अफगानिस्तान से सटी सीमा पर सक्रिय तालिबानी आतंकियों के खिलाफ पाकिस्तानी सेना ने मोर्चा खोल दिया है. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में तालिबानी आतंकियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन में 23 आतंकियों को ढेर कर दिया गया है. पाकिस्तानी सेना को भी इन ऑपरेशन में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है. पाकिस्तान के सात सैनिक भी आतंकियों से लड़ते हुए मारे गए हैं.
पाकिस्तानी सेना ने बयान जारी कर बताया कि
सुरक्षाबलों ने देश के उत्तर-पश्चिम में कई अभियान चलाए जा रहे हैं जो कभी तहरीक ए तालिबान (पाकिस्तानी संगठन) यानी टीटीपी का गढ़ था. पाकिस्तानी सेना के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर के बाहरी इलाके में रात भर हुई पहली गोलीबारी में छह आतंकवादी और और दो जवान मारे गए. बयान के मुताबिक, टैंक जिले में एक अलग सुरक्षा अभियान के दौरान सोमवार को हुई दस आतंकवादी मारे गए. खैबर जिले में हुई एक अलग गोलीबारी में पांच सैनिक और सात आतंकवादी भी मारे गए हैं. पाकिस्तानी सेना की ओर से कोई अन्य जानकारी फिलहाल साझा नहीं की गई है.
हालांकि इस क्षेत्र में पूर्व अभियानों में भी पाकिस्तानी तालिबान लड़ाकों को निशाना बनाया गया है. लेकिन माना जा रहा है कि आतंकियों ने हाल ही में उत्तर-पश्चिम में फिर से संगठित होना शुरू कर दिया है. इसका नतीजा ये हुआ है कि तालिबानी आतंकी सुरक्षाबलों के काफिलों और सेना की चौकियों पर भी हमला करने से बाज नहीं आ रहे हैं. चीन-पाकिस्तान इकोनोमिक कोरिडोर (सीपीईसी) में कार्यरत चीनी इंजीनियरों की गाड़ियों पर भी इन आतंकियों ने कई बड़े हमले किए हैं. इन हमलों के चलते पाकिस्तानी सेना और सरकार को चीनी सरकार के सामने बेइज्जत होना पड़ा है. चीन ने सीपीईसी से जुड़े चीनी इंजीनियरों और कर्मचारियों को पुख्ता सुरक्षा देने का आदेश दिया है. यही वजह है कि पाकिस्तानी सेना खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकियों के सफाए में जुट गई है.
अफगानिस्तान में वर्ष 2021 में तालिबान के सत्ता में आने से तहरीक ए तालिबान भी सीमावर्ती पाकिस्तानी इलाकों में एक्टिव हो गया है. पाकिस्तान का आरोप है कि अमेरिका और दूसरे नाटो देशों की सेनाओं के छोड़ने के बाद से ही पाकिस्तानी तालिबान को अफगानिस्तान की सरकार से मदद मिल रही है. इसके चलते ही हाल के दिनों में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के संबंधों में दरार आ गई है.
सोमवार को पाकिस्तान ने ये भी दावा किया है कि 26 मार्च को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के शांगला जिले में चीनी इंजीनियर्स के काफिले पर हुए एक आत्मघाती हमले में शामिल 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पाकिस्तान के मुताबिक, ये सभी आरोपी टीटीपी के सदस्य हैं. इस आत्मघाती हमले में पांच चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी.
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