ऑपरेशन सिंदूर में मुंह की खाने के बावजूद, पाकिस्तान अब अपने आर्मी चीफ असीम मुनीर के लिए संविधान में बदलाव करने के लिए तैयार है. पाकिस्तानी सरकार, थलसेना प्रमुख असीम मुनीर को नौसेना और वायुसेना के चीफ से ऊपर का पद देने की तैयारी में जुट गई है. पाकिस्तानी थलसेना प्रमुख को अब चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (सीडीएफ) के नाम से जाना जाएगा, जो सेना के तीनों अंगों यानि थलसेना, वायुसेना और नौसेना का प्रमुख होगा.
थलसेना के साथ पाकिस्तानी वायुसेना और नौसेना भी होगी असीम मुनीर के अधीन
इस महीने की 27 तारीख को असीम मुनीर का पाकिस्तानी सेना प्रमुख के पद से रिटायरमेंट होने जा रहा था. इससे पहले, पाकिस्तानी सरकार ने शनिवार को सीनेट (संसद के ऊपरी सदन) में संविधान बदलने के लिए 27 वें संविधान संशोधन ड्राफ्ट (बिल) को पेश कर दिया है. इस बिल के पाकिस्तानी संसद से पास होने के बाद असीम मुनीर की सैन्य ताकत में कई गुना इजाफा हो जाएगा. क्योंकि थलसेना के साथ ही वायुसेना और नौसेना भी, असीम मुनीर की अधीन हो जाएगी.
भारत के हाथों मुंह की खाने के बावजूद मुनीर को मिली फील्ड मार्शल की रैंक
ऑपरेशन सिंदूर में भारत के हाथों नौ (09) आतंकी ठिकानों और 11 एयरबेस को तबाह होने के बावजूद, पाकिस्तानी सरकार ने असीम मुनीर को फील्ड मार्शल की उपाधि दे दी थी. ऐसे में मुनीर को फाइव स्टार जनरल की रैंक मिल गई है, लेकिन 27 नवंबर को रिटायर होना पड़ता. ऐसे में पाकिस्तानी सरकार ने मुनीर के लिए नए पद के साथ, कंधों पर अधिक जिम्मेदारी दे दी है.
भारत की देखा-देखी सीडीएस की तरह बनाया चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज का पद
सीडीएफ का पद, एक तरह से भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) की तरह, सेना के तीनों अंगों (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) के चीफ से ऊपर का पद है. लेकिन खास बात ये है कि पाकिस्तान के नए संविधान संशोधन बिल के तहत, पाकिस्तानी थलसेना का प्रमुख हमेशा के लिए पाकिस्तानी वायुसेना और नौसेना के चीफ के ऊपर का पद बन जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, 27 नवंबर को सीडीएफ के पद के गठन के साथ ही मौजूदा, चीफ ऑफ ज्वाइंट स्टाफ कमेटी के चेयरमैन (सीजेसीएससी) का पद पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा. इस पर तैनात पाकिस्तानी सेना के दूसरे नंबर के टॉप कमांडर, जनरल साहिर शमशाद मिर्जा का रिटायरमेंट भी 27 नवंबर को होने जा रहा है. (पाकिस्तानी कमांडर से गलबहियां, यूनुस को पड़ेगी भारी)
अभी तक सीजेसीएससी, सेना के तीनों अंगों के बीज समन्वय और सहयोग की जिम्मेदारी निभाता था. लेकिन सीडीएफ की नियुक्ति के बाद, सीजेसीएससी का पद निष्क्रिय हो जाएगा.
माना जा रहा है मुनीर के सीडीएफ के रिटायरमेंट के बाद, जो भी पाकिस्तानी सेना का प्रमुख बनेगा, उसके अधीन नौसेना और वायुसेना भी हो जाएंगी.
असीम मुनीर चुनेगा पाकिस्तानी परमाणु हथियारों की जिम्मेदारी के लिए नया कमांडर
पाकिस्तानी सरकार ने परमाणु और दूसरे सामरिक हथियारों की जिम्मेदारी के लिए एक अलग से कमान बनाने की तैयारी भी इस संशोधन बिल के जरिए की है. नेशनल स्ट्रेटेजिक कमांड का एक अलग कमांडर नियुक्त किया जाएगा, जिसकी सेलेक्शन की जिम्मेदारी सीडीएफ के कंधों पर होगी.
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 03 परमाणु कमांड एंड कंट्रोल सेंटर कर दिए थे तबाह
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के जिन 11 एयरबेस को तबाह किया था, उनमें तीन ऐसे सैन्य ठिकाने थे, जहां पाकिस्तान के न्यूक्लियर कमांड एंड कंट्रोल सेंटर थे—किराना हिल्स (सरगोधा), नूर खान एयरबेस और रहीम यार खान एयरबेस. यही वजह है कि ऑपरेशन के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सार्वजनिक तौर से कहा था कि पाकिस्तान की न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग अब नहीं चल पाएगी.

