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ईरान सहित 07 मोर्चों पर अकेला डटा इजरायल

हाथ में राइफल लेकर इजरायल और पश्चिमी देशों को धमकी देने वाले ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई को अब बेंजामिन नेतन्याहू ने दिया है जवाब. शनिवार को एक वीडियो संदेश में इजरायली पीएम ने ईरान को चेतावनी दी कि कोई भी देश ईरान की तरह किए हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा, हम भी नहीं करेंगे. ईरान के मिसाइल हमलों का जवाब जरूर दिया जाएगा.

ईरान को जरूर मिलेगा इजरायल का जवाब: नेतन्याहू

पिछले मंगलवार को ईरान ने इजरायल पर 200 मिसाइलों से हमला किया था. माना जा रहा है कि ईरान पर इजरायल जबरदस्त पलटवार करने की ताक में बैठा है. खुद इजरायली पीएम ने माना है कि ईरान का मिसाइल हमला सबसे बड़ा हमला है. नेतन्याहू ने कहा, “ईरान ने हमारे शहरों पर दो बार मिसाइलें दागीं हैं, ये हमला इतिहास में सबसे बड़े बैलिस्टिक मिसाइल हमलों में से है. दुनिया को कोई देश अपने शहरों और नागरिकों पर ऐसे हमले बर्दाश्त नहीं करेगा. हम यहूदी भी ऐसा नहीं करेंगे. इजरायल का कर्तव्य और अधिकार है कि वह खुद की रक्षा करे और ऐसे हमलों का जवाब दे और हम ऐसा ही करेंगे.”

खामेनेई ने दी थी इजरायल को खुली चुनौती

शुक्रवार को पहली बार नसरल्लाह की मौत के बाद नजर आए थे ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामनेई. खामनेई ने जुमे की नमाज के दौरान तकरीर दी थी, जिसमें इजरायल को ना सिर्फ आगाह किया था बल्कि ललकारा भी था, कि ईरान के आगे इजरायल नहीं टिक सकता. अगर इजरायल हमला करेगा तो ईरान पलटवार करने में देरी नहीं लगाएगा. (इजरायल-फ्रांस के संबंधों में दरार, बेरूत में स्ट्राइक पर हैरानी)

इजरायल का प्लान तैयार, नेतन्याहू की हां का इंतजार

ईरान के हमले के बाद इजरायल ने वॉर कैबिनेट की बैठक बुलाई. जिसने ईरान पर पलटवार का प्लान तैयार कर लिया गया है. वॉर कैबिनेट के हमले को लेकर मंजूरी भी मिल गई है. जिस दिन पीएम नेतन्याहू ने एक्शन लेने को हरी झंडी दिखाई इजरायली सेना ईरान पर टूट पड़ेगी. जो बाइडेन ने सलाह दी है कि इजरायल को ईरान के तेल डिपो पर अटैक करके आर्थिक तौर पर नुकसान पहुंचाना चाहिए तो डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि इजरायल को ईरान के न्यूक्लियर संयंत्रों को निशाना बनाना चाहिए. 

ट्रंप ने कहा कि इजरायल को पहले अटैक करना चाहिए, ये नहीं सोचना चाहिए कि बाद में क्या होगा. वहीं दुनिया के देश नेतन्याहू को संयमित रहने का सुझाव दे रहे हैं क्योंकि अगर रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास के बाद अगर इजरायल-ईरान में युद्ध शुरू हुआ तो तीसरा विश्व युद्ध शुरू होने में देर नहीं लगेगी.  

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