पाकिस्तान की हालत आज कुत्ते की पूंछ जैसी है, चाहे जितना सीधा करने की कोशिश करो, मुड़ी की मुड़ी रहती है. भीख मांग मांग कर देश चल रहा है. सरकार के पास पैसे नहीं, असेंबली दूसरे के पैसों पर चल रही है. दुनिया में आतंकवाद पर थू-थू होती है, फिर भी औकात दिखाने से बाज नहीं आता है पाकिस्तान. कर्जे में डूबे पाकिस्तान ने किया है कश्मीर को आजाद कराने का ऐलान. खुद अपना देश पाकिस्तान संभाला नहीं जा रहा, वो कर रहे हैं कश्मीर की बात.
कश्मीर को करवाएंगे आजाद- शहबाज शरीफ पाकिस्तान में दूसरी बार प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बार फिर कश्मीर पर रोना रोया है. शपथग्रहण से पहले शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान असेंबली में कश्मीर का मुद्दा उठाया है. शहबाज ने गाजा, कब्जे वाले कश्मीर की स्थिति पर दुनिया से चुप्पी तोड़ने का आह्वान किया. शहबाज शरीफ ने कहा- ‘कश्मीर में कश्मीरियों का खून बहाया जा रहा है. फिर भी दुनिया चुप है. आइए हम सब एक साथ आएं. नेशनल असेंबली को कश्मीरियों और फिलिस्तीनियों की आजादी के लिए एक प्रस्ताव पारित करना चाहिए’ 201 वोटों के साथ पीएम चुने जाने के बाद शहबाज शरीफ ने भारत, अफगानिस्तान के साथ संबंधों का कोई जिक्र नहीं किया बल्कि अपने संबोधन में कश्मीर पर कई तरह की गलत बयानी की. जबकि चीन के साथ संबंधों, अमेरिका, यूरोप, सऊदी, यूएई को लेकर भी कई बातें की.
पाकिस्तानी सामाजिक कार्यकर्ता ने पकड़ा शहबाज का झूठ कश्मीर की बात करने वाले पीओके से निर्वासित मानवाधिकार कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने शहबाज शरीफ का झूठ पकड़ा है. अयूब मिर्जा ने कहा- पीओके में लोग भूख से मर रहे हैं. और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मानवीय संकट को शहबाज शरीफ में स्वीकार करने की हिम्मत तक नहीं है. पीओके में हालात बद से बदतर हैं. अस्पतालों में दवाइयां नहीं हैं. सरकारी कर्मचारियों को हर महीने वेतन नहीं मिल पा रहा है। पेंशनभोगी एक साल से अपनी पेंशन का इंतजार कर रहे हैं. गिलगित-बाल्टिस्तान के लोग 76 वर्षों से पाकिस्तानी सेना के कारण दबे हुए हैं. उनका शोषण हो रहा है, पर शहबाज शरीफ सच्चाई नहीं मानते हैं. स्कॉटलैंड से एक वीडियो के जरिए अमजद अयूब मिर्जा ने शहबाज शरीफ पर वार किया है.
दूसरी बार पाकिस्तान में पीएम बने हैं शहबाज शरीफ कश्मीर और फिलिस्तीन का साथ देने की घोषणा करने वाले शहबाज शरीफ दूसरी बार पाकिस्तान के पीएम बने हैं. पाकिस्तान सेना का सरपरस्ती है. शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान असेंबली में अपने ही देश की पोल खोलकर रख दी है. शहबाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली भी पिछले कई सालों से कर्जों के पैसों से चल रही है, क्योंकि सरकार के पास पैसा ही नहीं है. विदेश से आने वाले पैसों से पाकिस्तानी असेंबली चल रही है. अब अंदाजा लगाइए कि कितना हास्यास्पद है कि शहबाज शरीफ पाकिस्तान की हालत न सुधारने के बजाए सशक्त भारत की ओर झांक रहे हैं. पाकिस्तान और चीन में इस बात की भी बौखलाहट है कि कश्मीर में शांति क्यों हैं? पर भारत भी पाकिस्तान की हर एक हरकत पर नजर रखे हुए है और इसलिए कहा जा रहा है कि कश्मीर का ख्वाब देखने वालों के हाथ से पीओके भी न फिसल जाए.