भारत के खिलाफ परमाणु हमले की गीदड़भभकी देने वाले, आग उगलने वाले, आतंकियों को 30 साल से पालने की बाद स्वीकार करने वाले, आतंकियों को ट्रेनिंग देने को सही ठहराने वाले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का एक्स अकाउंट को भारत में बैन कर दिया गया है. पाकिस्तान के खिलाफ डिजिटल स्ट्राइक के तहत 16 यूट्यूब न्यूज चैनल और पाकिस्तान सरकार का सोशल मीडिया अकाउंट बैन किए जाने के बाद अब पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का अकाउंट भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है.
ख्वाजा आसिफ ने दिखाई थी परमाणु धौंस
ख्वाजा आसिफ बार-बार उल्टे सीधे बयान दे रहे हैं. ख्वाजा आसिफ वैसे तो चीन के चरणों में गिरे हुए हैं, रूस से भी बचा लेने की गुहार लगा रहे हैं, सऊदी अरब से दोस्ती की दुहाई दे रहे हैं, लेकिन जब मीडिया के सामने आते हैं तो भारत को धौंस दिखाने की झूठी कोशिश करते हैं. ख्वाजा आसिफ ने अपने हालिया बयान में कहा था कि भारत अगर हमला करेगा, अगर खुदा ना खास्ता पाकिस्तान के अस्तित्व पर खतरा मंडराया तो तो हमारे पर न्यूक्लियर का विकल्प खुला है. इसके अलावा ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि भारत के साथ युद्ध निश्चित है. हालांकि बाद में यूटर्न करते हुए ख्वाजा आसिफ ने कहा कि मैंने संभावना पर बात की थी, ये नहीं कहा था कि युद्ध होगा.
चीन करता है पाकिस्तान का सपोर्ट, अमेरिका है न्यूट्रल: ख्वाजा आसिफ
ख्वाजा आसिफ ने ये भी दावा किया था कि चीन, हमेशा से पाकिस्तान का समर्थक रहा है और अब भी पाकिस्तान के साथ खड़ा है. जबकि चीन ने पहलगाम हमले के बाद भारत के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है. चीन ने कहा है कि दोनों देशों को संयमित होना चाहिए. वहीं अमेरिका को लेकर ख्वाजा आसिफ का कहना है कि अमेरिका किसी का पक्ष नहीं ले रहा है और अभी रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे हालात नहीं हैं. जबकि सच्चाई ये है कि डोनाल्ड ट्रंप ने नरसंहार वाले दिन ही पीएम नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की थी और उनके प्रशासन ने इस्लामिक आतंकियों को पकड़ने के लिए जांच में सहयोग का भरोसा दिया है.
भारत में 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल पर प्रतिबंध
भारत सरकार ने भारत के खिलाफ जहर खोल रहे पाकिस्तानी चैनल्स पर नकेल कसी है. पाकिस्तान के 16 यूट्यूब न्यूज चैनल बंद किए हैं. जिन चैनल्स पर बैन लगाया गया है. उनमें डॉन, जियो न्यूज, समा टीवी और एआरवाई, जियो न्यूज, सुनो न्यूज, राजीनामा, बोल न्यूज, रफ्तार टीवी, द पाकिस्तान रेफरेंस और उजैर क्रिकेट के यूट्यूब न्यूज चैनल शामिल हैं. इन सब न्यूज चैनलों के यूट्यूब प्लेटफॉर्म को अब भारत में नहीं देखा जा सकेगा. सरकार की ओर से कहा गया है कि इन चैनल्स पर भारत के खिलाफ भड़काऊ, सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील सामग्री और गलत सूचना प्रसारित किए जा रहे थे.