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हिंदुस्तान से हारा पाकिस्तान, बनाएगा रॉकेट फोर्स कमांड

ऑपरेशन सिंदूर में भारत के हाथों जबर्दस्त पिटने के बाद आज तक पाकिस्तान अपने सैन्य बेस और वायुसेना बेस की मरम्मत करवा रहा है. राफेल की ब्रह्मोस और स्कैल्प मिसाइल ने पाकिस्तान में ऐसी तबाही मचाई है, कि पाकिस्तान के चाइनीज एयर डिफेंस सिस्टम तक की पोल खुल चुकी है. 

ऐसे में पाकिस्तान अपनी सेना को मजबूत करने में जुट गया है. ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना की मिसाइलों ने पाकिस्तान के होश उड़ा दिए तो अब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने नई पाकिस्तान आर्मी रॉकेट फोर्स कमांड के गठन की घोषणा की है. 

शहबाज शरीफ ने की रॉकेट फोर्स कमांड बनाने की घोषणा

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक नई सैन्य इकाई बनाए जाने की घोषणा की है, जो रॉकेट फोर्स कमांड है. पाकिस्तान की इस नई सैन्य शाखा बड़ी संख्या में कन्वेंशनल मिसाइलें और रॉकेट तैनात करने के लिए बनाई जा रही है, जिसमें मुख्य रूप से ‘फतह’ सीरीज समेत अन्य मिसाइल सिस्टम शामिल होंगे.

पाकिस्तान की कई वर्षों से कोशिश है कि वो लंबी दूरी की मारक क्षमता और सटीक हमला करने वाली इकाई बनाए. पाकिस्तान की ये चाहत ऑपरेशन सिंदूर में भारत के हाथों मुंह की खाने के बाद और बढ़ चुकी है. 

बताया जा रहा है कि यह नई रॉकेट फोर्स, पाकिस्तान की मौजूदा आर्मी स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांड (एएसएफसी) के समानांतर काम करेगी. लेकिन इसमें परमाणु हथियारों की जगह केवल पारंपरिक (कन्वेंशनल) मिसाइल और रॉकेट शामिल होंगे. 

चीन की पीएलएआरएफ की तरह पाकिस्तान बनाएगा कमांड

चीन की पीएलएआरएफ के तर्ज पर पाकिस्तान इस कमांड को बनाएगा. पाकिस्तान का पीएलएआरएफ, देश के पारंपरिक और परमाणु, दोनों तरह के मिसाइल शस्त्रागार की देखरेख करता है. इसकी मदद से ही पाकिस्तानी सेना को चीनी तकनीक हस्तांतरण से लाभ मिलता है. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की आर्मी रॉकेट फोर्स कमांड (एआरएफसी) को “चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी रॉकेट फोर्स (पीएलएआरएफ) के अनुरूप बनाया जाएगा. 

पीएलएआरएफ, जिसे पहले सेकेंड आर्टिलरी कॉर्प्स के नाम से जाना जाता था, चीन की सामरिक और सामरिक मिसाइल फोर्स के रूप में कार्य करता है. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की चौथी शाखा के रूप में, पीएलएआरएफ चीन के भूमि-आधारित मिसाइल शस्त्रागार का प्रबंधन करता है, जिसमें बैलिस्टिक, हाइपरसोनिक और क्रूज मिसाइलें, परमाणु और पारंपरिक दोनों शामिल हैं.

ब्रह्मोस, पृथ्वी, अग्नि मिसाइलें निकालेंगी पाकिस्तान का दम

ब्रह्मोस मिसाइल ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आतंकियों को पालने वाले पाकिस्तान को धुआं-धुआं कर दिया था. वहीं पाकिस्तान ने जो मिसाइलें दागीं, उन्हें भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम एस 400 ने जमीन पर गिरने से पहले ही मार गिराया था. पाकिस्तान ने दिल्ली को टारगेट करते हुए चीनी मिसाइल से भी अटैक किया था, लेकिन भारत ने पंजाब के सिरसा में ही मिसाइल को गिरा दिया था.

हाल ही में पृथ्वी और अग्नि मिसाइलों की एडवांस वर्जन की भी भारत ने टेस्टिंग की है, जिससे पाकिस्तान की नींद उड़ गई है. अग्नि 5 के मुकाबले में पाकिस्तान ने फतह सीरीज की टेस्टिंग की थी. भारत के पास प्रलय, और पिनाका जैसे एडवांस रॉकेट और मिसाइल सिस्टम पहले से मौजूद हैं. यही वजह है कि पाकिस्तान अपनी इस नई सैन्य इकाई के जरिए भारत को आंख दिखाने की कोशिश में है लेकिन ये तो शहबाज शरीफ और फेल्ड मार्शल भी जानते हैं, कि पाकिस्तानी सेना का भारतीय सेना के हाथों पिटने का लंबा इतिहास है.

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