अमेरिका की शह मिलने के बाद पाकिस्तान के फेल्ड (फील्ड) मार्शल असीम मुनीर ने एक बार फिर से भारत के खिलाफ बयान दिया है. मुल्ला मुनीर ने कश्मीर के नाम पर जिहादियों को भड़काया है. असीम मुनीर ने कहा है कि कश्मीरी भाइयों की कुर्बानी याद रखेंगे. बलूचिस्तान और उत्तरी वजीरिस्तान के हालात के चिंता छोड़कर भारत के कश्मीर पर फिर से रोना-गाना मचाया है.
मुनीर ने आतंकवादियों को बताया शहीद, दी श्रद्धांजलि
पाकिस्तान नेवी के पासिंग आउट परेड के दौरान कश्मीर मुद्दे को फिर से उठाया. असीम मुनीर ने कश्मीर का जिक्र करते हुए अपने भाषण में कहा है कि “हम कश्मीरी लोगों के अधिकारों और दशकों पुराने विवाद के समाधान के लिए उनके साथ खड़े हैं. अभी हमें कश्मीरी भाइयों की ‘कुर्बानी’ को निश्चित रूप से याद करना चाहिए जो भारत के खिलाफ लड़ रहे हैं.”
कश्मीर मुद्दे को उठाते हुए आसिम मुनीर ने कहा, “ऐसे समय में, हमें अपने कश्मीरी भाइयों की कुर्बानी को याद रखना चाहिए जो भारत के अवैध कब्जे के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं.”
मुनीर ने कहा, पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के अनुसार कश्मीर मुद्दे के न्यायपूर्ण समाधान का प्रबल समर्थक है.”
ऑपरेशन सिंदूर में पिटने वाले मुनीर ने दी गीदड़ भभकी
भारत के ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के सैन्य ठिकाने तबाह हो गए, एयरफोर्स स्टेशन ध्वस्त हुए, सैनिक मारे गए. पाकिस्तान का हर वार विफल होने के बाद मुनीर शांतिदूत बनने की कोशिश कर रहा है. भारत के हाथों पिटने और सीजफायर के लिए गिड़गिड़ाने वाले असीम मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान ने संयम और परिपक्वता का परिचय दिया. पाकिस्तान ने क्षेत्रीय शांति बनाए रखी. हम क्षेत्र में शांति की भूमिका निभा पाए. अगर दुश्मन तनाव बढ़ाता है तो इसके पूरे क्षेत्र में बहुत बुरे परिणाम हो सकते हैं और इसका जिम्मेदार दुश्मन ही होगा.
मुल्ला जनरल ने पढ़ीं मजहबी लाइनें, खुद को बताया शांतिदूत
पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. जिसके बाद आतंकियों की मददगार पाकिस्तान आर्मी ने चीनी और तुर्किए के ड्रोन और मिसाइल से अटैक करने की कोशिश की, लेकिन पाकिस्तान को नाकामयाबी मिली. इसी से खार खाया असीम मुनीर प्रोपेगेंडा फैलाने में जुटा हुआ है. फर्जी जीत के दावे करता है. मुल्ला जनरल ने एक बार फिर से मजहबी लाइनें पढ़ीं और कहा कि “छोटी ताकतों ने कई बार बड़ी ताकतों को हराया है.”