पहलगाम नरसंहार के बाद से अमेरिका लगातार भारत के संपर्क में है. इस्लामिक आतंकियों के खिलाफ मदद का आश्वासन देने के बाद ट्रंप प्रशासन के बड़े मंत्री चाहे विदेश मंत्री एस जयशंकर हों या रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उनके टच में हैं. अमेरिकी रक्षा मंत्री (सचिव) पीट हेगसेथ ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बात की तो राजनाथ सिंह ने अमेरिका से दो टूक कह दिया है कि पहलगाम आतंकी हमले से साबित हो गया है कि पाकिस्तान एक रोग-स्टेट यानी दुष्ट-देश है जो दक्षिण एशिया को अस्थिर करने में जुटा है और वैश्विक-आतंकवाद को बढ़ा रहा है.
अमेेरिकी रक्षा मंत्री को राजनाथ ने सुनाई पाकिस्तानी आतंक कुंडली
अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने पहलगाम हमले पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त करने के लिए राजनाथ सिंह को फोन किया था. एक लंबी बातचीत के दौरान राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को पालने-पोसने, ट्रेनिंग देने और आतंकी संगठनों को फंडिंग करने की पूरी जानकारी दी. फोन पर की गई बातचीत में राजनाथ सिंह ने साफ कहा कि पाकिस्तान एक दुष्ट देश के रूप में उजागर हो चुका है, जो वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और क्षेत्र को अस्थिर कर रहा है. दुनिया आज आतंकवाद से आंख नहीं फेर सकती है.
भारत को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार, अमेरिका है भारत के साथ- पीट हेगसेथ
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ जंग में भारत को पूरी तरह से मदद करने की प्रतिबद्धता जताई. हेगसेथ ने कहा कि भारत को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है और अमेरिका मजबूती से भारत के साथ खड़ा है. रक्षा मंत्रालय ने दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों की फोन पर हुई बात पर एक आधिकारिक बयान जारी किया है. बयान के मुताबिक, राजनाथ सिंह ने साफ कहा कि ये बेहद जरुरी है कि वैश्विक समुदाय के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह आतंकवाद के ऐसे जघन्य कृत्यों की स्पष्ट और एक स्वर में निंदा करे.
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी किया जयशंकर को फोन
जयशंकर के साथ अपनी बातचीत में रुबियो ने पहलगाम में हुए ‘भयानक’ आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों के लिए दुख व्यक्त किया. रुबियो ने भारत को तनाव कम करने और दक्षिण एशिया में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए पाकिस्तान के साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित किया.रुबियो से बातचीत करने के बाद एस जयशंकर ने एक्स पर लिखा, “अमेरिका के साथ पहलगाम आतंकवादी हमले पर चर्चा की. मार्को रुबियो ने कहा, इसके अपराधियों, समर्थकों और योजनाकारों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए.”