ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान के 20 नहीं 28 ठिकानों को ध्वस्त किया था, ये खुलासा खुद पाकिस्तान ने किया है. पाकिस्तान ने अपने एक इंटरनल-डोजियर में पुष्टि की है कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 8 अतिरिक्त मिलिट्री ठिकानोॉ पर हमला किया था. पाकिस्तान ने उन 8 नए टारगेट को स्वीकार किया है जिनका उल्लेख भारत ने नहीं किया था. पाकिस्तान ने अपने डोजियर मार्का ए हक में खुद ही बता दिया है कि पाकिस्तान को कितना नुकसान पहुंचा है.
पाकिस्तान ने स्वीकार की नाकामयाबी, डोजियर से खुली पोल
पाकिस्तान के ऑपरेशन ‘बुनियान उन मरसूस’ पर तैयार किए गए डोजियर में बताया है कि भारत ने कम से कम 8 अतिरिक्त ठिकानों पर हमला किया, जिनका आधिकारिक तौर पर उल्लेख नहीं किया गया था. इस डोजियर में जिन स्थानों को दिखाया गया है, उनमें पेशावर, झांग, हैदराबाद (सिंध), गुजरात (पंजाब), गुजरांवाला, बहावलनगर, अटक और छोर शामिल हैं. डोजियर में ऑपरेशन ‘बुनयान अल मरसूस’ से जुड़े फैक्ट, सैटेलाइट इमेज और पहलगाम हमले पर अंतरराष्ट्रीय मीडिया में छपी रिपोर्ट्स शामिल हैं.
भारत ने लंबी दूरी की मिसाइल से किया हमला: पाकिस्तानी डोजियर
पाकिस्तान ने डोजियर में यह भी स्वीकार किया गया है कि भारत ने लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल किया और खरियन और डिंगा पर हमला किया. मिसाइल हमले जिन एयरबेस पर हुए – नूर खान, मुरीद और शरकोट इत्यादि एयरबेस शामिल थे. इस डॉजियर के मुताबिक, 8 मई को भारत ने ड्रोन हमले लाहौर, झांग, रावलपिंडी, शोरकोट, रहीम यार खान, पेशावर, कराची और हैदराबाद में अटैक किए थे. भारत ने लाहौर और कराची के बारे में ही जानकारी शेयर की थी.
भारत ने 100 से ज्यादा ड्रोन से हमला किया, पाकिस्तान ने माना
भारत की सैन्य कार्रवाई को लेकर डोजियर में पाकिस्तान ने माना है कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई स्थानों को निशाना बनाया, जिसमें मुरीदके, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद शामिल हैं और पाकिस्तान की सीमा में 100 से ज्यादा ड्रोन भी भेजे.
पाकिस्तान के ‘डोजियर-मार्का-ए-हक’ में तस्वीरों के जरिए पाकिस्तान की उन जगहों की लिस्ट भी दी गई है, जिन पर भारत ने ऑपरेशन सिंदूर (7-10 मई 2025) के दौरान अटैक किया था.
भारत के आक्रामक सैन्य ऑपरेशन से घबराए पाकिस्तान ने लगाई थी सीजफायर की गुहार
भारत शुरुआत से ही बताता आया है कि उसने पाकिस्तान का कितना नुकसान किया है. डीजीएमओ लेवल की प्रेसकॉन्फ्रेंस में तीनों सेनाओं के अधिकारियों ने अपनी कामयाबी गिनाई थी. भारत ने जब पाकिस्तान के एक-एक एयरबेस को नुकसान पहुंचाना शुरु किया और नौबत उनके न्यूक्लियर भंडारण तक पहुंच गई, तब पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत में फोन करके युद्धविराम की गुहार लगाई थी.
पाकिस्तान कभी इस बात को स्वीकार नहीं कर रहा था कि उन्हें भारतीय ऑपरेशन में कितना नुकसान पहुंचा है, खुद पीएम शहबाज शरीफ भारत की नकल करने के चक्कर में टूटे टैंक पर फोटो खिंचाने पहुंच गए थे, जहां हुए नुकसान को पाकिस्तानी सेना ने घास से ढक दिया था. लेकिन अब खुद पाकिस्तान के आंतरिक डोजियर में 20 नहीं 28 ठिकानों के नुकसान की बात स्वीकार की गई है.