By Akansha Singhal
राम मंदिर की सुरक्षा के मद्देनजर, अयोध्या में एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो की जल्द तैनाती होने जा रही है. माना जा रहा है कि इस साल अगस्त के महीने तक अयोध्या में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (एनएसजी) की एक पूरी यूनिट तैनात हो जाएगी. इसके अलावा पठानकोट (पंजाब) और केरल में भी एनएसजी की नई यूनिट्स इस साल के अंत तैनात की जाएगी.
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) का अयोध्या, पठानकोट और केरल में यूनिट तैनात करने का फैसला, राज्यों की पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) यूनिट्स की क्षमता बढ़ाने में मदद करेगा और किसी भी विपरीत स्थिति में ब्लैक कैट कमांडो के रिस्पांस टाइम यानी प्रतिक्रिया समय को कम करेगा.
इसी साल 23 जनवरी को अयोध्या में उद्घाटित राम मंदिर एक संवेदनशील क्षेत्र है और इसे विभिन्न आतंकवादी समूहों से खतरा है. वर्ष 2005 में भी राम जन्मभूमि परिसर में आतंकियों ने एक बड़ा हमला किया था. लेकिन सीआरपीएफ और उत्तर प्रदेश पुलिस की तत्परता से सभी आतंकियों को परिसर में ही ढेर कर दिया गया था.
नई एनएसजी यूनिट्स को विशेष हथियारों और एंटी-ड्रोन उपायों से लैस किया जाएगा. पठानकोट की सामरिक महत्व और केरल में कट्टरपंथी ताकतों के बढ़ते खतरे को देखते हुए इन स्थानों का चयन किया गया है. वर्ष 2016 में पठानकोट एयरबेस पर एक बड़ा आतंकी हमला हो चुका है. उस दौरान आतंकियों के खात्मे के लिए भारतीय सेना के स्पेशल फोर्सेज (पैरा-एसएफ) के साथ-साथ एनएसजी कमांडो को भी ऑपरेशन में लगाया गया था. उसी दौरान एनएसजी के कमांडो (लेफ्टिनेंट कर्नल) निरंजन ईएस एक आईईडी (हैंड-ग्रेनेड) को डिफ्यूज करते वक्त वीरगति को प्राप्त हो गए थे.
नई यूनिट्स के शुरू होने के बाद, देशभर में एनएसजी के कुल आठ हब हो जाएंगे. वर्तमान में मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, चेन्नई और गांधीनगर में एनएसजी के पांच रीजनल-हब हैं.