चीन के तियानजिन से आई तस्वीरें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाली हैं. एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की जो केमेस्ट्री दिखी, वो सुर्खियां बन गईं. मोदी-पुतिन-जिनपिंग एक दूसरे से हल्की फुल्की, अनौपचारिक बातें करते दिखे. इस दौरान पीएम मोदी हंसते हुए कुछ बोल रहे थे, जिसे पुतिन और जिनपिंग सुनते रहे.
अमेरिका तो अमेरिका, पाकिस्तान भी चीन में हुई ऐसी बेइज्जती को कभी नहीं भूलेगा. एक बार तो उछलकूद करते हुए शहबाज शरीफ ने पुतिन से हाथ मिला लिया, लेकिन सोमवार को मोदी-पुतिन बातचीत करते हुए वेन्यू की ओर बढ़े तो दोनों ने टकटकी लगाए खड़े पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ को नजरअंदाज कर दिया. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ तीनों के पास से गुजरे. इस दौरान किसी ने उन पर ध्यान नहीं दिया. शहबाज, अजनबी की तरह खड़े रहे.
सामने से निकले मोदी-पुतिन, मुंह लटकाए ताकते रहे शहबाज शरीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पुतिन और शी जिनपिंग सोमवार को एससीओ के मंच पर एक साथ नजर आए. तीनों को अनौपचारिक बातें करते दिखे. इस दौरान शहबाज शरीफ के साथ जो हुआ, वो ट्रोलर्स के निशाने पर आ गया.
जहां पुतिन-मोदी एक दूसरे से गर्मजोशी से मिल रहे थे. ठहाके लगा रहे थे. इस दौरान पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सम्मेलन में काफी अलग-थलग दिखे. एक मौके पर जब मोदी और पुतिन बातचीत करते हुए हॉल से गुजर रहे थे, तब शरीफ कोने में खड़े बस टकटकी लगाए देखते रहे.
पीएम मोदी और पुतिन दोनों ने शहबाज शरीफ को पूरी तरह से इग्नोर कर दिया. वहीं शहबाज शरीफ की भावभंगिमा ऐसी थी, कि किसी की भी हंसी छूट जाए. बेचारगी से बेइज्जत होकर पाकिस्तानी पीएम खड़े रहे.
शहबाज शरीफ जबसे चीन पहुंचे हैं, तब से ये तीसरा मौका था जब उन्हें अपमान सहना पड़ा और मजाक का पात्र बनना पड़ा. पहला, जब एससीओ के फोटो ऑप्स के दौरान कूदकर पुतिन से हाथ मिलाने पहुंचे, उस दौरान ट्रोलर्स ने घेरा, फिर डिनर के दौरान पीएम मोदी सभी राष्ट्राध्यक्षों से मिले, लेकिन शहबाज शरीफ की ओर देखा तक नहीं, तीसरा सोमवार को पुतिन और मोदी दोनों ने शहबाज को इग्नोर करके सख्त संदेश दे दिया है और ये संदेश फेल्ड मार्शल असीम मुनीर तक पहुंच चुका है.
चीन से आई ट्रंप की सेहत और बिगाड़ने वाली तस्वीर
अमेरिकी एक्सपर्ट जो पिछले कुछ दिनों से व्यापार के अंधे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को चेतावनी दे रहे थे, वो चीन में सच साबित होता दिखा. पूरी दुनिया ने देखा कि चाहे पुतिन हों या फिर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग दोनों ही पीएम मोदी से बड़ी ही आत्मीयता से मिले. एक वीडियो में तो पीएम मोदी, पुतिन का हाथ थामे और शी जिनपिंग के साथ ठहाके मारते और अनौपचारिक बातें करते दिखे.
पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के गले मिलने वाली तस्वीरें भी अमेरिका को चुभ रही होंगी. क्योंकि जिस रूस के जरिए अमेरिका ने भारत को दबाने की कोशिश की, वो चाल उल्टी पड़ गई. भारत अमेरिका दूर हो गए तो रूस-चीन-भारत एकजुट हो गए.
शीत युद्ध की मानसिकता, गुटबाजी, दादागीरी नहीं चलेगी, अमेरिका को जिनपिंग का सीधा संदेश
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर सीधा हमला बोला है और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में दादागीरी करने की कड़ी आलोचना की है.
शी जिनपिंग ने अपने संबोधन में कहा, “दुनिया आज अराजक और जटिल बदलावों से गुजर रही है और ऐसे समय में सदस्य देशों को न्याय और निष्पक्षता का पालन करना चाहिए. शीत युद्ध मानसिकता और गुटबंदी की राजनीति का विरोध करना चाहिए. चीन एक ऐसी वैश्विक व्यवस्था की पैरवी कर रहा है जिसमें किसी एक देश का वर्चस्व न हो, बल्कि बहुपक्षीयता और साझा सुरक्षा ही मार्गदर्शक सिद्धांत हो.”