Breaking News Geopolitics Middle East Reports War

लेबनान में पेजर का इस्तेमाल बंद, इजरायल के ऑपरेशन से खौफ

लेबनान में हुए पेजर धमाकों की आंखों देखी सुनाई है ईरान के राजदूत ने, जो कि खुद पेजर के सीरियल ब्लास्ट में गंभीर तौर पर घायल हुए थे. सितंबर महीने में लेबनान में इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने ने ऐसे खुफिया मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया थआ जिसने हिजबुल्लाह की कमर तोड़ कर रख दी थी.

इजरायल के पेजर हमले के घायलों में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी भी थे, जिनके आंख और हाथ में गंभीर चोटें आई थीं. घटना के समय कुछ तस्वीरें भी सामने आई थीं, जिसमें ईरानी राजदूत घायल अवस्था में दिखे थे. हाल ही में मोजतबा अमानी ने ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के दौरान अमानी ने चोटिल आंख और हाथ पर पट्टी बांध रखी थी.

पेजर धमाके से पहले क्या कुछ हुआ, ईरानी राजदूत ने किया खुलासा

लेबनान में ईरानी राजदूत मोजतबा अमानी ने पेजर धमाके पर खुलकर बात की है. ईरानी राजदूत ने बताया है कि धमाके वाले दिन क्या कुछ हुआ था. ईरानी राजदूत ने कहा- कि पेजर में धमाके से पहले एक मैसेज फ्लैश हुआ था. मैसेज में लिखा था कि आपके लिए एक महत्वपूर्ण मैसेज आया है. जैसे ही उन्होंने मैसेज पढ़ने के लिए पेजर का बटन दबाया जोरदार धमाका हो गया. ईरानी राजदूत ने अपने इंटरव्यू में बताया कि जिन पेजर्स में धमाके हुए थे उन्हें हिजबुल्लाह ने खरीदा था. अमानी ने इस बात का भी खुलासा किया है कि जबसे पेजर में धमाके हुए हैं, हिजबुल्लाह पेजर्स का इस्तेमाल नहीं कर रहा है.

हिजबुल्लाह इसलिए करता है पेजर्स का इस्तेमाल: ईरानी राजदूत

ईरानी राजदूत मोजतबा अमानी ने कहा है कि लेबनान एक अस्थिर देश है. हिजबुल्लाह और इजरायल में कट्टर दुश्मनी होने की वजह से अक्सर इजरायल हिजबुल्लाह के गढ़ में हवाई अटैक करता है. हमास के खिलाफ इजरायली एक्शन के बाद से इंटरनेट का इस्तेमाल बंद कर दिया गया था. क्योंकि इजरायल आसानी से ट्रेस कर सकता था. लिहाजा हिजबुल्लाह पेजर्स को अपने पास रखता था, ताकि वो अपने लोगों को इजरायल के हवाई हमलों को लेकर सूचना देकर अलर्ट कर सके. 

पहली बार नेतन्याहू ने कबूल की पेजर धमाकों की बात

पिछले सप्ताह इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने धमाकों की बात कबूल की है. नेतन्याहू ने माना कि उन्होंने खुद पेजर धमाकों की हरी झंडी दी थी. लेबनान में हुए धमाकों में 40 लड़ाके मारे गए थे जबकि 3000 लोग घायल हुए थे. 

हिजबुल्ला ने खरीदे थे 5000 पेजर

जिस दिन पेजर्स में सीरियल धमाके हुए थे उसी दिन हिजबुल्लाह ने अपने लड़ाकों को पेजर्स बांटे थे. इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के एजेंट्स ने एक ऑपरेशन के बाद पेजर्स में ऐसे विस्फोटक फिट कर दिए जिसे स्कैनर में डिटेक्ट नहीं किया जा सका और फिर हिजबुल्लाह ने सारे लड़ाकों को वो पेजर्स बांट दिए. कुछ ही घंटों बाद एक बीप के बाद सभी पेजर्स में मैसेज आया,जैसे ही लोगों ने मैसेज पढ़ने के लिए बटन दबाया एक के बाद एक धमाके होने लगे. इतना ही नहीं अगले दिन लोगों के जनाजे के समय भी वॉकी टॉकी में धमाके होने लगे, जिससे लेबनान में वायरलेस को लेकर खौफ बैठ गया है. 

editor
India's premier platform for defence, security, conflict, strategic affairs and geopolitics.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *