुट्टो के भी मुनीर जैसे बोल, दी भारत को धमकी
मोस्टवांटेड आतंकी अजहर मसूद को भारत को सौंपने की बात कहने वाले बिलावल भुट्टो ने गीदड़-भभकी दी है. बिलावल भुट्टो ने पाकिस्तान को अमन की बात करने वाला देश बताते हुए कहा, “हम हमेशा अमन के बारे में बात करते हैं. दुनियाभर में पाकिस्तान के नुमाइंदे पहुंचे, हमने अमन की बात की लेकिन भारत ने जंग की बात की. लेकिन अगर जंग छेड़ी गई तो हम मोदी सरकार को बताना चाहेंगे कि हम पीछे नहीं हटते. हम झुकते नहीं हैं और अगर आप सिंधु की तरफ इस किस्म के हमले के बारे में सोचेंगे तो फिर पाकिस्तान के हर सूबे की आवाम आपका मुकाबला करने के लिए तैयार है.”