अमेरिका के टैरिफ वॉर को लेकर भारत ने अपने कूटनीतिक घेराबंदी शुरु कर दी है. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को इजरायल में भारत के राजदूत जे पी सिंह से मुलाकात की. जे पी सिंह वही राजदूत हैं, जिनपर हाल ही में द डिप्लोमैट फिल्म बनी थी, जिसमें जॉन अब्राहम ने उनका किरदार निभाया था.
पीएम नेतन्याहू और जे पी सिंह के बीच हुई इस अहम बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने, विशेष रूप से सुरक्षा और आर्थिक क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने पर गंभीर और विस्तृत चर्चा की गई है.
टैरिफ विवाद सुलझाना भारत-अमेरिका का हित में: नेतन्याहू
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अलावा पीएम मोदी जिसे अपने गहरा मित्र मानते हैं, वो हैं इजरायली पीएम नेतन्याहू. चाहे रूस हो या फिर इजरायल दोनों ही देशों ने भारत का साथ मुसीबत के वक्त में दिया है.
इजरायल में तैनात भारतीय राजदूत जे पी सिंह और बेंजामिन नेतन्याहू की मुलाकात यरुशलम स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई. इस दौरान दोनों के बीच टैरिफ के मुद्दे पर अहम बातचीत की गई.
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक टैरिफ को लेकर कहा, “भारत और अमेरिका दोनों के हित में है कि टैरिफ से जुड़े मुद्दों को शीघ्र सुलझाया जाए. यह वैश्विक अर्थव्यवस्था और रणनीतिक साझेदारी के लिए आवश्यक है.”
नेतन्याहू ने कहा, “भारत और अमेरिका दो बेहतरीन दोस्त हैं. दोनों देशों के बीच इतनी गहरी दोस्ती है कि किसी भी समस्या का हल आसानी से निकाला जा सकता है.” नेतन्याहू ने उम्मीद जताई कि अमेरिका और भारत के बीच जो भी मौजूदा मतभेद हैं, वे जल्द ही सुलझ जाएंगे.
भारत आना चाहते हैं इजरायली पीएम नेतन्याहू
जे पी सिंह बातचीत के दौरान नेतन्याहू ने कहा, “मैं जल्द ही भारत आने की इच्छा रखता हूं. भारत एक महान लोकतंत्र है और हमारे संबंध ऐतिहासिक और सामरिक दोनों दृष्टि से बेहद मजबूत हैं. भारत एशिया में एक मजबूत और भरोसेमंद साझेदार है.”
प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, “प्रधानमंत्री और भारतीय राजदूत ने द्विपक्षीय सहयोग के विस्तार, खासतौर पर सुरक्षा और आर्थिक मुद्दों पर चर्चा की.”
गाजा पर कब्जा नहीं करना चाहते, हमास को नष्ट करना चाहते हैं: नेतन्याहू
हमास के साथ डेढ़ साल से ज्यादा की चल रही जंग को लेकर बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, कि “इजरायल गाजा पर कब्जा नहीं करना चाहता और उसका एकमात्र उद्देश्य हमास को नष्ट करना और इस पट्टी को एक अस्थायी सरकार को सौंपना है. इजरायल जल्द से जल्द युद्ध समाप्त करके गाजा की सुरक्षा का नियंत्रण अपने हाथ में लेना चाहता है.”
इस दौरान नेतन्याहू ने ये भी बताया कि “गाजा में 20 लाख टन से ज्यादा खाद्य सामग्री भेजी गई थी, लेकिन हमास के आतंकियों ने आपूर्ति रोक दी.”