देश में कट्टरपंथी विचारधारा और आतंकी साजिश को नाकाम करने के लिए एक्शन में है एनआईए. देश की सबसे बज़ी जांच एजेंसी ने गुरुवार को कई राज्यों में एक साथ छापेमारी की है. जिसमें जम्मू-कश्मीर, असम, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और गुजरात, महाराष्ट्र शामिल हैं.
तकरीबान 19 संदिग्ध ठिकानों पर सुबह से ही छापेमारी की गई. प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े संदिग्धों के ठिकानों पर यह कार्रवाई की गई. आरोप है कि देश में युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और आतंक फैलाने की साजिश में ये लोग शामिल थे. एनआईए के मुताबिक- यह एक्शन आतंकवादी दुष्प्रचार के प्रसार और चरमपंथी गतिविधियों का मुकाबला करने के कोशिश के चलते लिया गया है.
झांसी में भीड़ ने जांच टीम को घेरा, मस्जिद से हुआ था ऐलान
विदेशी फंडिंग और आतंकी सांठगांठ को लेकर एक मौलवी को पकड़ने के लिए झांसी पहुंची एनआईए की टीम को स्थानीय लोगों ने घेर लिया. एनआईए की टीम से भीड़ ने धक्कामुक्की की, एनआईए की टीम के साथ झड़प की, बुर्का पहनी महिलाओं ने जांच टीम को संदिग्ध मौलवी को नहीं ले जाने दिया.
मुफ्ती खालिद को लेकर मस्जिद से अनाउंसमेंट के बाद पूरे मोहल्ले में भीड़ इकट्ठा हो गई. मौलवी ऑनलाइन तरीके से कुछ विदेशी छात्रों से पढ़ाता था और विदेश से फंडिंग लेता था. एनआईए को शक है कि इस लेनदेन की आड़ के पीछे टेरर फंडिंग हो सकती है.
एनआईए की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद मौलवी को पकड़ा
गुरुवार को यूपी एटीएस की टीम के साथ एनआईए की टीम झांसी के सुपर कॉलोनी पहुंची थी. ये रेड तड़के की गई. एनआईए की टीम मुफ्ती खालिद नदवी को पकड़ने गई थी. खालिद नदवी शहर के काजी का भतीजा है.
एनआईए को खुफिया सूत्रों से पता चला था कि खालिद नदवी ऑनलाइन क्लास के जरिए विदेशों से फंडिंग ले रहा है. जांच एजेंसी को शक है कि ऑनलाइन क्लास के पीछे संदिग्ध टेरर फंडिंग है. एनआईए को इस बात की आशंका है इसके पीछे कि आतंकवाद को वित्तीय मदद देने वाले संगठनों का हाथ हो सकता है.
एनआईए रेड पर मौलवी ने क्या कहा?
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए मौलवी ने अपना पक्ष रखा. मौलवी ने बताया कि- “रात के करीब 2:30-3 बजे एनआईए दिल्ली के लोगों ने मेरे दरवाजे पर दस्तक दी. उन्होंने पूरे घर की अच्छी तरह से जांच की और उन्हें कुछ भी नहीं मिला. उन्हें जो भी किताबें संदिग्ध लगीं, वो कब्जे में ले लिया. वे पासपोर्ट, सऊदी अरब का पुराना वीजा जैसे दस्तावेज ले गए. उन्होंने मेरे फोन की जांच की और मेरे व्हाट्सएप संपर्कों और ग्रुप के बारे में पूछताछ की. एनआईए के लोगों ने मुहम्मद इलियास घुमन के बारे में पूछा. हमारे पास सबसे ज्यादा बच्चे इंडिया के पढ़ते हैं. बाहर के जो बच्चे हैं, वे इंडिया के ही बच्चे हैं. ये बच्चे इंग्लैंड के हैं.अरब देशों का कोई भी नहीं है.”
ठाणे और अमरावती से संदिग्धों को हिरासत में लिया गया
पिछले कुछ महीनों में एनआईए की टीम ने महाराष्ट्र, यूपी, जम्मू-कश्मीर समेत कई जगहों पर टेरर फंडिंग की जांच के लिए रेड की है. ऐसी खुफिया जानकारी मिली थी कि युवाओं को उपदेश देकर कट्टरपंथी बनाया जा रहा है, साथ ही ब्रेनवॉश करके आतंक के गलत रास्ते पर ले जाया जा रहा है. जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन एक बड़ी साजिश रच रहे हैं.
आतंक पर नकेल, एनआईए की रेड, कहां घिर गए एनआईए अधिकारी?
झांसी के अलावा महाराष्ट्र के अमरावती के छाया नगर में भी एनआईए ने छापेमारी कर एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिए गए युवक के किसी इस्लामी संगठन से जुड़े होने का शक है. पुलिस और जांच एजेंसियां संदिग्ध युवक से पूछताछ कर रही है. वहीं ठाणे से भी एक संदिग्ध को पकड़ा गया है. दोनों ही सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान के कुछ संगठनों के संपर्क में थे.