नेपाल में पीएम के पी शर्मा ओली और राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के इस्तीफे के बाद सेना ने संभाल लिया है मोर्चा. मंगलवार रात 10 बजे से सेना ने नेपाल की कमान संभाल ली है.
सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिगडेल ने वीडियो संदेश जारी किया है और लोगों से शांति की अपील की. वहीं सेना ने ये भी चेतावनी दी है कि कुछ समूह अशांति का फायदा उठा रहे हैं अगर ऐसी गतिविधियां नहीं रुकीं तो सेना स्थिति को नियंत्रण में लाएगी.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नेपाल के हालात पर चिंता जताई. कहा, नेपाल में हिंसा हृदयविदारक है. मुझे इस बात का दुःख है कि कई युवाओं ने अपनी जान गंवाई हैं.
सेना के हाथ में नेपाल, सेनाध्यक्ष ने जारी किया बयान
नेपाल के सेनाध्यक्ष अशोक राज सिगडेल ने कहा, कि “नेपाल के इतिहास से ही सेना कठिन परिस्थितियों में भी नेपाल की स्वतंत्रता, संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता, स्वतंत्रता, राष्ट्रीय एकता और नेपाली जनता की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध रही है. नेपाल में चल रहे आंदोलन के दौरान हुई जान-माल की अपूरणीय क्षति पर हम गहरा दुःख व्यक्त करते हैं.”
मंगलवार शाम को जारी 2 मिनट 40 सेकंड के वीडियो में जनरल सिगडेल ने प्रदर्शनकारी नेताओं से प्रदर्शन स्थगित करने और बातचीत के माध्यम से शांतिपूर्ण समधान तक पहुंचने की अपील की.
विनाश को रोकने में करें सहयोग: नेपाली सेना
सेना ने चेतावनी दी है कि कुछ समूह अशांति का फायदा उठाकर नागरिकों की जान और सार्वजनिक संपत्ति दोनों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं. सेना ने सभी नागरिकों से संयम बरतने और देश भर में और अधिक विनाश को रोकने में सहयोग करने का आह्वान किया है.
सेना ने अपने बयान में कहा गया है, “अगर ऐसी गतिविधियां नहीं रुकती हैं, तो सेना, अन्य सुरक्षा बलों के साथ, स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पूरी तरह से जुट जाएगी.सुरक्षा का पूनर्मूल्यांकन किया जाएगा”
नेपाली सेना का वेट एंड वॉच, ओली को सेना प्रमुख ने दी थी इस्तीफे कि सलाह
काठमांडू समेत कई शहर जल रहे थे. सोमवार को स्कूल यूनिफॉर्म पहले युवाओं पर पुलिस ने गोलियां बरसा दीं. हालात बदतर थे, लेकिन सेना बीच में नहीं पड़ी. वजह ये थी कि अगर सेना सामने आती तो हालात इससे ज्यादा बिगड़ सकते थे.
मंगलवार को काठमांडू में हालात बेकाबू हो गए. एक के बाद एक मंत्रियों के इस्तीफे और प्रदर्शनकारियों की उग्र प्रदर्शन के बीच के पी शर्मा ओली ने सेनाध्यक्ष अशोक राज सिगडेल से बात की थी. के पी शर्मा ओली ने सेना से हालात पर काबू पाने और उन्हें सुरक्षित नेपाल से बाहर निकालने को कहा.
लेकिन नेपाल के सेना प्रमुख ने पीएम ओली को सलाह दी कि पीएम के बिना सत्ता छोड़े स्थिति पर नियंत्रण पाना मुश्किल है. अगर ओली सत्ता छोड़ देते हैं तो सेना स्थिति पर काबू पाने को तैयार है.
बताया जा रहा है कि इस बातचीत में नेपाल के सेना प्रमुख ने खुद पीएम ओली को सलाह दी कि उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. वहीं सोमवार को फायरिंग की घटना को भी जनरल अशोक सिगडेल ने गलत बताया.
पीएम मोदी ने शांति की अपील की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक संदेश जारी करते हुए नेपाल की जनता से शांति का समर्थन करने करने की अपील की. अपने संदेश में उन्होंने कहा कि नेपाल की घटनाएं बेहद दर्दनाक हैं.
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, पीएम मोदी ने लिखा, “हिमाचल प्रदेश और पंजाब से लौटने पर आज सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक में नेपाल के घटनाक्रम पर चर्चा हुई. नेपाल में हिंसा हृदयविदारक है. मुझे इस बात का दुःख है कि कई युवाओं ने अपनी जान गंवाई है. नेपाल की स्थिरता, शांति और समृद्धि हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. मैं नेपाल के सभी सभी भाइयों और बहनों से विनम्रतापूर्वक शांति का समर्थन करने की अपील करता हूं.”
नेपाल में रहने वाले भारतीय सावधानी बरतें, एडवायजरी जारी
विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. इसके तहत भारत सरकार ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि नेपाल में जारी हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए फिलहाल वहां की यात्रा करने से बचें.
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी ‘एडवाइजरी फॉर नेपाल’ में कहा गया कि “नेपाल में जारी हालात को देखते हुए भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि हालात स्थिर होने तक वहां की यात्रा टाल दें, जो भारतीय नागरिक वर्तमान में नेपाल में हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि अपने मौजूदा निवास के स्थान पर ही शरण लिए रहें, सड़कों पर निकलने से परहेज करें और सभी तरह की सावधानी बरतें.”
इंडो-नेपाल बॉर्डर पर हाईअलर्ट
नेपाल में हो रही हिंसा को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है. पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने नेपाल से सटे सभी 7 सीमावर्ती जिलों में चौबीसों घंटे सतर्कता बनाए रखने के आदेश दिए हैं.पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज में चौकसी बढ़ा दी गई है.