79 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी है दुश्मनों को कड़ी चेतावनी. पीएम मोदी ने हुंकार भरते हुए कहा है, भारत, आतंकियों और उसे शह देने वालों को अब भारत अलग-अलग नहीं देखेगा, हिंदुस्तान ने ये ठान लिया है कि पाकिस्तान की न्यूक्लियर धमकी और ब्लैकमेलिंग नहीं सही जाएगी. दुश्मन को उनकी कल्पना से भी ज्यादा कड़ा जवाब दिया जाएगा.
न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग, धमकी नहीं सहेगा भारत: पीएम मोदी
लाल किले के प्राचीर से पीएम नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान का सीधा जवाब दे दिया है. पीएम मोदी ने भारतवासियों से कहा, न्यूक्लियर धमकियों का दौर लंबे समय से चला आ रहा है, लेकिन भारत ने ठान लिया है कि अब इसे नहीं सहेगा. हम कई दशकों से आतंक झेलते आए हैं. देश के सीने को छलनी कर दिया गया है. अब आतंकियों और उन्हें पालने-पोसने वालों में कोई फर्क नहीं मानेंगे. दोनों मानवता के दुश्मन हैं. अब हमने न्यू नॉर्मल स्थापित किया है.
आपको बता दें कि पिछले सप्ताह ही पाकिस्तान के फेल्ड मार्शल असीम मुनीर ने अमेरिका की धरती से भारत को न्यूक्लियर हमले की धमकी दी थी. पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से पाकिस्तान को तगड़ा जवाब दिया.
सशस्त्र बलों को दी खुली छूट, पाकिस्तान की नींद उड़ी हुई है- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, “हमने अपने सशस्त्र बलों को पूरी छूट दी, उन्हें रणनीति बनाने, लक्ष्य निर्धारित करने और समय तय करने की अनुमति दी. सेना तय करे कि दुश्मन से कैसे निपटना है. हमारे सुरक्षा बलों ने कई दशकों से न देखी गई एक मिसाल कायम की. हमारे शूरवीरों ने दुश्मन के इलाके में सैकड़ों किलोमीटर अंदर तक घुसकर हमला किया और आतंकवादी ठिकानों को धूल में मिला दिया.”
पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर तंज कसते हुए कहा, “पाकिस्तान की नींद अभी भी उड़ी हुई है. पाकिस्तान में हुई तबाही इतनी बड़ी है कि रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं, नई-नई जानकारियां आ रही हैं. आगे भी अगर दुश्मनों ने ये कोशिश जारी रखी, तो हमारी सेना तय करेगी, सेना की शर्तों पर, सेना द्वारा निर्धारित समय पर, सेना द्वारा तय लक्ष्य को अब हम अमल में लाकर रहेंगेय अब मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.”
ऑपरेशन सिंदूर देशवासियों के आक्रोश का परिणाम था: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के वीर जवानों को लालकिले की प्राचीर से सैल्यूट किया है. पीएम मोदी ने कहा, “हमारे वीर जवान सैनिकों ने आतंकियों को उनकी कल्पना से बड़ी सजा दी है. सीमापर आतंकियों ने कत्लेआम किया था. धर्म पूछ-पूछकर लोगों को मारा गया था. बच्चों के सामने उनके पिता को मौत के घाट उतारा गया था. पूरा हिंदुस्तान गुस्से से भरा हुआ था. पूरा विश्व इस तरह के नरसंहार से चौंक गया था. ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश का नतीजा था.”
हर सुदर्शन चक्र की तरह टारगेट पर आगे बढ़ेंगे: पीएम मोदी
लाल किले की प्राचीर से गरजते हुए पीएम मोदी ने भगवान श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र को देश की सुरक्षा का आधार बताया. पीएम मोदी ने कहा,
“भगवान श्रीकृष्ण का जो सुदर्शन चक्र था, हमने उस चक्र की राह को चुना है. जब महाभारत की लड़ाई चल रही थी श्रीकृष्ण ने अपने सुदर्शन चक्र से सूर्य के प्रकाश को रोक दिया था और दिन में ही अंधेरा कर दिया था. तब अर्जुन ने जो शपथ ली थी जयद्रथ का वध करने की, उसे वे पूर्ण कर पाए थे, यह सुदर्शन चक्र की वजह से हुआ था.”
पीएम मोदी ने कहा, “सुदर्शन चक्र की एक खासियत थी कि उसका जो निशाना होता था, वहीं तक जाता था, और फिर वापस आ जाता था. हम भी सुदर्शन चक्र की तरह टारगेट के आधार पर आगे बढ़ेंगे. यह सुदर्शन चक्र एक ताकतवर वेपन सिस्टम दुश्मन के हमले को न्यूट्रलाइज तो करेगा ही बल्कि दुश्मन पर कई गुना तेज पलटवार भी करेगा.”
“अब देश मिशन सुदर्शन चक्र लॉन्च करेगा. हमने मिशन सुदर्शन चक्र के लिए कुछ मूलभूत बातें भी तय की हैं, हम 10 साल में उसे पूरी तेजी से आगे बढाना चाहते हैं. उसकी मैन्युफैक्चरिंग से लेकर पूरी रिसर्च देश में देश के लोगों द्वारा ही हो. वॉरफेयर के हिसाब से उसका हिसाब-किताब लेकर हम इस पर प्लस वन की नीति से काम करेंगे.”
खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा:पीएम मोदी
पीएम मोदी ने पाकिस्तान को लाल किले की प्राचीर से पाकिस्तान को वॉर्निंग दी और सिंधु जल समझौते पर पाकिस्तान को क्लियर संदेश दिया कि खून-पानी एक साथ नहीं बहेगा. देशवासियों को भली भांति पता चला है कि सिंधु समझौता कितना गलत था.
पीएम मोदी ने समझौते को गलत बताते हुए कहा, “पाकिस्तान के साथ हुआ सिंधु नदी का समझौता अन्यायपूर्ण है. यह एकतरफा है. भारत से निकलता पानी दुश्मनों के खेत को सींच रहा है और मेरे देश का किसान, मेरे देश की धरती पानी के बिना प्यासी है. ये ऐसा समझौता था जिसने पिछले सात दशक से किसानों का अकल्पनीय नुकसान किया है. अब हिंदुस्तान के हक का जो पानी है. इस अधिकार हिंदुस्तान का है. हिंदुस्तान के किसानों का है. किसान हित में राष्ट्र हित में ये समझौता हमें मंजूर नहीं है.”