पाकिस्तान ने एक बार फिर अरब सागर में भारतीयों को सुरक्षित बचाने में मदद की है. गुजरात के मुंद्रा से यमन जा रही भारतीय बोट के डूबने के बाद इंडियन कोस्टगार्ड ने पाकिस्तानी मेरीटाइम सिक्योरिटी एजेंसी (पीएमएसए) की मदद से नौ लोगों की जान बचाई.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, गुरूवार को एक भारतीय बोट एमसीवी ताज धारे हरम खराब मौसम के चलते उत्तरी अरब सागर में डूब गई थी. बोट में सवार नौ क्रू-सदस्य ने किसी तरह एक छोटी ढोह में शरण ली. लेकिन समंदर में ऊंची लहरों के चलते इसके भी डूबने का खतरा था. ऐसे में क्रू मेंबर ने मुंबई स्थित मेरीटाइम रेस्क्यू कॉर्डिनेशन सेंटर से संपर्क किया.
ढोह से क्रू को बचाने के लिए तुरंत कोस्टगार्ड के एक डोरनियर एयरक्राफ्ट और सर्विलांस में तैनात आईसीजी शूर जहाज को रवाना किया गया. घटनास्थल पोरबंदर से 311 किलोमीटर दूर पाकिस्तानी समुद्री-क्षेत्र में था.
क्योंकि ये समुद्री-क्षेत्र पाकिस्तान का था, तटरक्षक बल ने पीएमएसए को सूचित किया. जान बचाने के लिए पीएमएसए ने भी इंडियन कोस्टगार्ड को हर संभव मदद का भरोसा दिया.
आईसीजी शूर ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर सभी नौ क्रू सदस्य को सुरक्षित बचा लिया. रेस्क्यू मिशन पूरा होते ही ढोह भी समंदर भी डूब गई.
इसी महीने की 4 तारीख को समुद्री इतिहास में पहली बार भारत और पाकिस्तान की मेरीटाइम एजेंसियों ने हाथ मिलाया था. उस दौरान भी हाथ मिलाने का कारण था 12 बेशकीमती जान जिनकी बोट अरब सागर में डूब गई थी.
गुजरात के पोरबंदर से ईरान के बंदर-अब्बास जा रही एक भारतीय बोट समंदर में पलट गई थी. बोट में सवार क्रू-मेंबर्स को बचाने के लिए इंडियन कोस्टगार्ड को मिली पाकिस्तानी मेरीटाइम सिक्योरिटी एजेंसी (पीएमएसए) की मदद ली थी. (भारत पाकिस्तान ने पहली बार मिलाया हाथ, बच गई 12 जान)