ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी पाकिस्तान अपनी आतंकी हरकतों को नहीं छोड़ रहा. लगातार पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की शह पर आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि घुसपैठियों को भारतीय सीमा में भेजा जाए. इस बात का खुलासा थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने किया है.
थलसेना प्रमुख ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि “मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान ने स्टेट स्पॉन्सर टेरेरिज्म खत्म कर दिया है क्योंकि एलओसी (पाकिस्तान से सटी नियंत्रण रेखा) पर हम लगातार आतंकियों की घुसपैठ देख रहे हैं.”
एलओसी पर लगातार मारे जा रहे हैं आतंकी:जनरल उपेंद्र द्विवेदी
राजधानी दिल्ली में ऑपरेशन सिंदूर पर लिखी पुस्तक के विमोचन से अलग जनरल द्विवेदी ने कहा कि “हम एलओसी पर लगातार आतंकियों को मार रहे हैं या हमारे एक्शन से आतंकी वापस पाकिस्तान भाग गए हैं.”
‘ऑपरेशन सिंदूर: डीप स्ट्राइक इन पाकिस्तान’ नाम की इस पुस्तक को डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी के पूर्व डीजी, लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन (रिटायर) ने लिखा है. ले.जनरल ढिल्लन ने लंबे समय तक कश्मीर स्थित सेना की चिनार कोर (श्रीनगर मुख्यालय) के कमांडर के तौर पर अपनी सेवाएं दी थी.
थलसेना प्रमुख ने ये भी कहा कि 06-7 मई को हुए ऑपरेशन सिंदूर को हमें लंबे समय की दूरबीन से देखना होगा.
पाकिस्तान से आतंकी घुसपैठ जारी
दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के बाद से एलओसी पर तो शांति है और पाकिस्तानी सेना की तरफ से कोई युद्धविराम उल्लंघन की बड़ी घटना सामने नहीं आई है. लेकिन पाकिस्तान से आतंकियों की घुसपैठ जारी है. 28 अगस्त को सेना ने दो (02) आतंकियों को गुरेज सेक्टर में घुसपैठ के वक्त मार गिराया था.
सेना को लगातार इस तरह को इंटेलिजेंस इनपुट मिल रहे हैं कि पाकिस्तान (और पीओके) में आतंकी एक बार फिर लॉन्च पैड पर इकठ्ठा होने की कोशिश कर रहे हैं. यहां तक की जिन आतंकी ठिकानों को सेना और वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तबाह किया था, वहां फिर से मरम्मत का काम शुरु हो गया है.
हेल्थ सेंटर की आड़ में जैश खड़ा कर रहा तबाह किया गया आतंकी कैंप
हाल ही में ऐसी खबरें भी आई हैं कि आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने पाकिस्तान के नरोवाल में सरजाल कैंप को एक हेल्थ सेंटर की आड़ में फिर से एक्टिव करने की कोशिश की है.
आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा ने भी अपने मुरीदके हेडक्वार्टर को बहावलपुर शिफ्ट करने की तैयारी कर ली है. बहावलपुर में जैश का मुख्यालय भी है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने हवाई हमलों में इन दोनों ही हेडक्वार्टर को ध्वस्त कर दिया था.