ऑस्ट्रेलिया के सिडनी के बॉन्डी बीच पर हुए आतंकी हमले से इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू आगबबूला हैं. यहूदी त्योहार के दिन पाकिस्तानी आतंकी नवीद अकरम और दूसरे शूटर ने यहूदी लोगों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं.
नेतन्याहू ने इस हमले पर नाराजगी जताते हुए कहा है, कि हमें पता था कि ऐसा अटैक होने वाला हैं, हमने ऑस्ट्रेलियाई सरकार को पहले ही आगाह किया था.
हमने पहले ही अल्बनीज सरकार से हमले की आशंका जताई थी: पीएम नेतन्याहू
ऑस्ट्रेलिया के सुप्रसिद्ध बॉन्डी बीच पर हुए आतंकी हमले में 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, जबकि दर्जनों लोग घायल हैं. एक शूटर मौके पर ढेर हो गया है, जबकि एक पाकिस्तानी शूटर नवीद अकरम को मौके से लोगों ने दिलेरी दिखाते हुए पकड़ लिया है.
अटैक यहूदियों के 08 दिवसीय त्योहार हनुक्का की पहली रात पर हुआ है. इस हमले को लेकर हैरान करने वाला खुलासा हुआ है. ये खुलासा खुद इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने किया है. नेतन्याहू ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया में यहूदी समुदाय के खिलाफ हमले की आशंका पहले से ही थी. इजरायल को ओर से ऑस्ट्रेलिया को इससे लेकर चेतावनी दी गई थी.”
सिडनी में हुए अटैक के बाद पीएम नेतन्याहू ने कहा कि “उन्होंने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज को पहले ही बताया था कि उनके देश (ऑस्ट्रेलिया) की नीतियां यहूदी-विरोधी भावना को बढ़ावा देती हैं.”
ऑस्ट्रेलिया में फैल रहा था यहूदी विरोध का कैंसर: नेतन्याहू
नेतन्याहू ने कहा, “पीएम अल्बनीज की नीतियां, जिनमें फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देना भी शामिल है, यहूदी-विरोध को बढ़ावा देती हैं जो अब आपकी सड़कों पर मंडरा रहा है. यहूदी-विरोध एक कैंसर है. हमला “भयानक था. निर्मम हत्या, दुर्भाग्य से हताहतों की संख्या हर मिनट बढ़ रही है. हमने बुराई की पराकाष्ठा देखी.”
ताकत दिखाने का वक्त, नहीं तो इतिहास याद रखेगा आपकी कमजोरी ऑस्ट्रेलियाई पीएम पर भड़के नेतन्याहू
नेतन्याहू ने उस यहूदी व्यक्ति की तारीफ की जिसने शूटर से बंदूक खींची थी. पीएम नेतन्याहू ने कहा, “हमने इस हमले में यहूदी वीरता देखी. जब नेता चुप रहते हैं तो यहूदी-विरोधी भावना फैलती हैं. आपको कमजोरी की जगह कार्रवाई करनी होगी. नहीं तो इतिहास हमेशा आपकी कमजोरी याद करेगा.”
नेतन्याहू ने आगे कहा, “हम वैश्विक यहूदी-विरोध के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं और इससे लड़ने का एकमात्र तरीका इसकी निंदा करना और इससे लड़ना है. कोई दूसरा रास्ता नहीं है.”
ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय देशों पर नेतन्याहू ने कसा तंज
नेतन्याहू ने कहा, “हम उन लोगों की निंदा करना जारी रखेंगे जो निंदा नहीं करते, बल्कि बढ़ावा देते हैं. हम उनसे स्वतंत्र राष्ट्रों के नेताओं से अपेक्षित कार्य करने की मांग करते रहेंगे. हम हार नहीं मानेंगे, हम सिर नहीं झुकाएंगे, हम अपने पूर्वजों की तरह लड़ते रहेंगे. इजरायल में हम यही कर रहे हैं. आईडीएफ और हमारे सुरक्षा बल, हमारी सरकार और हमारा राष्ट्र, हम इसे जारी रखेंगे.”
ऑस्ट्रेलिया में बढ़े यहूदियों पर अटैक, ऑस्ट्रेलिया ने ईरान को बताया था जिम्मेदार
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया में यहूदी विरोधी यह कोई पहले घटना नहीं है. अक्टूबर 2023 को जब हमास ने इजरायल में बड़ा आतंकी हमला किया था तो उसके कुछ ही दिनों बाद सिडनी में एक यहूदी बेकरी के सामने लाल रंग का उल्टा त्रिकोण स्प्रे से बनाया गया था. मेलबर्न और सिडनी में रहने वाले इजरायली लोगों पर धमकाने, तोड़फोड़ जैसी घटनाएं सामने आई थीं.
ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले यहूदी आबादी खौफ में थी. हालात को देखते हुए ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने पिछले वर्ष यहूदी विरोध से निपटने के लिए अपना पहला विशेष दूत नियुक्त किया था।
यहूदी विरोधी भावना से लड़ने के लिए सरकार के विशेष दूत जिलियन सेगल ने इसी साल जुलाई में बताया था कि सात अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा इजरायल पर हमला करने के बाद से ऑस्ट्रेलिया में यहूदी विरोधी घटनाएं तीन गुना से ज्यादा बढ़ गई हैं जिनमें हमले, तोड़फोड़, धमकियां और डराना-धमकाना शामिल है.
पिछले साल सिडनी और मेलबर्न में यहूदियों से जुड़े संस्थान, जगहों, दुकानों, घरों पर अटैक, तोड़फोड़ किया गया. ये हमले उन शहरों में किए गए थे, जहां देश की 85 प्रतिशत यहूदी आबादी रहती है.
पीएम अल्बनीज ने अगस्त में दो हमलों के लिए ईरान को दोषी ठहराया था और उसके साथ राजनयिक संबंध तोड़ लिए थे.
आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया की कुल 2.70 करोड़ आबादी में करीब 1.50 लाख यहूदी समुदाय के लोग हैं. लेकिन साल 2023 में इजरायल में हुए हमास के अटैक के बाद से यहूदी समाज के लोग डरे सहमे हैं.

