इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने व्हाइट हाउस पहुंचने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बेहद खास तोहफा दिया है. वो तोहफा जो लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह और उसके मददगार देशों के जख्म को ताजा कर देगा. नेतन्याहू ने ट्रंप को गोल्डन पेजर गिफ्ट किया है, जो हिजबुल्लाह के खिलाफ एक बड़े ऑपरेशन का प्रतीक है. व्हाइट हाउस ने उस गोल्डेन पेजर की तस्वीर साझा की है.
नेतन्याहू ने ट्रंप को दिया गोल्डन पेजर
इजरायली राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू का अमेरिकी दौरा एक बार फिर चर्चा में है. अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय ने बताया है कि नेतन्याहू ने मुलाकात के दौरान एक गोल्डन पेजर दिया था, जो हिजबुल्लाह के खिलाफ किए गए इजरायली ऑपरेशन का प्रतीक है. इजरायल के ऑपरेशन पेजर में कई आतंकी मार गिराए गए थे. अगर गोल्डन पेजर की तस्वीर पर गौर किया जाए तो उसमें इजरायल ने लिखा है, ‘प्रेस विद बोथ हैंड्स. सबसे अच्छे साथी और साझेदार ट्रंप को नेतन्याहू की तरफ से’.
इजरायल के पेजर ऑपरेशन ने दुनिया को चौंकाया
पिछले साल सितंबर में जब हमास के साथ इजरायल गाजा में ऑपरेशन कर रहा था तो लेबनान की राजधानी बेरूत में एक शाम एक-के-बाद एक सैकड़ों पेजर पर एक मैसेज के बाद सीरियल धमाके शुरु हो गए. ये पेजर्स हिजबुल्लाह के आतंकियों को बांटे गए थे. लेकिन मोसाद ने एक सीक्रेट ऑपरेशन के तहत हिजबुल्लाह आतंकियों तक पेजर पहुंचने से पहले उसनें विस्फोटक लगा दिए, जो गरमी के कारण एक्टिवेट होने की क्षमता रखता था. धमाकों का कंट्रोल इजरायल के पास था.
दरअसल हिजबुल्लाह आतंकी अपने लड़ाकों को कम्युनिकेशन के लिए मोबाइल या इंटरनेट के बजाए पेजर के इस्तेमाल करने का आदेश दिया था क्योंकि इजरायली सेना और मोसाद लगातार इंटरनेट से उनकी लोकेशन ट्रेस कर रहे थे. हिजबुल्लाह के पास जब पेजर्स पहुंच गए तो मोसाद भी पीएम नेतन्याहू के इशारे का इंतजार करने लगी.
पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के ग्रीन सिग्नल के बाद पेजर में लगाए गए विस्फोटक एक्टिवेट कर दिए गए और फिर सीरियल ब्लास्ट करके हिजबुल्लाह को बड़ा नुकसान किया गया. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1836066243553443930)
पेजर सीरियल ब्लास्ट से हिजबुल्लाह को हुआ बड़ा नुकसान
पेजर्स में हुए धमाको में हिजबुल्लाह आतंकियों में हड़कंप मच गए. एक बीप और मैसेज के बाद जैसे ही उन्होंने अपना पेजर मैसेज पढ़ने के लिए खोला, धमाके होने लगे. सीरियल धमाकों में 40 आतंकी मारे गए, जबकि 3000 से ज्यादा घायल हुए. हमले में ईरान के राजदूत मोज्तबा अमानी भी घायल हुए थे, धमाके में राजदूत की एक आंख को नुकसान पहुंचा था.
पेजर धमाके के अगले दिन जब आतंकियों को जनाजा निकाला गया तो वायरलेस और वॉकी टॉकी में भी धमाके किए गए, जिससे आज तक हिजबुल्लाह खौफ में है.