जैसलमेर में आयोजित बड़ाखाना में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैनिकों में भरा है जोश. रक्षा मंत्री ने कहा, अभी कुछ दिनों पहले ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान पाकिस्तान को ठीक-ठाक डोज़ दे दिया गया है. अब कुछ भी गलत करने से पहले वह (पाकिस्तान) सौ बार सोचेगा. और अगर पाकिस्तान ने दुबारा कोई अप्रिय घटना की तो उसका परिणाम क्या होगा, यह पाकिस्तान को भी बहुत अच्छे से पता है.
राजनाथ सिंह भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के बेहद करीब जैसलमेर में शुक्रवार को करने वाले हैं कमांडर्स कॉन्फ्रेंस. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है. ये कॉन्फ्रेंस इसलिए भी रणनीतिक तौर पर बेहद अहम क्योंकि आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी सहित सभी सातों कमांड्स के आर्मी कमांडर्स भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के बेहद नजदीक मौजूद रहेंगे.
इस कॉन्फ्रेंस से पहले राजनाथ सिंह ने सैनिकों के बीच पहुंचकर ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की है.
ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ, जारी है: राजनाथ सिंह
जैसलमेर में आयोजित ‘बड़ाखाना’ में सैनिकों से रूबरू हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर 24×7 तैयार रहने को कहा है. राजनाथ सिंह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, उसे सिर्फ स्थगित किया गया है. पाकिस्तान को जो सेना ने डोज़ दी है, उससे लगता नहीं को वो कुछ करेगा, लेकिन फिर भी हमें हर तरीके से, हमेशा अलर्ट रहने की आवश्यकता है.”
आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे राजनाथ सिंह
गुरुवार को जैसलमेर पहुंचे राजनाथ सिंह शुक्रवार को आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे. ऑपरेशन सिंदूर के बाद ये पहला मौका है जब इस तरह की कॉन्फ्रेंस का आयोजम किया गया है. इस कॉन्फ्रेंस में भारत की सैन्य तैयारियों की समीक्षा की जाएगी. सेना के आधुनिकीकरण, और भविष्य की रणनीति के एजेंडे पर बात की जाएगा. टू फ्रंट वॉर में एक्शन, ड्रोन, मिसाइल और इन्फेंट्री की तैयारियों पर कमांडर्स रक्षा मंत्री को ब्रीफ करेंगे और बताएंगे की भविष्य में अगर ऑपरेशन सिंदूर जैसे एक्शन की आवश्यकता हुई तो सेना किस तरह से तैयार है.
तनोट माता के दर्शन, भारत की सैन्य तैयारियों की समीक्षा
रक्षा मंत्री जैसलमेर स्थित तनोट माता के मंदिर में भी जाएंगे, जिसे सेना बहुत महत्व देती है. तनोट के बाद राजनाथ सिंह लोंगेवाला में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और जवानों से मुलाकात कर उनका जोश बढ़ाएंगे.
रक्षा मंत्री के सामने सेना की नई ऑपरेशनल क्षमताओं और उपकरणों का प्रदर्शन भी किया जाएगा. लोंगेवाला से लौट कर रक्षा मंत्री जैसलमेर स्टेशन पर सेना के कमांडर्स की कॉन्फ्रेंस का आगाज करेंगे और सेनाओं के उच्चाधिकारियों को सम्बोधित करेंगे.