यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने उत्तर कोरियाई सैनिकों को लेकर किया है बड़ा दावा. दावा ये कि पिछले सप्ताह रूस-यूक्रेन में हुए बड़े हमले में रूस के कुर्स्क में उत्तर कोरिया के करीब 30 सैनिक या तो मारे गए हैं या फिर गंभीर तौर पर घायल हुए हैं.
यूक्रेनी खुफिया एजेंसी जीयूआर ने उत्तर कोरियाई सैनिकों को लेकर बड़ी टिप्पणी की है. कुछ महीने पहले यूक्रेन और अमेरिका ने ये दावा किया था कि उत्तर कोरिया के 11 हजार सैनिक रूस की ओर से युद्ध लड़ने के लिए रूस पहुंचे हैं.
यूक्रेन ने किया उत्तर कोरिया के 30 सैनिकों की मौत का दावा
यूक्रेन की खुफिया एजेंसी जीयूआर ने कहा है कि उत्तर कोरियाई सैनिक कुर्स्क के तीन गांवों के आसपास मारे गए. कुर्स्क वह सीमावर्ती क्षेत्र है, जहां पर आधे हिस्से में रूस के सैनिकों का कब्जा है, वहीं आधे हिस्से में यूक्रेनी सैनिक हैं. जबकि कुछ महीने पहले यूक्रेनी सैनिकों ने पूरे हिस्से पर कब्जा कर लिया था पर रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की सेना को पीछे धकेल दिया है.
सोशल मीडिया में वायरल एक तस्वीर में बर्फ पर एक कतार से पड़े सैनिकों केबारे में दावा किया गया है कि ये कोरियाई सैनिक हैं, जो यूक्रेन से लड़ते हुए हताहत हुए हैं. दावा किया जा रहा है कि कोरियाई सैनिकों के जंग में लड़ने का कौशल नहीं है. वे द्वितीय विश्वयुद्ध की पारंपरिक शैली में एक कतार में चलते हुए दुश्मन की जमीं में दाखिल होते हैं. ऐसे में कोरियाई सैनिक ‘एक्सपोज’ हैं और बड़ी संख्या में हताहत हो रहे हैं.
दावा ये भी किया गया है कि कुर्स्क के एक अन्य गांव के आसपास कम से कम तीन उत्तर कोरियाई सैनिक लापता हो गए हैं.
यूक्रेन के अधिकारियों ने पिछले महीने कहा था कि यूक्रेनी सुरक्षाबलों ने हाल में रूस की मदद के लिए तैनात किए गए उत्तर कोरियाई सैनिकों का पहली बार सामना किया है.
रूस-उत्तर कोरिया ने नहीं की सैनिकों की मौत की पुष्टि
रूस या फिर उत्तर कोरिया की ओर से यूक्रेनी के दावों की पुष्टि नहीं की गई है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने दावों से संबंधित सवाल रूसी रक्षा मंत्रालय को भेजे हैं हालांकि अब तक कोई टिप्पणी नहीं आई है.
दरअसल रूस-उत्तर कोरिया के बीच रक्षा समझौता हुआ है, जिसमें दोनों देशों ने एक दूसरे के प्रति सैन्य मदद की प्रतिबद्धता जताई है. जिसमें सैनिकों को एक दूसरे की मदद के लिए जंग में भेजना भी शामिल है.