जम्मू कश्मीर में आतंक पर लगातार प्रहार जारी है. इसी कड़ी में जम्मू कश्मीर प्रशासन ने पाकिस्तान भागे आतंकियों की संपत्ति कुर्क करनी शुरु कर दी है. साफ है, हिंदुस्तान की शांति में खलल डालने वालों की खैर नहीं.
कश्मीर घाटी में सुरक्षाबल, एक तो आतंकियों को चुन-चुन कर मार रहे हैं साथ ही उन दहशतगर्दों पर भी नकेल कसी जा रही है, जो भागकर पाकिस्तान में छिपकर रह रहे हैं. बारामूला में ऐसे ही भगोड़े आतंकियों पर जम्मू कश्मीर में बड़ा एक्शन लिया गया है.
आतंकियों की करोड़ों की संपत्ति कुर्क
बारामूला में भगोड़े आतंकियों की करोड़ों की संपत्ति कुर्क की गई है. जिन आतंकियों की संपत्ति कुर्क हुई है, वो पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में छिपे हुए हैं. तीनों आतंकी मोहम्मद लतीफ, सदर दीन और अजीज दीन उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले के रहने वाले हैं. प्रशासन की कार्रवाई उरी पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले के आधार पर गई है. पुलिस ने कुल 30 कनाल और 15 मरला भूमि अटैच की है. आतंकी मोहम्मद लतीफ, सदर दीन और अजीज दीन जम्मू कश्मीर में आतंकी हमलों में वांटेड हैं. तीनों हमलों को अंजाम देकर पाकिस्तान भाग गये थे. तीनों आतंकियों भगोड़ा घोषित किया जा चुका है. ये काफी समय पहले कश्मीर से भाग कर पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में शरण लिए हुए हैं और वहीं से बैठकर जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में सक्रिय हैं.
पिछले साल 170 करोड़ की संपत्ति जब्त
भगोड़े आतंकियों के खिलाफ जम्मू कश्मीर में प्रशासन सख्ती से निपट रहा है. साल 2023 में पुलिस और दूसरी एजेंसियों ने आतंकियों और अलगाववादियों की 170 करोड़ रुपये की 99 संपत्तियां जब्त कीं थी. आतंकी बासित अहमद रेशी जो कि पाकिस्तान में छिपा हुआ है, उसकी संपत्ति कुर्क की गई थी. इसके अलावा हुर्रियत का श्रीनगर कार्यालय की भी जमीन को जब्त किया गया था.
बारामूला में हुई थी रिटायर्ड एसएसपी की हत्या
पिछले साल दिसंबर के महीने में बारामूला में रिटायर्ड एसएसपी की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. रिटायर्ड एसएसपी शफी मीर को आतंकियों ने उस वक्त गोली मारी जब वो मस्जिद से अज़ान दे रहे थे.
अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद से जम्मू-कश्मीर में शांति लौटने लगी है. पत्थरबाजी की घटनाओं पर लगाम लगी है. पर्य़टकों की संख्या में रिकॉर्डतोड़ वृद्धि हुई है. ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों की नजर उन आतंकियों पर है जो सीमा पार बैठकर कश्मीर में आतंक को बढ़ावा देने की फिराक में है. पर पुलिस, प्रशासन और सुरक्षाबलों ने ठान लिया है कि आतंकियों को अब घाटी में नहीं पनपने दिया जाएगा, इसलिए पाकिस्तान भाग गए आतंकियों के संपत्ति जब्त की जा रही है ताकि आर्थिक चोट भी पहुंचाई जा सके.
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